Wednesday, November 6, 2024
Homeदेश-समाजNavarasa के पोस्टर में कुरान, नेटफ्लिक्स बैन और बवाल: पहले भी दी थी कानून-व्यवस्था...

Navarasa के पोस्टर में कुरान, नेटफ्लिक्स बैन और बवाल: पहले भी दी थी कानून-व्यवस्था की धमकी

सोशल मीडिया पर मुस्लिम नेटफ्लिक्स के खिलाफ अपशब्दों का उपयोग कर रहे हैं और उस पर कड़ी कार्रवाई की माँग कर रहे हैं। नेटफ्लिक्स के खिलाफ चलाए जा रहे इस कैम्पेन में इस्लामिक संगठन रजा एकेडमी सबसे आगे है।

ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स अपने कंटेंट के चलते अक्सर विवादों में घिरा रहता है, लेकिन इस बार यह अपने शो के पोस्टर से ही मुस्लिमों के निशाने पर आ गया है। दरअसल ‘नवरस’ नाम के शो के पोस्टर पर कुरान की आयतें दिखाई गई हैं, जिनके चलते नेटफ्लिक्स को मुस्लिमों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। यह पोस्टर दैनिक अखबार तांथी (Thanthi) में प्रकाशित हुआ है।

पोस्टर प्रकाशन के बाद सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में मुस्लिम नेटफ्लिक्स के खिलाफ अपशब्दों का उपयोग कर रहे हैं और उस पर कड़ी कार्रवाई की माँग कर रहे हैं। नेटफ्लिक्स के खिलाफ चलाए जा रहे इस कैम्पेन में इस्लामिक संगठन रजा एकेडमी सबसे आगे है, जो ओटीटी प्लेटफॉर्म के खिलाफ कार्रवाई की माँग कर रहा है।

रजा एकेडमी अपने कट्टरपंथी सोच एवं व्यवहार के लिए जाना जाता रहा है। इसी इस्लामिक संगठन ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों के खिलाफ फतवा जारी किया था। रजा एकेडमी ने ही धमकी दी थी कि अगर ‘मोहम्मद: द मैसेंजर ऑफ गॉड’ को बैन नहीं किया गया तो कानून-व्यवस्था खराब हो सकती है। इस फिल्म में इस्लाम के पैगम्बर मोहम्मद के जन्म से 13 साल तक के जीवन को दिखाया गया था।

अगस्त 2011 में इस संगठन से जुड़े लोगों ने मुंबई के आजाद मैदान में प्रदर्शन का आयोजन किया था और हिंसा फैलाई थी। रजा एकेडमी के अलावा कई अन्य मुस्लिम संगठनों ने नवरस के पोस्टर पर नाराजगी व्यक्त की है। मुस्लिमों ने सीधे तौर पर नेटफ्लिक्स को चेतावनी दी कि उसके द्वारा मजहबी भावनाओं के साथ खिलवाड़ न किया जाए। साथ ही कई यूजर्स ने अपशब्दों का भी उपयोग किया और नेटफ्लिक्स के लिए ‘हराम की पैदाइश’ और ‘हराम**’ जैसे शब्दों का उपयोग किया।

हाल के समय में कई बार यह देखने को मिला कि इस्लामिक कट्टरपंथियों की असहिष्णुता के कारण अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में आ गई। इसी से बचने के लिए ओटीटी प्लेटफॉर्म और मनोरंजन जगत अक्सर ही सेल्फ सेंसरशिप कर लेता है। फिलहाल देखना होगा कि नेटफ्लिक्स किस तरह से इस पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देता है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

आज ट्रंप ही नहीं जीते, अमेरिका ने उस मानसिकता को भी हराया जो हिंदू-भारतीय पहचान होने पर करता है टारगेट: कमला आउट, उषा इन...

ट्रंप ने अपनी जीत से पहले ही ये सुनिश्चित कर दिया था कि भारतीयों की भागीदारी उनके कार्यकाल में भी बनी रहे। कैसे? आइए जानते हैं...

उस मजहब में नहीं रहना जिसने राम गोपाल मिश्रा को मार डाला: बहराइच हिंसा से आहत नूरी ने छोड़ा इस्लाम, मंदिर में फेरे ले...

बहराइच की हिंसा से आहत नूरी ने इस्लाम छोड़ दिया है। सीतापुर के मंदिर में उसने हिंदू युवक से शादी कर सनातन धर्म अपना लिया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -