बिहार में एक नर्स द्वारा कथित तौर पर बच्चा चुराए जाने पर आगजनी कर रही गुस्साई हुई भीड़ ने पुलिसबल पर पथराव कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने तीन राउंड फायरिंग की। मामला काबू में न आते देख डीएसपी को दलबल के साथ मौके पर ही कैम्पिंग करनी पड़ रही है। मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा का है।
आगजनी रोकने पहुँची थी पुलिस
पुलिस नालंदा के इस्लामपुर में आगजनी रोकने और सड़क-जाम खत्म कराने पहुँची थी। शुक्रवार रात इस्लामपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से एक नवजात बच्चे की चोरी हो गई थी। जब चोरी का पता चला तो परिजनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। समाचार एजेंसी ANI के के मुताबिक उन्होंने अस्पताल पर पत्थरबाजी की और सम्पत्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया:
#WATCH Bihar: Relatives of a woman, who had come to Primary Health Centre in Islampur of Nalanda for delivery of her child last night, pelted stones at & vandalised the property after the child was allegedly stolen by another woman, from the hospital. pic.twitter.com/MDlSUmjNzl
— ANI (@ANI) June 29, 2019
Bihar: Relatives of a woman, who had come to Primary Health Centre in Islampur of Nalanda for delivery of her child last night, pelted stones at & vandalised the property after the child was allegedly stolen by another woman, from the hospital. pic.twitter.com/X5QV3zaj13
— ANI (@ANI) June 29, 2019
जन्म और चोरी के समय को लेकर विरोधाभास
मामले को लेकर मीडिया में विरोधाभासी वृत्तांत सामने आ रहे हैं। एक ओर इंडिया टुडे के मुताबिक हिलसा, नालंदा के सब डिवीजनल अफसर (एसडीओ) वैभव चौधरी ने ANI से बात करते हुए कहा कि शुक्रवार देर रात लाई गई महिला ने शनिवार (29 जून) सुबह 9 बजे शिशु को जन्म दिया।
वहीं न्यूज़ 18 ने शुक्रवार रात के तीन बजकर 20 मिनट के आसपास चोरी होने का दावा किया है। न्यूज़ 18 यह भी कहता है कि आमना ने एक नर्स पर ही बच्चे की चोरी का आरोप लगाया है। लेकिन ड्यूटी पर तैनात डॉ. प्रभाकर के हवाले न्यूज़ 18 ने यह भी लिखा है कि जिस महिला पर बच्चा चुराने का आरोप है, उसने नर्स से रात में कहा कि वह आमना खातून के ही साथ है, और वह आमना की सेवा करने लगी। रात करीब तीन बजकर 20 मिनट वह बच्चे को भाप दिलाने के नाम पर निकली और फरार हो गई।