अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की एक ‘हिन्दू छात्रा’ की शिकायत के बाद रहबर दानिश नाम के AMU छात्र पर पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। रहबर पर आरोप है कि उसने छात्रा को लड़कियों पर गलत असर डालने के नाम पर लगातार प्रताड़ित किया और धमकियाँ दी। महिला आयोग ने इस संज्ञान लेकर आगे कार्रवाई की बात कही है।
Will enquire into it. https://t.co/09lEpcQBFD
— Rekha Sharma (@sharmarekha) July 16, 2020
ऑपइंडिया ने इस मामले में उस छात्रा से संपर्क किया। छात्रा ने हमसे बात करते हुए इस बात की पुष्टि की। उसने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है। अब पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है।
छात्रा ने ये भी बताया कि जब उसने उस लड़के के बर्ताव पर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। तब उस लड़के ने खुद उससे संपर्क किया और माफी माँगने लगा। छात्रा के अनुसार, उसे पक्का तो नहीं मालूम मगर लड़का उससे बात करते हुए डिप्रेशन में लग रहा था। जिसे सुनकर उसने उससे लिखित में माफी माँगी।
छात्रा बताती है कि कॉल पर दानिश ने उसे बताया कि उसे और उसके परिवार वालों को धमकियाँ मिल रही हैं। कोई उसकी माँ और बहन के साथ बलात्कार की बातें कह रहा है।
हैरानी की बात है कि शिकायत दर्ज होने के बाद जिस रहबर नाम के युवक का हृदय परिवर्तन लड़कियों के प्रति हुआ और वह गिड़गिड़ाकर माफी माँगने लगा। वही रहबर छात्रा को पीतल का हिजाब पहनाने की बातें तक कर चुका है।
छात्रा ही इस बात को कहती है कि लॉकडाउन के बाद यूनिवर्सिटी खुलने पर उसे पीतल का हिजाब पहनाने की बात कहने वाला व्यक्ति अब उससे माफी माँग रहा है। लेकिन किसे क्या मालूम है कि कब क्या हो जाएगा? छात्रा के अनुसार, उसके परिवार वाले इस मामले में उसके साथ खड़े हुए हैं और उसका समर्थन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले इसी छात्रा ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि कैसे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्याल के हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों को खुद को ढँकने के लिए मजबूर किया जाता है और महिलाओं को उनके कपड़ों के आधार पर कैसे ऑब्जेक्टिफाइड किया जाता है। छात्रा के इस पोस्ट के बाद दानिश और उसके बाकी साथी उस पर हमलावर हो गए और अपमानजनक और भद्दी भद्दी-भद्दी गालियाँ देने लगे। जिसका छात्रा ने स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए शिकायत दर्ज कराई।
उसने लिखा कि उसके पोस्ट के बाद एएमयू के मुस्लिम छात्रों द्वारा लागातार हमला किया जा रहा था। उसके पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए छात्रों ने उसे धमकी दी थी कि जब लॉकडाउन के बाद फिर से विश्वविद्यालय खुलेगा, तो उसे “पीतल से बना हिजाब” पहनने के लिए मजबूर किया जाएगा।
लड़की ऑपइंडिया से बात करते हुए यह भी कहती है कि उसे इन लोगों ने तब भी टारगेट किया था जब उसने सीएए/एनआरसी के समर्थन में बोला। लेकिन तब उसे ऐसा नहीं लगा कि एफआईआर करनी चाहिए। मगर अब उसने इस मामले में पुलिस तक बात पहुँचाने का निर्णय ले लिया।