मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) मामले में महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) के प्रवक्ता नवाब मलिक (Nawab Malik) को 3 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की हिरासत में भेज दिया गया है। हालाँकि, ED ने PMLA (प्रिवेंशन मनी ऑफ लॉन्ड्रिंग एक्ट) कोर्ट से मलिक की 14 दिन की रिमांड की माँगी थी, लेकिन कोर्ट ने 8 दिन की रिमांड दी। साथ ही उन्हें जेल में अपनी दवाइयाँ रखने और घर से खाना मँगाकर खाने की इजाजत भी दी है।
ED ने यह गिरफ्तारी ‘मनी लॉन्ड्रिंग और दाऊद से कनेक्शन’ पर चली 8 घंटे की पूछताछ के बाद बुधवार (23 फरवरी) को दोपहर की। ईडी ने मलिक से कथित तौर पर उनसे 1993 में हुए मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के दोषियों में से एक से कुछ संपत्ति खरीदने के संबंध में पूछताछ की और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद मंत्री नवाब मलिक की आरे से ट्वीट किया गया, “न डरेंगे और न झुकेंगे। 2024 के लिए तैयार रहिए।” कुछ देर बाद ही एक और ट्वीट किया गया, जिसमें कहा गया, ”कुछ ही देर की ख़ामोशी है, फिर शोर आएगा… तुम्हारा तो सिर्फ वक़्त है हमारा दौर आएगा !!” इस दौरान ईडी ऑफिस के बाहर NCP के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की।
नवाब मलिक की गिरफ्तारी पर भाजपा ने उनका इस्तीफा माँगा है। भाजपा का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार के कई कैबिनेट मंत्रियों पर मुकदमे दर्ज हैं। राज्य के पूर्व गृह मंत्री पहले से ही जेल में हैं और अब ये भी जेल में पहुँच गए।
गिरफ्तारी पर राजनीति शुरू
नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद NCP सुप्रीमो शरद पवार के घर पार्टी नेताओं की बैठक हुई। उसके बाद वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। नवाब मलिक की गिरफ्तारी के विरोध में महा विकास अघाड़ी के मंत्रियों ने गुरुवार (24 फरवरी) को बजे सुबह विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शरद पवार से फोन पर बात की और उनसे नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लेने का आग्रह किया। वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, “इस्तीफा न दें नवाब मलिक लड़ते रहे… जरूर जीतेंगे।” राउत ने कहा कि जिस तरह से ED के अधिकारी घर में घुसकर मलिक को उठा ले गए, यह महाराष्ट्र सरकार के लिए चुनौती है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वह कई खुलासे करेंगे और एक ऑफिसर को एक्सपोज करेंगे।