संभल में 24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद का सर्वे करने आई टीम पर इस्लामी भीड़ के हमले के बाद ऑपइंडिया ने गहरी साजिश की आशंका जताते हुए रिपोर्ट प्रकाशित की थी। जैसे-जैसे पुलिस की कार्रवाई आगे बढ़ रही है इस साजिश के तार खुलने लगे हैं।
हिंसा के दौरान 5 लोगों की मौत हुई। इनकी पहचान कैफ, अयान, नईम अहमद, बिलाल और नोमान के तौर पर हुई है। मुस्लिम पक्ष का दावा है कि पुलिस फायरिंग में इनकी मौत हुई। लेकिन पुलिस ने स्पष्ट किया है कि उसने उपद्रव रोकने के लिए फायरिंग नहीं की थी। केवल लाठीचार्ज और आँसू गैस के गोले दागे गए थे।
इतना ही नहीं खबरों में बताया गया है कि पोस्टमार्टम के दौरान 2 शवों से 315 बोर की गोली निकली है। इस बोर की गोलियाँ पुलिस इस्तेमाल नहीं करती है। यह अमूमन उन तमंचों में प्रयोग किया जाता है, जिसके लाइसेंस पब्लिक को दिए जाते हैं। पुलिस ने कुछ घरों से धारदार हथियार भी बरामद किए हैं। इनमें से एक अजीब तरह का हथियार जिसके दोनों तरफ से वार किया जा सकता है।
#संभल की हिंसा में 4 लोगों की मौत हो चुकी है.दो की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 315 बोर की गोली लगने से मौत बताई गई है.सरकार का दावा है कि यूपी पुलिस अब इस हथियार का इस्तेमाल नहीं करती है. पुलिस ने इस तरह का अजीब चाकू भीबरामद किया है. असदूद्दीन ओवैसी इस पर संसद में बहस चाहते है pic.twitter.com/jkLTWaM7s7
— पंकज झा (@pankajjha_) November 25, 2024
इस हिंसा में 28 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिसमें से 1 की हालात गंभीर है। जामा मस्जिद के सदर जफर अली को पुलिस ने हिरासत में लिया है। समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और इसी पार्टी के संसद नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है।
अखिलेश का झूठ हुआ बेनकाब!🎯#संभल हिंसा में मारें गये दंगाइयों के "पोस्टमॉर्टम" रिपोर्ट में पुष्टि…
— Vivek Singh paliwal 🇮🇳🚩(Modi Ka Parivar) (@viveksing342) November 25, 2024
पुलिस फायरिंग से नहीं हुई किसी की मौत।
उन्हें "देसी" ( 315 ) बोर तमंचे से मारा गया है। #लाल_टोपी_काले_कारनामे pic.twitter.com/y2HUFpcgj4
सपा सांसद, विधायक के बेटे पर FIR
दैनिक भास्कर ने जियाउर्रहमान बर्क और सुहैल इकबाल के खिलाफ कोतवाली नगर थाने में दर्ज FIR के अंश प्रकाशित किए हैं। मौके पर तैनात एक सब इंस्पेक्टर द्वारा दर्ज कराई गई FIR में कहा गया है, सुबह करीब 9 बजे अचानक से 700-800 लोगों की भीड़ सर्वे रुकवाने की नीयत से आई। भीड़ में सुहैल इकबाल भी शामिल थे। सुहैल इकबाल ने भीड़ से कहा कि सांसद जियाउर्रहमान बर्क हमारे साथ हैं। हम भी आपके साथ हैं। अपने मंसूबों को पूरा कर लो। सुहैल के इतना कहते ही भीड़ ने पुलिस पर पत्थर और गोली चलाना शुरू कर दी। इसी बीच एक उपद्रवी ने सीओ संभल काे गोली मार दी, जो उनके पैर में लगी।”
सब इंस्पेक्टर दीपक राठी की ओर से संभल कोतवाली में दर्ज कराई गई FIR में सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सुहैल इकबाल को नामजद करते हुए 700-800 अज्ञात भीड़ को शामिल किया गया है। यह FIR भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 191(2), 191(3), 190. 221, 132, 125, 324(5), 196 और 323(b) के साथ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने वाली धारा 3/5 के तहत दर्ज की गई है।
लोकसभा स्पीकर से मिला सपा प्रतिनिधिमंडल
समाजवादी पार्टी ने पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए इसे मुस्लिमों के साथ अत्याचार बताने की कोशिश की है। अखिलेश यादव, अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद, मामले में आरोपित जियाउर्रहमान बर्क और डिम्पल यादव ने कई समाजवादियों सहित लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की है।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी ने समाजवादी पार्टी के सांसदों के साथ लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला जी से मुलाकात की एवं संभल में हुई हिंसा के मुद्दे को गंभीरता से उनके समक्ष रखा। pic.twitter.com/qpSjqcY59m
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) November 25, 2024
मजिस्ट्रेटी जाँच के आदेश
इस घटना पर मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आंजनेय सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि घटना की मजिस्ट्रेटी जाँच के आदेश दिए गए हैं। आंजनेय सिंह ने कहा कि किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। पुलिस पर सवाल खड़े कर रहे लोगों से उलटे उन्होंने ही पूछ लिया, “वहाँ लोग करने क्या गए थे? न तो वो नमाज़ का समय था। न तो वहाँ को स्कूल या ऑफिस था। वहाँ कोई बाजार भी नहीं था जो लोग सामान खरीदने गए थे।”
जब सत्ता पर कोई रीढ़ वाला बैठा हो जो दंगाई को सहलाने के बजाय उसके पिछवाड़े में कानून का डंडा डाल दे तब उस शहर के कोतवाल को देख कर अपराधियो का पैंट गीला होना शुरू हो जाता है
— Aman Baishandar (@BaishandarAman) November 25, 2024
ये हैं मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह जी
दंगाईयो पर इनका 0 टॉलरेंस है
ये वही हैं जिन्होंने आजम… pic.twitter.com/LTCNVyY4rf
आईएएस आंजनेय सिंह के मुताबिक कुछ लोगों ने पूरे शहर को आग में झोंकने की साजिश रची है। कुछ लोगों के घरों में तोड़फोड़ के सवाल पर उन्होंने कहा, “जिस घर से लगातार पत्थर चल रहे थे उनसे कई बार दरवाजा खोलने की विनती की गई थी। क्या आप ये उम्मीद करते हैं कि कोई पुलिस को लगातार पत्थर मारे और वो हाथ जोड़े खड़े रहे?”
कमिश्नर आंजनेय सिंह ने बताया है कि संभल में अब हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुँह पर रुमाल बाँध कर हिंसा करने वालों को भी चिन्हित किया जा रहा है। उनके अनुसार 4 शवों के पोस्टमार्टम से मौत की वजह देसी बंदूकों से गोली लगना सामने आया है।
संभल के ताजा हालत बताते हुए मुरादाबाद के कमिशनर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा संभल के हालात कंट्रोल में हैं उस इलाके को छोड़कर दुकानें खुली हैं स्थिति सामान्य हैं। जिस तरह के साक्ष्य मिल रहे हैं कड़ी कार्यवाही होगी NSA तक की कार्यवाही संभव है। #Sambhal @sambhalpolice @Uppolice… pic.twitter.com/nNPeqQpJRO
— Dinesh shukla (Journalist) 🇮🇳 (@Dinehshukla) November 25, 2024