Saturday, July 27, 2024
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जानलेवा हमले में भाइयों ने छोड़ा माफिया मुख्तार अंसारी का साथ, बाँदा जेल में बिगड़ी तबीयत: सामने आया ये कारण

कुछ रिपोर्ट्स में अंसारी की हालत गंभीर बताई गई। हालाँकि कुछ में कहा गया कि इलाज के बाद उन्हें वापस जेल भेज दिया गया है। इससे पहले अंसारी के कोविड पॉजिटिव होने की खबर आई थी।

उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद बसपा के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ने की खबर है। उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। परेशानी क्या थी इस बात का स्पष्ट खुलासा नहीं हो सका। आज ही एक जानलेवा हमले के मुकदमे में जिन लोगों ने मुख्तार की जमानत कराई थी, अब उन्होंने जमानत भी वापस ले ली है। इस पर अदालत ने अभियुक्त मुख्तार को फिर से अभिरक्षा में लेने का आदेश दिया है। मुख्तार अंसारी के खिलाफ वर्ष 2009 में गाजीपुर में जानलेवा हमला और आपराधिक षडयंत्र का मुकदमा दर्ज हुआ था। उस मुकदमे में 28 अगस्त 2010 को हाई कोर्ट से जमानत मिली थी।

वहीं अचानक से तबियत बिगड़ने की खबर भी आई, बीमारी का कोई खास खुलासा नहीं हुआ है मगर, कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार का इलाज हुआ। मेडिकल कॉलेज में दाँतों के विशेषज्ञ सहित चार सदस्यीय टीम ने उनका इलाज किया। फिर उन्हें 4:30 वापस जेल भेज दिया।

जेल अधीक्षक एके सिंह ने बताया कि मुख्तार अंसारी के दाँत में काफी दिन से दर्द था। इसकी शिकायत उन्होंने एमपी-एमएल कोर्ट में पेशी के दौरान भी की थी। 4 दिन पहले कोर्ट से आदेश आया था कि उनका इलाज दंत विशेषज्ञ से कराया जाए। इसी के मद्देनजर सुरक्षा-व्यवस्था के इंतजाम पूरे होने पर उन्हें मंगलवार दोपहर तीन बजे बांदा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहाँ करीब 40 मिनट तक इलाज चला। साढ़े चार बजे उन्हें वापस जेल में लाया गया।

उल्लेखनीय है कि पहले कुछ रिपोर्ट्स में अंसारी की हालत गंभीर बताई गई थी। कहा जा रहा था कि आज ही अंसारी की तबीयत बिगड़ी और इस बाबत आला अधिकारियों को सूचित किया गया। इसके बाद तत्काल सुरक्षा पहुँची और मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। मेडिकल कालेज में पुलिस और पीएसी के दस्ते भी तैनात किए गए। हालाँकि, अब पता चला है कि ये जाँच उनके दाँत दर्द को लेकर थी।

मालूम हो कि एक ओर अंसारी की तबीयत बिगड़ने की खबरें मीडिया में उछलीं और दूसरी ओर ये पता चला कि एक जानलेवा हमले के मुकदमे में जिन लोगों ने मुख्तार की जमानत दी थी, अब उन्होंने जमानत वापस ले ली है। एमपी एमएलए कोर्ट में मुख्तार के सगे भाई मोहम्मद अकबर व मो अकमल ने अर्जी देकर कहा कि उनको निजी कारणों से बाहर जाना है। इसलिए वह मुख्तार की जमानत वापस करना चाहते हैं। जिस पर कोर्ट ने आगे कार्रवाई का आदेश दे दिया है।

बता दें कि मुख्तार अंसारी को कुछ माह पहले ही पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा जेल शिफ्ट किया गया था। उस समय भी उनकी तबीयत बिगड़ने की खबरें आई थी। अप्रैल 2021 में भी यूपी की बांदा जेल में बंद अंसारी ने डॉक्टरों को अपनी कई नई बीमारियों के बारे में बताया था।

उन्होंने कहा था कि उनको आँखों से धुँधला दिख रहा है। इस पर डॉक्टरों ने कहा था कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, सिर्फ चश्मा बदला जाना है। इससे दो दिन पहले उन्होंने गले में दर्द की शिकायत की थी। इसके बाद डॉक्टरों की एक टीम ने उनकी मेडिकल जाँच की थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या नहीं है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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