हाथरस मामले को लेकर एक और खुलासा हुआ है। जाँच के दौरान पीड़िता के भाई की कॉल डिटेल (CDR) से खुलासा हुआ कि उसकी मुख्य आरोपित संदीप से फोन पर बात होती थी। कॉल डिटेल और लगातार बदलते बयानों के कारण हाथरस पीड़िता के परिवार पर सवाल उठ रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने हाथरस पीड़िता के भाई से पूछताछ की माँग की है। उन्होंने कहा है कि आरोपित और पीड़ित परिवार के बीच कई फोन कॉल हुए। टाइम्स नॉउ द्वारा एक्सेस किए गए कॉल रिकॉर्ड के अनुसार, अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 के बीच लड़की के भाई के नाम से रजिस्टर्ड फोन नंबर से 100 से अधिक फोन कॉल किए गए थे।
Major twist to #HathrasProtestTruth is out!
— TIMES NOW (@TimesNow) October 6, 2020
TIMES NOW accesses CDR of accused-victim’s kin which shows 100 calls made between October 2019 & March 2020.
Mohit B, Prashant & Madhavdas & Amir with a report. pic.twitter.com/R8keeZmkgN
19 वर्षीय पीड़िता का भाई कथित तौर पर आरोपित के संपर्क में था। अमित मालवीय ने कहा कि यह मामला आपसी रंजिश का परिणाम हो सकता है।
The victim’s brother in whose this phone is must be questioned on the nature of these conversations: @AmitMalviya, BJP tells TIMES NOW over CDR of Hathras accused-victim’s kin. | #HathrasProtestTruth pic.twitter.com/7IzhFPdSmZ
— TIMES NOW (@TimesNow) October 6, 2020
समाचार चैनल ‘टाइम्स नॉउ’ से बात करते हुए मालवीय ने कहा कि क्या यह पीड़िता का भाई था या फिर कोई और था, जो यह बातें कर रहा था। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की उचित जाँच के बाद ही बातचीत का स्वरूप सामने आ पाएगा। वो कहते हैं कि जो कुछ सामने दिख रहा है, उससे काफी कुछ ज्यादा है इस मामले में।
#Breaking 1st on TIMES NOW | Sources: UP Police is not ruling out calling victim’s brother for questioning
— TIMES NOW (@TimesNow) October 6, 2020
TIMES NOW accesses CDR of accused-victim’s kin which shows 100 calls made between October 2019 & March 2020.
Madhavdas G & Amir Haque with details. | #HathrasProtestTruth pic.twitter.com/GQV5yOTJYf
मीडिया चैनल ने बताया कि यह बातचीत पीड़िता के परिवार के एक सदस्य और मुख्य आरोपित संदीप के बीच हुई है। कुछ कॉल रिकॉर्ड बताते हैं कि यह बातचीत 15 मिनट तक चली।
हाथरस पीड़िता और मुख्य आरोपित के बीच 104 कॉल
वहीं इंडिया टुडे का कहना है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने पीड़ित के परिवार और मुख्य आरोपित के फोन की जाँच की है। उन्होंने पाया कि पीड़िता मुख्य आरोपित के साथ लगातार टेलीफोनिक संपर्क में थी। पुलिस के मुताबिक, जाँच में पता चला है कि संदीप को पीड़िता के भाई सत्येंद्र के नाम से एक नंबर से नियमित रूप से कॉल आए।
सत्येंद्र के नंबर 989xxxxx और संदीप के 76186xxxxx के बीच 13 अक्टूबर, 2019 से टेलीफोनिक बातचीत शुरू हुई। अधिकांश कॉल चंदपा क्षेत्र में स्थित और मोबाइल टॉवरों से किए गए थे, जो पीड़ित के गाँव बूलगढ़ी से मुश्किल से 2 किमी दूर है।
कॉल रिकॉर्ड बताते हैं कि दो फोन नंबरों के बीच 62 आउटगोइंग कॉल और 42 इनकमिंग कॉल थे। कुल मिलाकर 104 कॉल किए गए थे। पुलिस के अनुसार, कॉल रिकॉर्ड से पता चलता है कि पीड़िता और मुख्य आरोपित संपर्क में थे।
इससे पहले ‘Zee News’ में विशाल पांडेय की ग्राउंड रिपोर्ट में दावा किया था कि उसके पास वो कॉल रिकार्ड्स हैं, जिसके आधार पर पता चलता है कि आरोपित संदीप और पीड़ित परिवार के बीच घंटों बातचीत होती थी। खबर में कहा गया था कि उक्त नंबर पर अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 के बीच दोनों के बीच 5 घंटों की बातचीत हुई थी। वहीं पीड़िता के बड़े भाई ने परिवार के आरोपित संदीप से बातचीत होने की बात से इनकार किया था।
गौरतलब है कि यूपी सरकार ने मंगलवार (अक्टूबर 06, 2020) को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर माँग की है कि उसे यूपी के हाथरस में लड़की से कथित बलात्कार और हमले की CBI जाँच का निर्देश देना चाहिए जिससे यह सुनिश्चित होगा कि कोई निहित स्वार्थ से गलत और झूठे विमर्श नहीं रच पाएगा। सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में यूपी सरकार की माँग है कि PIL पर सुनवाई की जगह अदालत को CBI जाँच की निगरानी करनी चाहिए।