Friday, March 29, 2024
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अस्थायी शमशान… 1 ही चिता… और जला डाले 8 हिन्दुओं के शव: महाराष्ट्र में कोरोना से स्थिति बदतर, नहीं मिल रही सूखी लकड़ियाँ

"महाराष्ट्र में 8 हिन्दू शवों को प्रशासन ने एक ही चिता में जला दिया। ये शव यदि मुस्लिमों या ईसाइयों के होते तब भी क्या एक ही कब्र में दफनाने की जुर्रत किसी की होती?"

महाराष्ट्र में कोरोना के कारण स्थिति बिगड़ती ही जा रही है। हालत इतनी खराब है कि श्मशान में मृतकों को जलाने के लिए चिताएँ नहीं मिल रही हैं। ताज़ा मामला बीड जिले का है, जहाँ कोरोना से 8 लोगों की मौत हुई थी। प्रशासन ने आठों शवों को एक अस्थायी श्मशान में एक ही चिता पर जला डाला। स्थानीय लोगों के विरोध के कारण अम्बाजोगई कस्बे में स्थित शव दाहगृह में कोविड-19 के मरीजों के शवों का अंतिम संस्कार किए जाने का विरोध हुआ था।

इसीलिए, प्रशासन ने एक अस्थायी श्मशान की व्यवस्था की। ये जगह कस्बे से दूर स्थित है। ‘दैनिक जागरण’ की खबर के अनुसार, अम्बाजोगई नगर परिषद के प्रमुख अशोक सबाले ने बुधवार (अप्रैल 7, 2021) को जानकारी दी कि पठाण मांडवा रोड पर जहाँ मृत कोरोना मरीजों के अंतिम-संस्कार की व्यवस्था की गई है, वो कस्बे से 2 किलोमीटर की दूरी पर है। उन्होंने दावा किया कि जलाते वक़्त शवों के बीच उचित दूरी रखी गई थी।

उन्होंने दावा किया कि मंगलवार को मजबूरी में आठ शवों को एक ही चिता पर जलाना पड़ा। उन्होंने कहा कि जिस तेज़ी से संक्रमण फ़ैल रहा है, उससे लगता है कि अभी और मौतें होने की आशंका है। अस्थायी श्मशान को विस्तार देकर इसे वॉटरप्रूफ बनाने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। जलगाँव में स्थिति इतनी खराब है कि यहाँ के भुसावल में मृतकों को जलाने के लिए लकड़ियाँ कम पड़ रही हैं।

‘TV9 भारतवर्ष’ की खबर के अनुसार, तापी नदी के पास मौजूद श्मशान भूमि में हर दिन आम तौर पर 10 से 15 मृतकों का अंतिम संस्कार किया जाता है, लेकिन अब ये संख्या रोज़ बढ़ती ही जा रही है। आसपास के गाँवों से सूखी लकड़ियाँ मँगवाई जा रही हैं। शवों की लाइन इतनी लंबी है कि अंतिम-संस्कार के लिए परिजनों को इंतजार करना पड़ रहा है। अंबाजोगाई प्रखंड में 4 दिनों में 500 के आसपास नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं।

विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “महाराष्ट्र की बीड जिले में 8 COVID-19 संक्रमित हिन्दू शवों को प्रशासन ने एक ही चिता में जला दिया। दलील दी गई कि जगह कम थी। ये शव यदि मुस्लिमों या ईसाइयों के होते तब भी क्या एक ही कब्र में दफनाने की जुर्रत किसी की होती?” उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इसका जवाब माँगा।

बीड में फ़िलहाल कोरोना के 4946 सक्रिय मामले हैं। पिछले 1 दिन में यहाँ कोरोना के 597 नए मामले सामने आए हैं। पूरे महाराष्ट्र में कोरोना के फ़िलहाल 5,01,559 सक्रिय केस हैं और 56,652 की मौत हो चुकी है। पिछले एक दिन में यहाँ से 59,907 नए केस सामने आए हैं। वहीं 40 लोगों को इस संक्रमण की वजह से जान गँवानी पड़ी। पूरे भारत में भी अब सक्रिय कोरोना संक्रमितों की संख्या 9 लाख के पार हो गई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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