Sunday, November 17, 2024
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तोड़ डाली उँगलियाँ, सिर पर कड़े से वार… भीड़ माँग रही थी लाश: स्वर्ण मंदिर में बेअदबी पर CM चन्नी ने दिए जाँच के आदेश

इस घटना (बेअदबी) पर सभी दल के नेताओं ने शोक जताया है। लेकिन किसी ने भी आरोपित की हत्या पर एक शब्द भी नहीं लिखा।

पंजाब के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी के आरोप में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। ‘दरबार साहिब’ की इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है। स्वर्ण मंदिर परिसर में हुई इस मॉब लिंचिंग को लेकर पुलिस का कहना है कि मृतक ने तलवार से गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी की कोशिश की थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मृत युवक मूल रूप से उत्तर प्रदेश का है। उसकी उम्र 25 वर्ष के आस पास बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि युवक वहाँ पहुँचने से पहले लगभग 1 घंटे तक लाइन में लगा रहा। इसके बाद वह तेजी से अंदर घुसा। घटना के बाद मौके पर मौजूद सेवादारों ने उसे पकड़ लिया। फिर वहाँ मौजूद कई लोगों ने उसे पीटा। जिसके पास जो था, उसने उसी से मारा। यह जानकारी वहाँ मौजूद बाबा बलजिंदर सिंह के हवाले से बताई जा रही है। बलजिंदर सिंह ने बताया:

“उसके पास से कोई कागज़ात नहीं मिला है। उसने अपने बारे में भी कुछ नहीं बताया। इसके बाद उसको कमरा नंबर 50 में ले जाया गया। यहाँ पर उसकी उँगलियाँ तोड़ डाली गईं। उसके सिर पर कड़े से वार किया गया। जब उसने उसी जगह दम तोड़ दिया, तब उसकी खून से लथपथ लाश वहाँ से हटा दी गई। मौके पर मौजूद तमाम नाराज लोग उसकी लाश माँग रहे थे। लाश को हटाया जा चुका था। उसकी लाश को न पाकर कई लोग नाराज भी हो रहे थे। उसने जो पाप किया था, उसकी सज़ा यही थी।”

अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि घटना की जगह कुछ यवक आरोपित को पुलिस के हवाले कर कानून से सजा दिलाने की बात कर रहे थे। हालाँकि वो भीड़ को अपनी बात मनवाने में कामयाब नहीं हुए।

बताया ये भी जा रहा है कि TV पर घटना का सीधा प्रसारण देख कर कई लोग अपने घरों से निकल कर स्वर्ण मंदिर पहुँच गए थे। थोड़ी ही देर में मंदिर के आगे भारी भीड़ जमा हो चुकी थी। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस घटना पर दुःख प्रकट किया है। उन्होंने अधिकारियों को मामले की सघनता से जाँच कर के मामले की जड़ तक जाने के निर्देश दिए हैं। इसी के साथ उन्होंने SGPC के अध्यक्ष को फोन कर के सरकार के पूरे समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया।

नई दुनिया की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के मुताबिक घटना ने पूरी मानवता को चोट पहुँचाई है। उनके अनुसार अगर व्यक्ति जीवित होता तो उसके मकसद की जानकारी हो पाती। इसी मामले में SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी के मुताबिक घटना का मुख्य उद्देश्य माहौल खराब करना था। उन्होंने कहा कि युवक बेअदबी के मकसद से ही अंदर घुसा था और उसने पवित्र तलवार भी उठाने की कोशिश की थी। अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत साहिब के मुताबिक ऐसी हरकत सहन नहीं की जाएगी। इसकी जाँच कर के दोषी को दंड मिले।

इस घटना पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीट किया है, “दरबार साहिब में हुई बेअदबी की घटना बेहद दुखदायी है। सब लोग सदमे में हैं। ये बहुत बड़ी साज़िश हो सकती है। दोषियों को सख़्त से सख़्त सजा मिले।”

भाजपा के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने भी इस घटना पर दुःख प्रकट किया है। उन्होंने कहा है, “अमृतसर में श्री दरबार साहिब में जो बे-अदबी करने का प्रयास किया गया, मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूँ। यह घटना अत्यंत निंदनीय है। इस घटना की पूरी जाँच होनी चाहिए।”

गौरतलब है कि इस से पहले भी किसान आंदोलन के दौरान सिंघु बॉर्डर पर एक दलित युवक लखबीर सिंह को गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के आरोप में बेरहमी से मार डाला गया था। पंजाब के लखबीर को काफी देर तक मार कर लटकाया गया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपितों पर कार्रवाई भी की थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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