Saturday, November 16, 2024
Homeदेश-समाजएक मुलाकात: दिल्ली में हिन्दू विरोधी दंगों पर मेजर गौरव आर्या, वैभव सिंह के...

एक मुलाकात: दिल्ली में हिन्दू विरोधी दंगों पर मेजर गौरव आर्या, वैभव सिंह के साथ अजीत भारती की बातचीत

दिल्ली में हुए दंगों पर चर्चा पर सेना से रिटायर्ड मेजर गौरव आर्या मौजूद थे। चर्चा में मौजूद डिफेंसिव ऑफेंस यूट्यूब चैनल चलाने वाले वैभव सिंह ने कहा था कि यहाँ कोई नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शन नहीं था बल्कि पूर्व नियोजित हिन्दू विरोधी दंगा था।

इसमें कोई शक नहीं है कि नागरिकता कानून (CAA) के विरोध के नाम पर दिल्ली में हुई हिंसा हिन्दुओं के खिलाफ करीब तीन महीनों से चली आ रही साजिश का ही नतीजा था। शाहीन बाग़ जैसे षड्यंत्रों पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि यह मात्र प्रयोग हैं। इसके कुछ समय बाद ही यह विरोध अपने पूरे रूप में हिंसक खिलाफत-2 जैसे आंदोलन की शक्ल में बाहर आया।

इस हिंसा में ना सिर्फ हिन्दुओं को चिह्नित करके मारा गया, बल्कि उनके परिवार के साथ बसलूकी भी की गई, परिवार की महिलाओं और बेटियों के साथ अश्लील हरकत करने से लेकर पवित्र मंदिरों को भी हिंसक मुस्लिम भीड़ ने अपना निशाना बनाया। इन दंगों में एक सबसे बड़ा नाम आम आदमी पार्टी नेता ताहिर हुसैन का भी आया है।

दरअसल, जब आम आदमी पार्टी नेता ताहिर हुसैन से पूछा गया कि आखिर उनके घर पर पेट्रोल बम, गुलेल, पत्थर और एसिड कैसे आए तो उन्होंने कहा कि ये सब उन्हें फँसाने की साजिश है। जबकि ग्राउंड रिपोर्ट में स्पष्ट देखा गया कि हिन्दुओं पर हमला करने के लिए पहले से ही उनके घर पर ये सब हथियार पहले से ही रखे गए थे। 

दिल्ली में हुए दंगों पर चर्चा पर सेना से रिटायर्ड मेजर गौरव आर्या मौजूद थे। चर्चा में मौजूद डिफेंसिव ऑफेंस यूट्यूब चैनल चलाने वाले वैभव सिंह ने कहा था कि यहाँ कोई नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शन नहीं था बल्कि पूर्व नियोजित हिन्दू विरोधी दंगा था। चर्चा के दौरान आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हुई निर्मम हत्या से लेकर दिलबर नेगी की हत्या पर बात की गई।

मेजर गौरव आर्या ने कहा कि सेलेक्टिव तरीके से दंगों की रिपोर्टिंग करने वाले मीडिया वालों को उनके हिसाब से चलने दिया जाना चाहिए, लेकिन बाकी लोग अपने अनुसार जरूर विरोध करें। शाहीन बाग़ पर मेजर आर्या ने कहा कि यह पूरी तरह से गुंडागर्दी ही है क्योंकि कुछ लोगों ने मिल जुलकर व्यवस्था को ठप करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि ताहिर हुसैन जैसे लोगों ने जिस क्रूरता का परिचय दिया असल में वो साबित ही यही करना चाहते हैं कि उन्हें देख कर इतना डर जाना चाहिए।

बातचीत के दौरान मेजर गौरव आर्या ने कहा कि भारत में कट्टरपंथ आज से ही नहीं बल्कि कई सदियों से है। उन्होंने कहा कि इसे साल दर साल संस्थागत करने की कोशिश की जाती रही हैं। यही कश्मीर में किया जाता रहा है और यही प्रयोग अब देशभर में किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने अपने अनुभव के बारे में भी बताया।

विस्तृत चर्चा इस यूट्यूब लिंक पर देख सकते हैं –

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिनके पति का हुआ निधन, उनको कहा – मुस्लिम से निकाह करो, धर्मांतरण के लिए प्रोफेसर ने ही दी रेप की धमकी: जामिया में...

'कॉल फॉर जस्टिस' की रिपोर्ट में भेदभाव से जुड़े इन 27 मामलों में कई घटनाएँ गैर मुस्लिमों के धर्मांतरण या धर्मांतरण के लिए डाले गए दबाव से ही जुड़े हैं।

‘गालीबाज’ देवदत्त पटनायक का संस्कृति मंत्रालय वाला सेमिनार कैंसिल: पहले बनाया गया था मेहमान, विरोध के बाद पलटा फैसला

साहित्य अकादमी ने देवदत्त पटनायक को भारतीय पुराणों पर सेमिनार के उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया था, जिसका महिलाओं को गालियाँ देने का लंबा अतीत रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -