कर्नाटक के मंगलुरु से जबरन धर्मांतरण (Religious Conversion) का मामला सामने आया है। यहाँ एक महिला डॉक्टर सहित तीन लोगों के खिलाफ हिंदू महिला का जबरन धर्म-परिवर्तन कराने की कोशिश करने के आरोप में रविवार (27 नवंबर, 2022) को एफआईआर दर्ज की गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता शिवानी (22) की माँ की शिकायत के आधार पर खलील, डॉ जमीला और ऐमन के खिलाफ आईपीसी और कर्नाटक धार्मिक स्वतंत्रता अधिकार संरक्षण अध्यादेश, 2022 की धारा तीन और पाँच के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पीड़िता की माँ ने तीनों आरोपितों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस से सख्त से सख्त कार्रवाई करने की माँग की है। शिवानी की माँ की शिकायत के अनुसार, पीड़िता एक फैंसी स्टोर में काम करती थी।
वह खलील की एक दुकान पर अपना मोबाइल फोन रिचार्ज करवाने जाती थी। 2021 में खलील ने उससे दोस्ती की और उसे बढ़िया वेतन के साथ एक अच्छी नौकरी दिलवाने का वादा किया।
यही नहीं वह शिवानी को अपने एक रिश्तेदार के घर ले गया, जहाँ उसका नाम बदलकर आयशा रख दिया गया। इसके बाद उस पर नमाज अदा करने के लिए दबाव बनाया और कुरान पढ़ने के लिए भी मजबूर किया गया। शिकायत में यह भी कहा गया है कि खलील ने उसका यौन शोषण भी किया था। बाद में वह उसे नई नौकरी दिलाने के बहाने दूसरी जगह ले गया। शिकायतकर्ता के मुताबिक, आरोपित उसकी बेटी को नौकरी के सिलसिले में डॉक्टर जमीला के घर पर लेकर गया, जहाँ उसे बुर्का पहनने के लिए मजबूर किया गया।
बताया जा रहा है कि ऐमन नाम के एक व्यक्ति ने उससे इंस्टाग्राम पर संपर्क किया और उसे अपने साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। पीड़िता की माँ ने तीनों आरोपितों के खिलाफ उसकी बेटी का जबरन धर्मांतरण करने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। वहीं पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शिकायत के आधार पर तीन आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जाँच की जा रही है।