Wednesday, October 16, 2024
Homeदेश-समाजहोटल से उठाकर जंगल ले गए और तीन अलग-अलग जगहों पर किया गैंगरेप: कर्नाटक...

होटल से उठाकर जंगल ले गए और तीन अलग-अलग जगहों पर किया गैंगरेप: कर्नाटक केस में हिजाब वाली लड़की के दावे से नया मोड़, हिंदू पुरुष के साथ दिखने पर हुई थी पिटाई

कर्नाटक में एक होटल में घुसकर मुस्लिम युवकों द्वारा वहाँ ठहरे एक मुस्लिम महिला एवं एक हिंदू पुरुष की जोड़ी के साथ मारपीट करने का वीडियो वायरल हुआ था। अब इस घटना की पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि होटल से निकालने के बाद मुस्लिम युवक एक सुनसान जगह पर लेकर गए और वहाँ पर उसके साथ गैंगरेप किया।

कर्नाटक में एक होटल में घुसकर मुस्लिम युवकों द्वारा वहाँ ठहरे एक मुस्लिम महिला एवं एक हिंदू पुरुष की जोड़ी के साथ मारपीट करने का वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले में अब एक नया खुलासा हुआ है। इस घटना की पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि होटल से निकालने के बाद मुस्लिम युवक एक सुनसान जगह पर लेकर गए और वहाँ पर उसके साथ गैंगरेप किया।

सामने आए वीडियो में महिला का कहना है कि उसे होटल से अपह्रत करने के बाद ये मुस्लिम युवक उसे एक बाइक पर बैठाकर जंगल में ले गए। वहाँ तीन अलग-अलग जगह पर उसके साथ बलात्कार किया गया। महिला का कहना है कि इसके बाद इन 7 आरोपितों में से तीन युवकों ने उसे एक कार से बस स्टैंड पर छोड़ दिया। हमलावरों ने इस मुस्लिम महिला से सिरसी की बस में बैठने को कहा था। महिला वहीं की रहने वाली है।

वहीं, हावेरी के एसपी अंशू कुमार ने कहा, “हमें पहले बलात्कार के बारे में नहीं बताया गया था। हमें इस बात की जानकारी महिला के वीडियो के बारे में मीडिया रिपोर्ट से ही पता चली। हमने उचित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जाँच जारी है।” पुलिस का कहना है कि इस मामले के आरोपित किसी संगठन से नहीं जुड़े हैं, लेकिन इन पर पहले भी ऐसा ही मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।

क्या था पूरा मामला?

दरअसल, मामला कर्नाटक के हावेरी जिले का है और 7 जनवरी 2024 की है। उत्तर कन्नड़ जिले के रहने वाले एक हिन्दू युवक और एक मुस्लिम महिला होटल के एक कमरे में ठहरे थे। इसकी जानकारी मिलने पर अक्कीलुर के कुछ मुस्लिम युवक होटल पहुँच गए। वहाँ वीडियो बनाते हुए कमरे क उसका नम्बर रिकॉर्ड करते हैं। इसके बाद ये लोग दोनों को कमरा खोलने को कहते हुए धमकियाँ देते हैं।

कमरा खुलने पर ये कट्टरपंथी महिला और पुरुष, दोनों पर हमला कर देते हैं। महिला को एक मुस्लिम युवक इतनी बुरी तरीके से पीटता है कि वह जमीन पर गिर जाती है। इसके अलावा, हमलावर युवक मुस्लिम महिला और हिन्दू युवक को काफी भद्दी गालियाँ भी देते हैं।

इस दौरान हमलावर अपना चेहरा भी शान से दिखाते हैं। वीडियो में दिखता है कि मुस्लिम महिला पीटे जाने के बाद काफी समय तक जमीन पर बेसुध पड़ी रहती है। इसके बाद मुस्लिम युवक हिन्दू पुरुष की तरफ बढ़ते हैं और उसे मारने पीटने लगते हैं। इस दौरान हिन्दू पुरुष इनसे विनती करता है कि उसे ना मारें पीटे।

इस मामले में मुस्लिम युवक इसी बात पर हमला करते हैं कि मुस्लिम महिला एक हिन्दू पुरुष के साथ क्यों थी। मुस्लिम युवकों के मारपीट करने का यह वीडियो भी वायरल हो गया है। हिन्दू-मुस्लिम दम्पति पर हमला करने वाले इन मुस्लिम युवकों का नाम आफताब मकबूल अहमद चन्दनकट्टी(24), मदरसब मोहम्मद इसाक मन्दक्की (23) और समीउल्लाह ललनावर(23) है।इन मुस्लिम युवकों के खिलाफ महिला के शीलभंग करने, डराने धमकाने, दंगा करने, किसी के निजी क्षेत्र में जबरदस्ती घुसने और नुकसान पहुँचाने को लेकर मामला दर्ज किया है।

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसावराज बोम्मई ने भी इस मामले की आलोचना की है। उन्होंने कहा है, “मुख्यमंत्री सिद्धारमैया जो मॉरल पुलिसिंग के बारे में बहुत बात करते हैं, वे इस विशेष घटना पर चुप क्यों हैं? क्या इसलिए कि उपद्रवी अल्पसंख्यक समुदाय से थे? सिद्धारमैया इस घटना पर अपना रुख स्पष्ट करें।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मस्जिद से आए हमलावर, सर पर धारदार हथियार से किया वार: सुधाकर तिवारी से सुनिए बहराइच में दुर्गा विसर्जन जुलूस पर कैसे हुआ हमला,...

बहराइच के दंगे में गंभीर रूप से घायल हुए एक युवक ने बताया है कि मस्जिद के भीतर से लोगों ने आकर हिन्दुओं पर हमला चालू किया था।

मस्जिद में ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने से आहत नहीं होती मजहबी भावनाएँ: हाई कोर्ट ने हिंदुओं के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई रद्द की, कर्नाटक...

कर्नाटक हाई कोर्ट ने एक अहम फैसले में कहा है कि मस्जिद के अंदर 'जय श्रीराम' कहने से किसी वर्ग की धार्मिक भावनाओं की ठेस नहीं पहुँचती।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -