Thursday, July 17, 2025
Homeदेश-समाजकोरोना पीड़िता को अस्पताल ले जाने की जिम्मेदारी मिली, लेकिन एंबुलेंस ड्राइवर नौफल ने...

कोरोना पीड़िता को अस्पताल ले जाने की जिम्मेदारी मिली, लेकिन एंबुलेंस ड्राइवर नौफल ने गाड़ी रोक किया बलात्कार: केरल की अदालत ने सुनाई उम्रकैद की सज़ा

केरल के पतनमतिट्टा जिले में कोरोना संक्रमित लड़की को देर रात एक बजे 108 एंबुलेंस सर्विस से कोजेनचेरी स्थित कोविड स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जा रहा था।

केरल में रेप का एक मामला फिर से चर्चा में है। केरल में कोरोना पीड़ित 20 वर्षीय महिला को एंबुलेंस चालक नौफल कोविड स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहा था। रास्ते में गाड़ी रोक कर उसने पीड़ित के साथ दुष्कर्म किया। जब पीड़ित अस्पताल पहुँची और स्वास्थ कर्मियों को इसकी जानकारी दी तो नौफल को पकड़ा गया। अब केरल की अदालत ने नौफल को उम्रकैद की सजा सुनाई है।

घटना 6 सितंबर, 2020 की है। केरल के पतनमतिट्टा जिले में कोरोना संक्रमित लड़की को देर रात एक बजे 108 एंबुलेंस सर्विस से कोजेनचेरी स्थित कोविड स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जा रहा था। रिपोर्ट्स के अनुसार, एंबुलेंस में दो मरीज थे। स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक मरीज को कोजेनचेरी जिला अस्पताल और दूसरे को कोविड स्वास्थ्य केंद्र में ले जाने की हिदायत एंबुलेंस चालक नौफल को दी थी।

नौफल ने एक मरीज को जिला अस्पताल पहुँचाया और महिला मरीज को कोविड स्वास्थ्य केंद्र के तरफ ले गया, लेकिन केंद्र पहुँचने से पहले ही एर्नामुला हवाई अड्डे के पास एंबुलेंस रोककर गाड़ी के पिछले हिस्से में पहुँचा और दरवाजा अंदर से बंद कर लड़की के साथ बलात्कार किया। महिला ने जब विरोध किया तो उसके साथ मारपीट भी की। इस दौरान महिला को चोट भी लगी और वह बेहोश हो गई।

बेहोशी की हालत में वह पीड़ित को अस्पताल के सामने छोड़कर फरार हो गया। महिला ने अस्पताल के कर्मचारियों को इस बारे में बताया तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए नौफल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जाँच में यह भी सामने आया कि नौफल पर एक हत्या का मामला भी दर्ज है। इसके बाद अब केरल के पतनमतिट्टा के प्रिंसिपल सेशन कोर्ट ने आरोपित को सजा सुनाई है। नौफल अलप्पुझा का रहने वाला है। जस्टिस एन हरिकुमार ने दोषी को दो लाख 12 हजार के जुर्माने के साथ उम्रकैद की सजा सुनाई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

भारत-अमेरिका के बीच जल्द हो सकती है ट्रेड डील, ट्रंप ने किया इशारा: इंडोनेशिया की तर्ज पर लग सकता है टैरिफ, डेयरी और कृषि...

भारत के ट्रेड डील पर ट्रंप ने कहा कि ये इंडोनेशिया के समझौते जैसा होगा। समझौते के तहत इंडोनेशिया के सामानों पर अमेरिका में 19% टैरिफ लगेगा।

न पढ़ाई-न लिखाई, खाली बिल्डिंग पर ‘सिटी मोंटेसरी’ का बोर्ड लगा सरकार से ले लिए पैसे: अल्पसंख्यक बच्चों के नाम पर MP में मिशनरी...

भोपाल में 40+ फर्जी मदरसों और मिशनरी स्कूलों ने मिलकर ₹57 लाख से अधिक की स्कॉलरशिप हड़पी है। 23 प्राइवेट स्कूलों और 17 मदरसों की जाँच शुरू की गई।
- विज्ञापन -