हरियाणा के पानीपत में 22 गोवंश को तस्करों से बचाया गया है। इन्हें पंजाब से मेवात ले जाया जा रहा था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार 22 बैल एक कंटेनर में ठूँस कर रखे गए थे। इन्हें नशे का इंजेक्शन दिया गया था।
गोरक्षकों ने शनिवार (22 मई 2021) को बाबरपुर मंडी के पास जीटी रोड पर नाका लगाकर इस कंटेनर को पकड़ा। गोरक्षा दल हरियाणा के उपाध्यक्ष आजाद सिंह आर्य के हवाले से दैनिक जागरण ने बताया है कि उन्हें अंबाला की तरफ से गोवंश का कंटेनर आने की सूचना मिली थी। जिस वाहन पर कंटेनर लदा था उसके चालक ने धोखा देने के लिए सिख का भेष बना रखा था।
गोरक्षकों ने रोकने की कोशिश की तो उनको कुचलने का प्रयास भी ड्राइवर ने किया। लेकिन, गोरक्षकों ने पीछा कर तस्करों को दबोच लिया। इनकी पहचान मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना गाँव निवासी रिजवान, इंतजार, करेटू गाँव के शफीम और तावली गाँव के इसरार के तौर पर हुई है। मुक्त कराए गए बैलों को बड़ोली गाँव की गोशाला में रखा गया है। सदर थाना प्रभारी अशोक कुमार के हवाले से दैनिक भास्कर ने बताया है कि आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर उनसे पूछताछ की जा रही है।
मालगाड़ी से कट कर 17 गायों की मौत
पानीपत के आसन कला गाँव के पास शनिवार को मालगाड़ी की चपेट में आने से 17 गायों की मौत हो गई। रिपोर्ट के अनुसार करीब 20 से 22 गाय रेलवे ट्रैक के पास से गुजर रहे थे। गुजर रहे मालगाड़ी के ड्राइवर ने हॉर्न बजाया तो गाय ट्रैक पर आ गईं। 17 गायों की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की मदद से मृत गोवंशों को मिट्टी में दबा दिया।
प्रतिबंधित मांस के साथ 3 लोग गिरफ्तार। #झारखंड में कब रुकेगा #गौहत्या ?
— Ritesh Kashyap ✍ (@meriteshkashyap) May 24, 2021
पूरे प्रदेश में गौहत्या कानून कड़ाई से पालन क्यों नही हो रहा ? pic.twitter.com/uvTHINidHI
प्रतिबंधित माँस के साथ 3 गिरफ्तार
झारखंड के रामगढ़ जिले के बरकाकाना थाना क्षेत्र के डुड़गी गाँव में शनिवार रात छापेमारी कर पुलिस ने प्रतिबंधित माँस के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान गुल मोहम्मद, मोहम्मद रुस्तम और जावेद अंसारी के तौर पर हुई है। पुलिस के मुताबिक गश्ती के दौरान गौकशी की सूचना मिलने पर कार्रवाई की गई। पुलिस जब गाँव पहुँची तो गुल मोहम्मद के घर के पास जमावड़ा देखा। पुलिस को देखते ही लोग भाग निकले। गुल मोहम्मद के घर के भीतर बेचे जाने के लिए रखा गया गौ माँस मिला।