Thursday, May 2, 2024
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‘गुलाम बनो या फिर इस्लाम अपना लो…’: बेंगलुरु के 48 स्कूलों को बम से उड़ाने की मिली धमकी, पुलिस ने परिसर कराए खाली

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के स्कूलों को एक बार फिर से बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। भेजे गए ईमेल में कहा गया है कि काफिरों के पास दो ही विकल्प हैं- या तो गुलाम बन जाओ या फिर अल्लाह के सच्चे दीन में आ जाओ। इसमें मूर्तिपूजकों की हत्या का आह्वान किया गया है।

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के स्कूलों को एक बार फिर से बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। करीब 48 स्कूलों (कुछ रिपोर्ट में 15-16 तो कुछ 28 और 48 स्कूल) को शुक्रवार (1 दिसंबर 2023) को सुबह एक ईमेल मिला, जिसमें धमकी दी गई कि स्कूल परिसर में बम रखा गया है। इसके बारे में पुलिस को सूचित किया गया। आनन-फानन में पुलिस ने सभी स्कूलों को खाली कराकर तलाशी शुरू कर दी।

पुलिस की तलाशी अभियान में अभी तक कुछ नहीं मिला है। हालाँकि, पुलिस का तलाश अभियान जारी है। साथ में बम निरोधक दस्ते और तोड़फोड़ रोधी जाँच दल भी है। माना जा रहा है कि पिछली बार की तरह ये धमकी भी फर्जी हो सकती है। बता दें कि पिछले साल बेंगलुरु के कई स्कूलों को ईमेल भेजकर बम विस्फोट की धमकी दी गई थी। बाद में यह धमकी फर्जी निकली थी।

घटना के बाद स्कूल ने अभिभावकों को बुलाकर बच्चों को घर भेज दिया। एक स्कूल ने बताया, “आज स्‍कूल प्रशासन एक अप्रत्याशित परिस्थिति का सामना कर रहा है। स्‍कूल में बम होने की धमकी मिली है। छात्रों की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। इसलिए हमने निर्णय लिया है कि छात्रों को तुरंत स्‍कूल से बाहर निकाला जाए। सुरक्षाबलों की सलाह पर छात्रों को घर भेजा जा रहा है।”

वहीं, शहर के पुलिस कमिश्नर ने कहा, “बेंगलुरु शहर के कुछ स्कूलों को आज सुबह ‘बम की धमकी’ का संकेत देने वाले ईमेल मिले हैं। सत्यापन और पता लगाने के लिए तोड़फोड़ रोधी और बम खोजी दस्तों को सेवा में लगाया गया है। ये हॉक्स कॉल लगती है, फिर भी दोषियों का पता लगाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।”

कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा, “हम ईमेल के सोर्स की पुष्टि कर रहे हैं। हम इसे गंभीरता से ले रहे हैं। मैंने प्राथमिकता के आधार पर इसकी जाँच करने के लिए पुलिस को सूचित कर दिया है।” वहीं, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि उन्होंने पुलिस को जाँच करने का निर्देश दिया है। सुरक्षा उपाय भी किए गए हैं। माता-पिता को घबराने की जरूरत नहीं है।

इन स्कूलों को भेजे गए ईमेल में कहा गया है, “26 नवंबर को अल्लाह की राह में शहीद होने वालों ने सैकड़ों मूर्तिपूजकों को मार डाला। हाथ में चाकू लेकर काफिरों पर रखना वाकई पावरफुल अनुभव है। अल्लाह की राह में शहीद होने के लिए सैकड़ों मुजाहीद्दीन युद्ध क्षेत्र में जा रहे हैं। तुम अल्लाह के दुश्मन हो और हम तुम्हें और तुम्हारे बच्चों को मार देंगे।”

स्कूलों को भेजा गया ईमेल (साभार: टाइम्स नाऊ)

टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के अनुसार, इस ईमेल में आगे लिखा है, “तुम लोगों के पास हमारा गुलाम बनने या अल्लाह के असली दीन को अपनाने का विकल्प है। बिस्मिल्लाह हम अल्लाह के सच्चे दीन को पूरे भारत में फैलाएँगे। इस्लाम अपनाओ या इस्लाम की तलवार से अपनी गर्दन कटवाओ। जब हम काफिरों से मिलेंगे तो उनके सिर काट देंगे। उनकी अंगुलियों को काट देंगे।”

गौरतलब है कि साल 2022 में बेंगलुरु के 15 स्कूलों को इसी तरह का एक ईमेल प्राप्त हुआ था। उस ईमेल का धमकी दी गई थी कि स्कूल के परिसर में विस्फोटक लगाए गए है। इसके बाद पुलिस की टीम ने इन स्कूलों की गहन तलाशी ली थी, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला था। बाद में पता चला कि यह किसी सिरफिरे की शरारत है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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