Saturday, February 1, 2025
Homeदेश-समाज2 साल की नसरीन की मांसपेशियाँ टूटी, आँख और चेहरे पर चोट के निशान,...

2 साल की नसरीन की मांसपेशियाँ टूटी, आँख और चेहरे पर चोट के निशान, खून बहने से हुई मौत: अब्बा फैज को पुलिस ने पकड़ा, केरल का मामला

बच्ची की शुरूआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि उसके चेहरे और छाती पर चोट के गहरे निशान थे। सर पर भी गहरी चोट थी। कई मांसपेशियाँ भी टूटी हुई थी। बताया गया कि बच्ची के हाथ पर खून भी था और सिगरेट से जलाने के निशान भी थे।

केरल के मलप्पुरम में एक 2 वर्ष की बच्ची नसरीन की बेरहमी से पिटाई से हत्या कर दी गई। बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मौत से पहले उसे काफी मारा पीटा गया, उसके सर में खून का थक्का जम गया, इसके बाद उसकी मौत हो गई। हत्या के आरोप में बच्ची के पिता फैज को गिरफ्तार किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केरल के मलप्पुरम जिले के कलिकाव इलाके में रहने वाले मोहम्मद फैज ने रविवार (24 मार्च, 2024) को अपनी दो वर्ष की बेटी नसरीन को अस्पताल में भर्ती करवाया था। फैयाज ने यहाँ डॉक्टरों से कहा कि उसकी बेटी ने कुछ खाया है जो कि फंस गया और उसकी हालत गंभीर हो गई।

अस्पताल में नसरीन की मौत हो गई थी। इसके बाद उसका पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। शुरूआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि नसरीन के चेहरे और छाती पर चोट के गहरे निशान थे। सर पर भी गहरी चोट थी। कई मांसपेशियाँ भी टूटी हुई थी। बताया गया कि नसरीन के हाथ पर खून भी था, सिगरेट से जलाने के निशान भी थे।

नसरीन की मौत के बाद उसका पिता मोहम्मद फैज फरार हो गया था। घटना के विषय में पुलिस ने अप्राकृतिक मौत की FIR दर्ज की थी। नसरीन की माँ के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया था कि फैज ने बच्ची की बेरहमी से पिटाई की जिसके कारण उसकी मौत हुई। उन्होंने बताया कि बच्ची की बेरहमी से पिटाई के बाद उसे एक बिस्तर पर फेंक दिया गया।

रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि बच्ची अस्पताल लाए जाने से पहले ही मर चुकी थी। बच्ची का पिता फैज पुलिस कार्रवाई से बचने को उसे अस्पताल लाने का स्वांग रच रहा था। वह पहले भी बच्चे को नुकसान पहुँचाने की बात करता था। पुलिस ने इन आरोपों के बाद फैज को गिरफ्तार करने के लिए उसकी तलाश की थी।

उसको पुलिस ने पुल्लनकोड इलाके से गिरफ्तार कर लिया। उससे इस मामले में पूछताछ जारी है। पुलिस अंतिम रिपोर्ट का इन्तजार कर रही है, जिसके बाद वह आगे की कार्रवाई करेगी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

उपराष्ट्रपति ने सिर पर शिवलिंग रखकर संगम में लगाई डुबकी, 77 देशों के 118 राजनयिकों ने भी महाकुंभ में किया स्नान: CM योगी ने...

कुंभ मेला क्षेत्र में पहुँचे CM योगी ने कहा कि सनातन ही मानव धर्म हैं। सनातन रहेगा तो मानव रहेगा। सनातन धर्म का बाल भी बाँका नहीं हो सकता है।

नया या पुराना… अब कौन सा टैक्स स्लैब है बेहतर, ₹12 लाख तक की कमाई के आयकर मुक्त होने का क्या है मतलब; ₹13...

टैक्स स्लैब इसलिए बनाए जाते हैं ताकि इनके आधार पर टैक्स का कैलकुलेशन किया जा सके। क्योंकि जब किसी की कमाई ₹12 लाख से ज्यादा होगी तो इस पर सीधे-सीधे टैक्स नहीं लगाया जाएगा बल्कि इसको अलग-अलग स्लैब में बाँटा जाएगा।
- विज्ञापन -