Sunday, September 1, 2024
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महाराष्ट्र: कोरोना से मौतों का आँकड़ा एक लाख के पार, आधी से ज्यादा मौतें दूसरी लहर के दौरान, देश की कुल मौतों का 30%

महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे में सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं। मुंबई में मरने वालों की संख्या 15000 के करीब है, जबकि पुणे में 12700 लोग कोरोना से अपनी जान गँवा चुके हैं।

कोरोना वायरस की दूसरी लहर बेहद घातक साबित हो रही है। देश भर में महाराष्ट्र इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित होने वाला राज्य है। राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1 लाख को पार कर गई है। यह देश में कोरोना से हुई कुल मौतों के 30 फीसदी के बराबर है। गुरुवार (3 जून 2021) को महाराष्ट्र में कोरोना से 650 नई मौतें दर्ज की गईं, जिससे यह आँकड़ा एक लाख पार कर गया है। इसमें 2800 से अधिक वे मौतें भी शामिल हैं, जिन्हें राज्य ने अन्य बीमारियों के कारण होने वाली मौतों का नाम दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य में कोरोनो संक्रमण से अब तक (3 जून 2021) कम से कम 100233 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से लगभग आधी मौतें दूसरी लहर के दौरान यानी 15 फरवरी के बाद हुई हैं। कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप अभी भी जारी है।

अभी भी देश भर में कोरोना से हो रही मौतों में से फीसदी अकेले महाराष्ट्र में हो रही हैं। कुल मिलाकर भारत में अब तक 3.4 लाख से अधिक कोरोना वायरस से संबंधित मौतों में राज्य का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा है। महामारी की शुरुआत से ही यह अनुपात लगभग स्थिर बना हुआ है।

महाराष्ट्र में मुंबई, पुणे में कोरोना से सर्वाधिक मौतें

रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे में सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं। मुंबई में मरने वालों की संख्या 15000 के करीब है, जबकि पुणे में 12700 लोग कोरोना से अपनी जान गँवा चुके हैं। वहीं, ठाणे में 8000 से अधिक और नागपुर में 6500 से अधिक लोगों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है।

यही नहीं, महाराष्ट्र में कोरोना के मामले देश भर में सबसे अधिक हैं। अब तक लगभग 58 लाख लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। वहीं, राज्य में कोरोना से सबसे अधिक मौतें दर्ज हुई हैं। हालाँकि, कोरोना मृत्यु दर में महाराष्ट्र की स्थिति पंजाब की तुलना में ठीक है।

देश के कुल कोरोना मामलों में पंजाब का दो फीसदी हिस्सा है, लेकिन संक्रमण से होने वाली मौतों में उसका योगदान 4.5 फीसदी है। पंजाब में अब तक 15000 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में सबसे अधिक केस-फेटलिटी रेशियो (case fatality ratios या CFR) भी है। यहाँ कोरोना मृत्यु दर 2.58 है। यह इकलौता ऐसा राज्य है, जहाँ यह दर 2 से अधिक है। महाराष्ट्र में यह दर 1.73 है, जबकि भारत की कोरोना मृत्यु दर केवल 1.31 है।

बता दें कि महाराष्ट्र में इन दिनों होने वाली मौतों में से आधे से अधिक वे हैं जो कम से कम एक सप्ताह पहले हुई थीं। उदाहरण के लिए गुरुवार (3 जून 2021) को रिपोर्ट की गई 654 मौतों में से केवल 307 पिछले एक हफ्ते में हुई थीं। इसके अलावा, शेष वे मौतें थीं जो बहुत पहले हुई थीं, लेकिन अभी तक उनकी गिनती नहीं की गई थी।

देश में कोरोना संक्रमण की वजह से अब तक 340702 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें सबसे अधिक 100233 महाराष्ट्र में, 30531 कर्नाटक में, तमिलनाडु में 25665, दिल्ली में 24447 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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