Monday, October 14, 2024
Homeराजनीतिदाऊद की बहन से जमीन की डील, कैश में दिए पैसे: अब नवाब मलिक...

दाऊद की बहन से जमीन की डील, कैश में दिए पैसे: अब नवाब मलिक के बेटे फराज़ को ED का समन, जाँच में नहीं कर रहे सहयोग

समन पाने के बाद फ़राज़ के वकील ने कागज़ात पेश करने के लिए 1 सप्ताह का समय माँगा। इस माँग को ED ने ठुकरा दिया है।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने NCP नेता नवाब मलिक के बेटे फ़राज़ मालिक को समन जारी किया है। यह समन दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित है। ED कुर्ला के गोवावाला कम्पाउंड प्रॉपर्टी डील में दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर (अब मृत) मामले में फ़राज़ से पूछताछ करेगी। ED ने यह समन मंगलवार (1 मार्च, 2022) को जारी किया है। समन पाने के बाद फ़राज़ के वकील ने कागज़ात पेश करने के लिए 1 सप्ताह का समय माँगा। इस माँग को ED ने ठुकरा दिया है।

मिली जानकारी के मुताबिक, नवाब मालिक और हसीना पारकर के बीच में जमीन की डील हुई थी। इस डील में फ़राज़ मालिक ने माँगे गए पैसे को कैश में दिया था। ED ने उन्हें साल 2005 के कागज़ात दिखाने को कहा है। साथ ही फ़राज़ पर जाँच में सहयोग न करने का भी आरोप लगा है। फ़राज़ मालिक को यह समन तब आया है जब ED ने नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक नवाब मलिक जाँच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। पूछताछ के दौरान वो तबीयत खराब होने का हवाला दे कर जे जे अस्पताल में भर्ती हो गए थे। उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद वापस कस्टडी में लाया गया है। उनकी कस्टडी 3 मार्च तक होने की सूचना है।

वहीं लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, बॉम्बे हाईकोर्ट ने नवाब मलिक की याचिका पर सुनवाई के लिए बुधवार (2 मार्च) का दिन तय किया है। इस याचिका में नवाब मलिक ने ED की हिरासत से तत्काल रिहाई की माँग की है। साथ ही उन्होंने अपने खिलाफ ED द्वारा दर्ज किए गए मनी लॉन्ड्रिंग केस को भी चुनौती दी है।

बुधवार को यह मामला जस्टिस एसबी शुक्रे की अध्यक्षता वाली बेंच में सुना जाएगा। इस याचिका पर आज मंगलवार को सुनवाई नहीं हो पाई।

क्या और कब का है जमीन खरीद का मामला

नवाब मालिक ने इस जमीन की डील साल 2005 में की गई थी। दाऊद की बहन हसीना पारकर से इस जमीन का समझौता 85 लाख रुपए में हुआ था लेकिन सेल एग्रीमेंट जालसाजी कर के इस जमीन की कीमत 35 लाख रुपए ही दिखाई गई थी। बचे 55 लाख रुपए हसीना प्रकार को फ़राज़ मलिक द्वारा कैश में दिए गए थे। यहाँ ये भी ध्यान देने योग्य है कि आज उस जमीन की कीमत लगभग 300 करोड़ रुपए है। ED ने फ़राज़ मलिक से 2005 में जमीन की खरीदारी से जुड़े सभी कागज़ातों को पेश करने के लिए कहा है।

ED के अनुसार, आज 300 करोड़ कीमत की कुर्ला की प्रॉपर्टी नवाब मलिक के रिश्तेदारों द्वारा महज 85 लाख में खरीदी गई थी। इस खरीद में मध्यस्त के रूप में एक कम्पनी भी है जो नवाब मलिक के रिश्तेदार की ही बताई जा रही है। ED अब इस पूरे रैकेट शामिल अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है। इसी जाँच के दौरान फराज मलिक का नाम सामने आया। फराज पर आरोप है कि उन्होंने 55 लाख रुपए कैश में और 5 लाख रुपए का चेक दाऊद की बहन हसीना प्रकार को साल 2005-06 में दिया था।

15 फरवरी 2022 को ED ने दक्षिण मुंबई के कई जगहों पर छापेमारी की। ये छापेमारी दाऊद इब्राहिम के मनी लांड्रिंग से जुड़े लोगों से संबंधित थी। लगभग 10 अलग – अलग जगहों पर हुई इस छापेमारी में दाऊद इब्राहिम की मृत बहन हसीना पारकर और उसके भाई इकबाल कासकर का घर शामिल है। इस छापेमारी के बाद 19 फ़रवरी को ED ने इकबाल कासकर को हिरासत में ले लिया। उसे PMLA कोर्ट के आगे पेश किया गया। NIA ने भी कहा था कि दाऊद इब्राहिम भारत में आतंकी हमलों की तैयारी में है और इसके लिए वो हवाला के जरिए पैसे जुटा रहा है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

घुसपैठ कर हरियाणा में बसे ही नहीं हैं रोहिंग्या मुस्लिम, चला रहे मदरसे भी: मौलवी बोले- हम ब्लैक में म्यांमार से आए, भारत में...

हरियाणा के मुस्लिम बहुत मेवात क्षेत्र के नूहं में म्यामांर से आए हुए रोहिंग्या मुस्लिमों की एक बड़ी आबादी अवैध रूप से रह रही है।

कबाड़ का काम करने गया पुणे, अब मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या में धराया: कूरियर से शूटर्स को मिले हथियार-पैसे, लॉरेंस बिश्नोई के...

बाबा सिद्दीकी की हत्या को अंजाम देने वाले अपराधियों का संबंध कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है। बिश्नोई गैंग ने फेसबुक पर हत्याओं की जिम्मेदारी ली है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -