Thursday, May 22, 2025
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छत्तीसगढ़ में मृत बेटी के शव को कंधे पर लाद 10km चला पिता: स्वास्थ्य केंद्र पर आरोप- गलत इंजेक्शन से हुई मौत, एंबुलेंस देने में भी की आनाकानी

अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनोद भार्गव का कहना है कि अमदला गाँव के रहने वाले ईश्वर दास की बेटी सुरेखा पिछले कई दिनों से तेज बुखार से पीड़ित थी और दास उसे लेकर लखनपुर अस्पताल आए थे। बच्ची का ऑक्सीजन लेवल बहुत बेहद कम, 60 के करीब था।

छत्तीसगढ़ के सरगुजा से कॉन्ग्रेस सरकार की अमानवीयता और एक पिता की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले के एक स्वास्थ्य केंद्र पर ईलाज के दौरान बेटी को गलत इंजेक्शन के दिया गया और जब उसकी मौत हो गई तो उसके पिता को शव ले जाने के लिए एंबुलेंस देने की आनाकानी की जानी लगी। इसके बाद पिता अपनी सात वर्षीया बेटी का शव कंधे पर लादकर करीब 10 किलोमीटर तक चला। इसका वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने चिकित्सा अधिकारी को हटाते हुए जाँच के आदेश दे दिए हैं।

बताया जा रहा है कि सरगुजा जिले के लखनपुर गाँव में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है, जहाँ शुक्रवार (25 मार्च 2022) की सुबह एक बच्ची की मौत हो गई थी। अधिकारियों का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र पर गाड़ी पहुँचने के पहले ही उसके पिता शव लेकर गाड़ी के पहुंचने से पहले ही उसके पिता शव को ले गए। उन्होंने बताया कि अमदला गांव के रहने वाले ईश्वर दास अपनी बीमार बेटी सुरेखा को सुबह तड़के लखनपुर सीएचसी लाए थे।

अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनोद भार्गव का कहना है कि अमदला गाँव के रहने वाले ईश्वर दास की बेटी सुरेखा पिछले कई दिनों से तेज बुखार से पीड़ित थी और दास उसे लेकर लखनपुर अस्पताल आए थे। बच्ची का ऑक्सीजन लेवल बहुत बेहद कम, 60 के करीब था। स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि बच्ची के पहुँचते ही जरूरी उपचार शुरू कर दिया गया था, लेकिन उसकी हालत बिगड़ती गई और उसकी मौत हो गई।

स्वास्थ्यकर्मियों का तर्क है कि उन्होंने पीड़ित पिता से कहा था कि जल्दी ही घोड़ागाड़ी आ जाएगी और जब गाड़ी आई तो पिता अपनी मृत बेटी को लेकर जा चुका था। किसी व्यक्ति ने इस पिता का वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वहीं, ईश्वर दास का कहना है कि अस्पताल की नर्स ने उनकी बेटी को गलत इंजेक्शन दे दिया, जिसके कारण उसके उसके नाक से लगातार खून बहने लगा और उसकी मौत हो गई। दास का यह भी कहना है कि एंबुलेंस मँगाने में अस्पताल के कर्मचारी आनाकानी कर रहे थे, इसलिए वे पैदल ही शव को लेकर चल दिए।

वीडियो सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री सिंह देव ने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से मामले की जाँच कर कार्रवाई करने को कहा है। मंत्री ने वीडियो परेशान करने वाला है। वहाँ पर तैनात हैं कर्मचारी अगर अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करते हैं तो उन्हें हटा दिया जाना चाहिए।

वहीं, इस मामले पर कार्रवाई करते हुए अंबिकापुर सीएमएचओ ने लखनपुर के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. पीएस केरकट्‌टा को पद से तत्काल प्रभाव से दिया है। इसके साथ ही उन्हें एक नोटिस भी भेजा गया था, जिसमें पूछा गया था कि मृत बच्ची के पिता को एम्बुलेंस उपलब्ध कराने में देरी क्यों हुई?

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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