अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद UP के अलीगढ़ जिले के टप्पल में तमाम कोचिंग सेंटरों ने बुधवार (22 जून 2022) को अपने शटर बंद रखे। ऐसा कदम हिंसक प्रदर्शनों में उनकी भूमिका की चल रही जाँच के चलते उठाया गया। बताया जा रहा है कि अब तक कोचिंग सेंटरों के 11 संचालकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें अलीगढ़ से सबसे बड़े कोचिंग संस्थान यंग इंडिया के मालिक सुधीर शर्मा भी शामिल हैं।
हिंसा के बाद अब तक अलीगढ़ में 11 कोचिंग संस्थानों के संचालकों सहित कुल 76 आरोपित गिरफ्तार हुए हैं। अलीगढ़ पुलिस ने 18 जून को उपद्रवियों के पोस्टर जारी किए। ये पोस्टर हिंसा के बाद निकाले गए CCTV फुटेज के आधार पर बनाए गए हैं। इन प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ यमुना एक्सप्रेसवे पर तोड़फोड़ की थी बल्कि जट्टारी पुलिस चौकी को भी जला दिया था। इन्हे सँभालने के लिए पुलिस को आँसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे। इन पोस्टरों में पुलिस ने आरोपितों को पकड़वाने के लिए इनाम भी घोषित किया है।
प्रदेश में वर्तमान में सेना की तैयारी करवाने वाले तमाम कोचिंग संस्थानों पर पुलिस की नजर है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में इनमे से कईयों की गिरफ्तारी भी की गई है। पुलिस का मानना है कि कई कोचिंग संस्थानों में छात्रों को अग्निपथ योजना के खिलाफ भड़काया गया है। UP में फिलहाल लगभग 2200 कोचिंग संस्थान चल रहे हैं जहाँ सेना भर्ती की तैयारी करवाई जा रही है। इन स्थानों में न सिर्फ सेना बल्कि पैरामिलिट्री, स्टेट पुलिस और रेलवे आदि की भी तैयारी करवाई जा रही है।
उत्तर प्रदेश के जिन अन्य स्थानों पर प्रदर्शन के दौरान हालात तनावपूर्ण रहे उनमें वाराणसी, फ़िरोज़ाबाद, अमेठी, बलिया, मथुरा, आगरा और सहारनपुर जिले शामिल हैं। बलिया और वाराणसी में ट्रेनों को भी निशाना बनाया गया। यमुना एक्सप्रेसवे से गुजर रहे वाहनों पर पथराव किया गया था। बलिया में पुलिस ने 100 से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में लिया है।
अग्निपथ के विरोध में हुई हिंसा में उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब तक 34 FIR दर्ज की हैं। कुल 387 आरोपितों को अब तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया गया है। इसी के साथ CCTV फुटेज और अन्य माध्यमों से उपद्रवियों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी भी कर रही है।