Sunday, June 22, 2025
Homeदेश-समाजभारी बारिश के कारण आंध्र प्रदेश में 29 लोगों की मौत, 100 लोगों के...

भारी बारिश के कारण आंध्र प्रदेश में 29 लोगों की मौत, 100 लोगों के बहने की आशंका, 20 हजार लोगों को बचाया गया

मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और जिला कलेक्टरों के साथ समीक्षा बैठक में बाढ़ का पानी कम होते ही फसल के नुकसान का आंकलन करने लिए कहा। राहत के रूप में प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा देने का एलान किया है।

आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश से भयंकर तबाही मची है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगातार बारिश होने की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। दक्षिणी आंध्र प्रदेश के चित्तूर, कडप्पा, नेल्लोर और अनंतपुर जिलों में भारी बारिश के कारण फँसे 20,000 से अधिक लोगों को निकाला जा चुका है और उन्हें राहत शिविरों में भेज दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि 1,316 से अधिक गाँव जलमग्न हो गए हैं। वहीं, चार जिलों की अलग-अलग घटनाओं में 100 अधिक लोगों के बह जाने का अंदेशा है।

राज्य सरकार के अनुसार, भारतीय वायु सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और दमकल सेवाकर्मियों ने अनंतपुरम, कडप्पा और चित्तूर जिलों में भीषण बाढ़ की चपेट में आए एक पुलिस निरीक्षक सहित कम-से-कम 64 लोगों को बचाया।

मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने शनिवार (20 नवंबर 2021) को प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और जिला कलेक्टरों के साथ बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से बाढ़ का पानी कम होते ही फसल के नुकसान का आंकलन करने लिए भी कहा। राहत के रूप में प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।

इससे पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में बाढ़ की स्थिति पर मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था। इसी के साथ उन्होंने सभी के सुरक्षित रहने की प्रार्थना भी की।

बता दें कि बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के चलते गुरुवार (18 नवम्बर 2021) की रात से ही आंध्र प्रदेश में भारी बारिश हो रही है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन शिव मंदिर में पूजा कर रहे श्रद्धालु भी बाढ़ की चपेट में आ गए थे। राज्य की पुलिस, भारतीय वायु सेना, एसडीआरएफ और दमकल सेवा बचाव कार्यों में लगी हुई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

होर्मुज स्ट्रेट को ईरान ने किया ब्लॉक करने का फैसला, ठप पड़ जाएगी दुनिया भर में 20% कच्चे तेल की सप्लाई: अमेरिकी हमले के...

होर्मुज जलडमरूमध्य बंद करने के ईरान के फैसले से तेल व्यापार प्रभावित होगा। भारत जैसे देशों को कीमतों और आपूर्ति में संकट झेलना पड़ सकता है।

IIT गाँधीनगर में ‘वामपंथी प्रोफेसर’ का प्रोपेगेंडा जारी, RTI के भी नहीं दिए जा रहे सही जवाब: टैक्स पेयर्स के पैसों पर ‘पलने’ वालों...

IIT गाँधीनगर टैक्सपेयर्स के पैसे से चलता है। यहाँ के प्रोफेसर ऐसी गतिविधियों में शामिल हैं, तो पढ़ने वाले छात्रों पर इसका क्या असर पड़ेगा?
- विज्ञापन -