Saturday, November 9, 2024
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जयपुर एयरपोर्ट पर पकड़ा गया बिजनौर का मोहम्मद फैजी, ‘मुस्लिम फंड’ के नाम पर करोड़ों रुपए लूट भाग गया था सऊदी

इस्लामी कानूनों (शरीयत) में जमा-पूँजी पर ब्याज कमाना गैर-इस्लामी करार दिया जाता है। इसी के चलते कई मुस्लिम परिवार बैंकों में पैसा जमा नहीं करते। इन लोगों को ऐसे संस्थानों की तलाश रहती है, जो ब्याज फ्री हों।

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बिजनौर (Bijnor) जिले के नगीना में ‘अल फैज़ान मुस्लिम फंड लिमिटेड’ नाम से चिटफंड कम्पनी के जरिए लोगों से करोड़ों रुपए लूट कर सऊदी भागने वाले इसके मुख्य संचालक मोहम्मद फैजी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह सऊदी अरब से जयपुर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ, उसी दौरान से उसे पकड़ लिया गया। यूपी पुलिस ने फैजी के नाम पर पहले से ही लुक आउट सर्कुलर जारी कर रखा था।

इस मामले को लेकर नगीना के सीओ सुमित शुक्ला ने कहा, “9 जनवरी को ‘अल फैज़ान मुस्लिम फंड लिमिटेड’ नाम के ट्रस्ट से काफी लोगों का पैसा लेकर भागने की सूचना मिली थी। उसमें इसका मुख्य आरोपित मोहम्मद फैजी सऊदी अरब से वापस लौटा और जयपुर एयरपोर्ट पर पकड़ा गया, क्योंकि हम लोगों ने पहले से ही लुक आउट सर्कुलर जारी कर रखा था। इसके द्वारा बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया है। उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है। वर्तमान में इसमें कुल चार लोग हैं। इसमें से एक इसकी बहन है और दो अन्य लोग हैं। इनके एक साथी को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। बाकियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”

क्या है मामला

नगीना के मोहल्ला लाल सराय का रहने वाला आरोपित मोहम्मद फैजी बीते 5 साल से मुस्लिम फंड चला रहा था। वह लोगों को शरिया कानून के हिसाब से पैसे जमा करने के लिए कहता था। शरिया कानून के मुताबिक ब्याज हराम है। इसी के चलते कई मुस्लिमों ने अपने पैसे फ़ैज़ी के पास जमा कर रखे थे।

कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि कि फ़ैज़ी ने नगीना स्थित अपने घर को बेच दिया था और विदेश भाग गया था। 15 जनवरी 2022 को फ़ैज़ी के ऑफिस की तलाशी के दौरान पुलिस को बैंक ऑफ़ बड़ौदा के बैनर बरामद हुए थे। ऑफिस के बाहर बैंक ऑफ़ बड़ौदा का कस्टमर केयर बोर्ड भी मिला था। उसके खिलाफ 170 लोगों ने शिकायत दर्ज करवाई है।

क्या है मुस्लिम फंड

इस्लामी कानूनों (शरीयत) में जमा-पूँजी पर ब्याज कमाना गैर-इस्लामी करार दिया जाता है। इसी के चलते कई मुस्लिम परिवार बैंकों में पैसा जमा नहीं करते। इन लोगों को ऐसे संस्थानों की तलाश रहती है, जो ब्याज फ्री हों। इसी सुविधा को दिलाने के नाम पर कुछ निजी संस्थाएँ सक्रिय हैं। इन्हें ही मुस्लिम फंड बैंक कहा जाता है।

बिजनौर जिले में मुस्लिम आबादी 43% से भी ज्यादा है। इसके साथ ही आसपास के जिलों में भी मुस्लिमों की अच्छी-खासी आबादी है। आरोप है कि आरोपित मोहम्मद फ़ैज़ी ने अल फैज़ान मुस्लिम फंड लिमिटेड नाम की संस्था ने कई लोगों को विश्वास में लिया और उनके पैसे जमा करवाए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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