उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में प्रशासन द्वारा किसानों को रात तक प्रदर्शन साइट खाली करने के आदेश जारी करने के बाद बृहस्पतिवार (जनवरी 28, 2021) शाम से ही दिल्ली की गाजीपुर सीमा पर तनाव बढ़ गया।
शाम होते, जैसे ही दंगा-रोधी दस्ता साइट पर पहुँचने लगा, प्रदर्शनकारी और किसान नेता आपस में बँटने लगे। आंदोलन के नेता विरोध प्रदर्शन के भविष्य की कार्रवाई पर अलग-अलग होते नजर आ रहे हैं। जहाँ एक ओर बीकेयू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भावुक होकर घोषणा की कि गाजीपुर में विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा, वहीं उनके भाई बीकेयू प्रमुख नरेश टिकैत ने कहा कि इस धरना प्रदर्शन को समाप्त कर देना चाहिए।
राकेश टिकैत ने दिल्ली से सटे गाजीपुर में यूपी गेट पर संवाददाताओं से कहा कि वह कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध छोड़ने के बजाय आत्महत्या कर लेंगे। इसके विपरीत, उनके भाई नरेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर में एक सभा में समर्थकों से कहा, “निराश मत हो। आज गाजीपुर में विरोध भी खत्म हो जाएगा। पुलिस से पिटने से बढ़िया इसे खाली करना है।”
Bhartiya Kisan union president Naresh Tikait during a panchayat said the protest at Ghazipur border would be called off. Meanwhile, Rakesh Tikait insists the protest will continue. pic.twitter.com/W15f1ZYG3Q
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) January 28, 2021
गाजियाबाद प्रशासन द्वारा यूपी गेट पर प्रदर्शनकारियों को आधी रात के बाद साइट खाली करने का अल्टीमेटम देने के बाद नरेश टिकैत का यह बयान आया।
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस से पहले तक सबके ‘बक्कल उतारने’ की धमकी देने वाले टिकैत ने रोते हुए मीडिया के सामने आत्महत्या करने की बात कही है। साथ ही धरने पर जमा लोगों को दोबारा भड़काऊ स्पीच देकर भी उकसाया।
दिल्ली पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को नोटिस जारी करते हुए पूछा कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली को लेकर पुलिस के साथ हुए समझौते को तोड़ने के लिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों न की जाए? इसके अलावा, उनके टेंट पर नोटिस भी चस्पा किया गया है।
किसानों नेताओं के खिलाफ ‘लुक आउट’ नोटिस जारी
दूसरी ओर, गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा और उपद्रव के संबंध में दर्ज FIR में नामजद किसान नेताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस ‘लुक आउट’ नोटिस जारी करेगी। रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही प्राथमिकी में नामजद किसान नेताओं से उनका पासपोर्ट जमा कराने के लिए भी कहा जाएगा।
26 जनवरी के दिन हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई सिलसिलेवार बैठकों के बाद यह निर्णय लिए गए। अधिकारी ने कहा कि शाह लगातार दिल्ली की स्थिति पर नजर रख रहे हैं और उन्होंने बुधवार देर रात और बृहस्पतिवार सुबह भी बैठकें कीं।
उन्होंने कहा कि आरोपित किसान नेताओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के लिए दिल्ली पुलिस को निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं, एक आरोपित को देश से बाहर जाने से रोकने के लिए उसके विरुद्ध लुक आउट नोटिस जारी किया गया है।