Sunday, October 6, 2024
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‘लड़कियों को छेड़ने आते हैं, देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करते हैं’: क्या मंदिर में पानी पीने पर हुई आसिफ की पिटाई?

पुजारी ने बताया कि मंदिर के बाहर भी नल लगा हुआ है और अगर किसी को प्यास लगती है तो वो वहाँ पानी पिएगा या मंदिर के अंदर 500 मीटर जाएगा? मंदिर के गेट पर भी नल लगा हुआ है, लेकिन वह मंदिर के पीछे मिला। बच्चे यहाँ पर कबाड़ी बनकर आते हैं और हमारा कीमती सामान चुरा कर ले जाते हैं।

पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो के आधार पर दावा किया जा रहा है कि मंदिर में पानी पीने को लेकर आसिफ की पिटाई की गई। वीडियो वायरल होने पर हरकत में आते हुए पुलिस ने आरोपित को 13 मार्च की रात गिरफ्तार कर लिया था।

वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के डासना इलाके स्थित एक देवी मंदिर का बताया गया। इसके बाद से लिबरल और वामपंथी गिरोह हिंदुओं को उत्पीड़क और मुस्लिमों को पीड़ित के तौर पर पेश करने पर जुटे थे।

लेकिन एक स्थानीय व्यक्ति जो मंदिर का पुजारी भी है, ने पूरी घटना का एक अलग ही पहलू सामने रखा है। एक मीडिया संस्थान के साथ बातचीत में पुजारी ने कहा है कि मुस्लिम बच्चे को गलत तरीके से पीड़ित के तौर पर दिखाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आसिफ मंदिर में पानी पीने नहीं आया था। ये लोग मंदिर में आकर हिंदू लड़कियों से छेड़खानी करते हैं और मूल्यवान चीजें चोरी कर लेते हैं।

मीडिया आउटलेट जन ज्वार ने पूरे घटनाक्रम को लेकर पीड़ित बताए जा रहे आसिफ और इस पुजारी से बात की है। जन ज्वार से बातचीत में आसिफ ने कहा है कि वह कबाड़ी है। उसने दावा किया है कि घटना वाले दिन जब वह लौट रहा था तो उसे प्यास लगी थी। मंदिर के भीतर जाकर उसने पानी पिया। लौटते वक्त उसकी पिटाई कर दी गई। 

जन ज्वार के साथ आसिफ और मंदिर के पुजारी की पूरी बातचीत आप यहाँ सुन सकते हैं

बातचीत में पुजारी ने इस घटना का एक चौंकाने वाला पहलू सामने रखा। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ देखने में बच्चा लगता है, लेकिन उसके अंदर जो पलता है, उसके दिमाग में जो भरा जाता है, वह बच्चों का खेल नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर वो बच्चे यहाँ पर आते किसलिए हैं? न तो वो यहाँ पर पूजा करने आते हैं, न पाठ करने आते हैं। वे यहाँ पर सिर्फ लड़कियों को छेड़ने आते हैं। हमारे देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी और काम करने आते हैं।

उन्होंने इस घटना के बारे में बात करते हुए बताया कि मंदिर के बाहर भी नल लगा हुआ है और अगर किसी को प्यास लगती है तो वो वहाँ पर पानी पिएगा या मंदिर के अंदर 500 मीटर जाएगा? मंदिर के गेट पर भी नल लगा हुआ है, लेकिन वह मंदिर के पीछे मिला। बच्चे यहाँ पर कबाड़ी बनकर आते हैं और हमारा कीमती सामान चुरा कर ले जाते हैं।

पंडित ने सामने के शिवलिंग के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने इस शिवलिंग के ऊपर बच्चों को कई बार गंदे काम करते हुए पकड़ा है। वे लोग उस पर टॉयलेट करते हैं, थूकते हैं, बकरियों को छोड़ देते हैं। पंडित ने बताया कि उन लोगों से प्रताड़ित होकर ही गेट और बोर्ड लगाया है। बता दें कि बोर्ड पर ‘यहाँ मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है’ लिखा है। उन्होंने बताया कि यह बोर्ड 7-8 साल पहले सपा के कार्यकाल में लगा था।

उन्होंने कहा, “कॉलोनी की महिलाएँ और लड़कियाँ यहाँ आती हैं। ये मुस्लिम लड़के आकर छेड़खानी करते हैं। वो लड़का यहाँ पर चोरी करने ही आया था। इनको मदरसे में सिखाया जाता है कि हम इनके दुश्मन हैं। सोचने वाली बात है कि यहाँ पर 50 मस्जिद है, लेकिन वो वहाँ न जाकर मंदिर में क्यों आया? इस मंदिर में पहले भी 4 बार डकैती हो चुकी है। पिटे हैं यहाँ के पुजारी। हम चोरों से अपनी संपत्ति बचा रहे हैं। इस मंदिर से लाखों-करोड़ों की संपत्ति चोरी हो गई है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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