अजमेर शरीफ दरगाह के चिश्तियों के कितने चेहरे हैं, ये उनके हालिया बयानों से सामने आए हैं। दरगाह मैनेजमेंट कमिटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती भले ही घूम-घूम कर कहते रहा हो कि वह खादिम सलमान चिश्ती के उस बयान का समर्थन नहीं करता, जिसमें सलमान ने नूपुर शर्मा का सिर काटने वाले को अपना मकान देने की बात कही था, लेकिन अब PFI के साथ उसका सीधा कनेक्शन सामने आया है।
हिंदुस्तान को हिलाकर रख देने की बात करने वाले सरवर चिश्ती का एक पुराना वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और उसके राजनीतिक संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) को मुस्लिमों का रहनुमा बता रहा है।
वीडियो में सरवर चिश्ती कहता है, “हम मुसलमानों के हामी हैं, मददगार हैं, उनके तरफदार हैं और ये तंजीमें- PFI-SDPI मुसलमानों की आवाज उठाती है।” इस दौरान SDPI नेता तस्लीम रहमानी भी सरवर चिश्ती के साथ बैठा है। साथ में PFI का अनीस, SDPI का जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद शफी, राजस्थान PFI अध्यक्ष आसिफ भी है। सरवर चिश्ती इनकी तारीफ कर रहा है।
सरवर चिश्ती कहता है, “रहमानी साहब टीवी पर मुस्लिमों की आवाज उठाते रहते हैं।” बता दें कि यह वही तस्लीम रहमानी है, जिसके साथ नूपुर शर्मा की टीवी पर डिबेट हुई थी। रहमानी भगवान शंकर और शिवलिंग पर लगातार आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहा था, जिसको लेकर नूपुर शर्मा ने कहा था कि वह भी पैंगबर की बच्ची के साथ निकाह के बात कह सकती हैं। इसके बाद इसे मुद्दा बनाकर देश भर में बवाल किया गया।
हाल ही में पटना में PFI के मॉड्यूल और ट्रेनिंग सेंटर में छापेमारी में खुलासा हुआ है कि यह संगठन भारत को साल 2047 तक मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाह रहा है। इसके लिए वह देश भर में नफरत और दंगे फैलाना चाहता है, ताकि मुस्लिमों में डर पैदा करके उसे PFI से जोड़ा जा सके।
PFI के बरामद डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि अगर देश के 10 प्रतिशत मुस्लिम भी उसके साथ आ जाते हैं तो वह ‘कायर हिंदुओं को घुटनों’ पर ला देगा और देश में इस्लामी शासन स्थापित कर देगा। डॉक्यूमेंट में यह भी कहा गया है कि मुस्लिम कभी भी बहुसंख्यक में नहीं रहे, वे हमेशा अल्पसंख्यक ही रहे हैं और फिर भी फतह हासिल की है।
PFI का सदस्य सरवर चिश्ती
रहमानी का चिश्ती के साथ बैठना और उसकी तारीफ करना, एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा लगता है, क्योंकि रहमानी नूपुर शर्मा को डिबेट में भड़काता है और उनसे पैगंबर पर बोलने के मजबूर करता है। इसके बाद इसे मुद्दा बनाकर देश भर में हिंसा की जाती है और PFI अपने लिए मुस्लिमों से सहानुभूति जुटाती है। वहीं, सरवर भी PFI-SDPI की तारीफ करता है।
सरवर चिश्ती खुद को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का सदस्य बताता है। उसे इस संगठन के सदस्यों के साथ कई बार देखा जा चुका है। वह सार्वजनिक मंचों से कई बार पीएफआई की तारीफ कर चुका है। 2020 में उसने यह कहते हुए पीएफआई का बचाव किया था कि संगठन ‘भारत के संविधान को बचा रहा है’।
हिंदुस्तान को हिलाने की धमकी
सरवर चिश्ती वही शख्स है जिसने कुछ दिनों पहले नूपुर शर्मा को लेकर भड़काऊ बातें कही थीं। उसने नूपुर शर्मा को हिंदुओं द्वारा दी जा रही समर्थन पर ऐतराज जताते हुए कहा था कि मुस्लिम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उसने कहा था, “इस वक्त मुल्क में जो हालात हैं। नामूस ए रसूल सललल्लाहु अलेही वसल्लम की शान में गुस्ताखी हो रही है। ये हम कभी कबूल नहीं करेंगे। ऐसा आंदोलन करेंगे कि पूरा भारत हिल जाएगा।”
अजमेर बाजार की दुकानें बंद होने पर हिन्दुओं पर निशाना साधते हुए सरवर चिश्ती ने कहा था कि ये दुकानदार दरगाह की खाते हैं और फिर नूपुर शर्मा के समर्थन में दुकान बंद करते हैं। उन्होंने कहा कि जिस औरत ने हमारे नबी की शान में गुस्ताखी की, उसको गिरफ्तार करने की माँग के खिलाफ उसके साथ एकता दर्शाने की माँग से हमारी भावनाएँ आहत हुई हैं।
इसके बाद जब उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या गला रेतकर हत्या हुई और देश भर में आक्रोश फूटा तो कॉन्ग्रेस सरकार ने एक सद्भावना रैली निकलवाई। इस सद्भावना रैली में सरवर चिश्ती को भी मिल किया गया था।
मोदी PM बने तो मुस्लिम आतंकी बनेंगे- सरवर चिश्ती
10 साल पहले कर्नाटक में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के मंच से भाषण देते हुए सरवर चिश्ती ने नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक बात कही थी। तब नरेंद्र मोदी को PM उम्मीदवार बनाने की अटकलों लग रही थीं।
उस समय सरवर चिश्ती ने कहा था, “अगर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन गया तो कोई ताज्जुब नहीं होगा कि सभी मुसलमान आतंकवादी बन जाएँ।” चिश्ती के इस बयान के बाद कर्नाटक में उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। हालाँकि, उस मामले का क्या हुआ, किसी को ज्ञात नहीं है।
सरवर का बेटा आदिल ने हिंदू देवी-देवताओं का उड़ाया मजाक
सरवर चिश्ती रसूल की बेइज्जती के नाम अपनी छाती पिटता रहा, लेकिन उसका बेटा आदिल चिश्ती हिंदू-देवताओं का मजाक बनाता रहा। आदिल ने 23 जून 2022 को कहा था, “333 करोड़ खुदाओं का अस्तित्व कैसे माना जाएगा? यह कैसे तार्किक है? एक खुदा का तो समझ में आता है। लेकिन, 333 करोड़ खुदा, थोक में देवता (Wholesale of Gods), उसको कैसे माना जाएगा? मैं सोचता हूँ कि अगर व्यक्ति को हजार साल की जिंदगी मिले तो भी वह सभी 333 करोड़ खुदाओं को राजी नहीं कर सकता है।”
आदिल चिश्ती ने आगे कहा, “दूसरी बात, मैं नुपुर शर्मा से यह भी पूछना चाहूँगा कि हिंदू पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि भगवान विष्णु के 10 अवतार हैं। इनमें से कुछ अवतार इंसानों वाले हैं, कुछ जानवरों वाले हैं, और कुछ इंसान और जानवर से मिलकर बने हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि क्या ये 10 अवतार संभव हैं या विश्वसनीय हैं कि तुम कहते हो कि वह एक ईश्वर है और फिर वह दस अलग-अलग अवतारों में प्रकट होता है। कुछ इंसानों के रूप में, कुछ जानवरों के रूप में और फिर कुछ फ्यूज़न के रूप में।”