Sunday, September 1, 2024
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जिनके लिए PM मोदी ने मंच से कहा- मेरी बेटी जैसी, उनके ‘भाई’ की कॉलेज में पीट-पीटकर हत्या: मास्क पहनकर आए थे हमलावर, पहचान में जुटी पुलिस

हमलावर लॉ कॉलेज के गेट के बाहर हर्ष का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही परीक्षा देकर वे बाहर निकले और अपनी बुलेट पर बैठे, उसी समय करीब एक दर्जन से अधिक की संख्या में आए नकाबपोशों ने उन पर हमला कर दिया।

22 साल के हर्ष राज की 27 मई 2024 को पटना के लॉ कॉलेज में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। लाठी-डंडों से लैस हमलावर मास्क पहनकर आए थे। पुलिस इनकी पहचान में जुटी है।

हर्ष राज पटना के ही बीएन कॉलेज के बीए फाइनल ईयर के छात्र थे। लॉ कॉलेज में उनका एक्जामिनेशन सेंटर था। परीक्षा देकर वे जैसे ही निकले उन पर हमला कर दिया गया। इसके बाद कॉलेज कैंपस में भगदड़ मच गई। पुलिस ने बताया है कि उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।

हर्ष मूल रूप से बिहार के वैशाली जिले के मझौली गाँव के रहने वाले थे। उनके पिता पेशे से पत्रकार हैं। हर्ष खुद भी सामाजिक तौर पर काफी सक्रिय थे। लोकनायक युवा परिषद नाम से वे एक संगठन भी चलाते थे। कुछ दिन पहले उन्हें समस्तीपुर में चुनाव प्रचार करते भी देखा गया था। यहाँ से एनडीए की प्रत्याशी शांभवी चौधरी उन्हें अपना भाई मानती थीं। ये वहीं शांभवी चौधरी हैं, जिन्हें दरभंगा में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बेटी जैसा बताया था।

रिपोर्ट के अनुसार 25 मई को छठे चरण का मतदान होने के बाद हर्ष पटना लौटे थे। वे पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रहे थे। उनकी हत्या के विरोध में 28 मई को पटना विश्वविद्यालय बंद रहेगा।

हर्ष की हत्या की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि कुछ समय पहले कॉलेज में डांडिया नाइट्स का आयोजन किया गया था। इसके अगुवा हर्ष ही थे। इसको लेकर छात्रों के एक गुट से उनका विवाद चल रहा था। उनकी हत्या में लॉ कॉलेज और पटेल हॉस्टल के छात्रों के शामिल होने का संदेह जताया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि हमलावर लॉ कॉलेज के गेट के बाहर हर्ष का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही परीक्षा देकर वे बाहर निकले और अपनी बुलेट पर बैठे, उसी समय करीब एक दर्जन से अधिक की संख्या में आए नकाबपोशों ने उन पर हमला कर दिया।

लाठी, रॉड, ईंट से उन्हें बुरी तरह मारा गया। उन्हें लहूलुहान हालत में पीएमसीएच ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बची। उनकी हत्या के बाद यूनिवर्सिटी में परीक्षाएँ रद्द कर दी गईं हैं। उन पर हमले के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हैं। इनकी मदद से पुलिस हमलावरों के पहचान का प्रयास कर रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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