राजस्थान के जालौर जिले से एक बेहद ही शर्मसार करने वाला सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपितों ने इस घिनौनी वारदात को अंजाम देने के लिए पीड़िता के दो सहेलियों का भी इस्तेमाल किया।
9वीं कक्षा में पढ़ने वाली नाबालिग पीड़िता की दोनों सहेलियों ने ही आरोपितों का साथ देकर उसे इस जाल में फँसा दिया। जिसके बाद वह लगातार रेप का शिकार बनती रही और उसके साथ गैंगरेप भी हुआ।
जानकारी के मुताबिक पीड़िता के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपितों के नाम संपतराम, नरेश कुमार मेघवाल और शिवा चौधरी है। इसके अलावा पीड़िता की दोनों सहेलियों को भी आरोपित बनाया गया है।
जालौर जिले के रानीवाड़ा थाना इलाके में पीड़िता के पिता ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक तकरीबन एक महीने पहले मुख्य आरोपित संपतराम ने पीड़िता के सहेलियों के माध्यम से उसे मोबाइल दिया था।
इसके बाद संपतराम ने नाबालिग पीड़िता को बहला-फुसलाकर उसके साथ संबंध बनाकर फोटो और वीडियो बना लिया। फिर उसने उसे इसे वायरल करने की धमकी देकर लगातार उसके साथ रेप किया और फिर एक दिन उसने अपने दो और साथियों नरेश कुमार मेघवाल और शिवा चौधरी के साथ मिलकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।
पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज कराए गए रिपोर्ट आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। थानाधिकारी मिट्ठू लाल ने बताया कि पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत गैंगरेप का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जाँच की जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर सजा दी जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले दिनों राजस्थान में 22 साल की एक युवती को एक महीने तक नशे की हालत में रखा गया और फिर अलग-अलग जगहों पर ले जाकर 5-6 लोगों ने गैंगरेप किया था। पीड़िता ने इस घिनौनी वारदात के लिए अपने मामा परवेज मुन्सर्फ को जिम्मेदार ठहराया था।
पीड़िता ने बताया था कि उसका मामा ही उसे अलग-अलग जगहों पर ले जाकर उसका गैंंगरेप करवाता था। वहीं राजस्थान के भिलवाड़ा में 15 साली की एक बच्ची का 3 लोगों ने शराब के नशे में अपहरण करके गैंगरेप किया।