Friday, July 11, 2025
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जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ से 22 साल का मौलवी गिरफ्तार: पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और आतंकी संगठन को सेना से जुड़ी सूचनाएँ कराता था मुहैया

कहा जा रहा है कि पिछले महीने अब्दुल वाहिद को किश्तवार पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था। वाहिद ने बताया था कि दिसंबर 2020 में वह फेसबुक पर तैयब फारूकी उर्फ उमर खताब से जुड़ा था। वह खुद को कश्मीर जांबाज फोर्स का कमांडर बताता है।

सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ से एक मस्जिद के मौलवी को गिरफ्तार किया है। यह मौलवी पाकिस्तान के एक आतंकी संगठन को गोपनीय सूचनाएँ भेजा करता था। मौलवी का नाम अब्दुल वाहिद है और उसकी उम्र 22 साल है।

अब्दुल वाहिद पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन कश्मीरी जांबाज फोर्स को भारतीय सेना की गोपनीय सूचनाएँ साझा कर रहा था। वाहिद की संदिग्ध गतिविधियों को मिलिट्री इंटेलिजेंस ने इंटरसेप्ट किया। इसके बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौलवी अब्दुल वाहिद किश्तवाड़ में एक मदरसे में पढ़ाता है और स्थानीय मस्जिद में मौलवी का काम करता है। वह आतंकी संगठन को सेना के प्रतिष्ठानों, अधिकारियों और उनकी गतिविधियों की जानकारी भेज रहा था। किश्तवाड़ वही इलाका है, जहाँ से पाकिस्तानी इस्लामी आतंकी ज्यादातर राज्य में घुसपैठ करते हैं।

मिलिट्री इंटेलिजेंस और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए मौलवी अब्दुल वाहिद को गिरफ्तार लिया है और उससे पूछताछ कर रही है। उसके खिलाफ UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया है। गोपनीय सूचनाएँ साझा करने की बात मौलवी ने कबूल किया है।

कहा जा रहा है कि पिछले महीने अब्दुल वाहिद को किश्तवार पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था। वाहिद ने बताया था कि दिसंबर 2020 में वह फेसबुक पर तैयब फारूकी उर्फ उमर खताब से जुड़ा था। वह खुद को कश्मीर जांबाज फोर्स का कमांडर बताता है।

खताब से दोस्ती के बाद वाहिद आतंकी संगठन से संबंधित फोटो और कंटेंट सोशल मीडिया पर साझा करने लगा। वह ISI के संपर्क में भी आया। वाहिद को कुछ वर्चुअल मोबाइल नंबर मुहैया कराया गए और व्हाट्सऐप पर नया अकांउट बनाया गया था।

सुरक्षा बल यह भी जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे हैं कि किश्तवाड़ में हाल ही में जो सांप्रदायिक तनाव की घटना सामने आई थी, उसमें भी अब्दुल वाहिद का हाथ तो नहीं। इसके साथ ही उसके और कौन-कौन सहयोगी हैं, इसकी जानकारी भी जुटाई जा रही है।

बता दें कि पाकिस्तान और आतंकी संगठनों के लिए जासूसी की घटनाएँ लगातार आती रहती हैं। पिछले साल अक्टूबर में गुजरात आतंक निरोधी दस्ता (ATS) ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले ‘सीमा सुरक्षा बल (BSF)’ के जवान मोहम्मद सज्जाद को गिरफ्तार किया था।

गुजरात के भुज बटालियन में तैनात मोहम्मद सज्जाद व्हाट्सएप्प के माध्यम से पाकिस्तान को गुप्त व संवेदनशील सूचनाएँ मुहैया करा रहा था। वो जम्मू कश्मीर के राजौरी जिला स्थित सारोला गाँव का रहने वाला है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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