Thursday, November 30, 2023
Homeदेश-समाजहनुमान के भेष में भीख माँग रहा नसीम गिरफ़्तार: हिन्दू इलाक़े की रेकी करने...

हनुमान के भेष में भीख माँग रहा नसीम गिरफ़्तार: हिन्दू इलाक़े की रेकी करने का आरोप

नसीम डेलापीड़ की झोपड़पट्टी में अपनी बीवी मुस्कान के साथ रहता है। पुलिस ने उसपर रूप बदल कर ठगी करने का मुक़दमा दर्ज किया है।

उत्तर प्रदेश के बरेली में एक भिखारी भगवान हनुमान की वेश-भूषा में भीख माँग रहा था। सुभाष नगर क्षेत्र में दोपहर के समय लोगों ने जब उसे हनुमान का भेष धर कर भीख माँगते देखा तो आपत्ति जताई। हिन्दू युवा वाहिनी के सदस्यों ने इस बात की सूचना पुलिस को दी। इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ता भी वहाँ पर जमा हो गए। बजरंग दल के संयोजन वरुण ने भी इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने का बाद पुलिस वहाँ पर पहुँची।

पुलिस ने जब हनुमान के भेष में भीख माँग रहे युवक से पूछताछ की, तो कुछ और ही सामने आया। उसने अपना नाम नसीम बताया। वह मुरादाबाद के लालटीकर रोड का रहने वाला है। पुलिस ने जब सख्ती से पूछ्ताछ की तो उसने दावा किया कि वह हिन्दू धर्म में आस्था रखता है। उसने पुलिस को बताया कि उनकी माँ और बीवी, दोनों ही हिन्दू धर्म से ताल्लुक रखती हैं। उसने बताया कि वो पहले लैला-मजनू के भेष में भीख माँगा करता था और उसने पहली बार हनुमान का रूप धरा था।

पुलिस ने बजरंग दल और हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है। जबकि लोगों का कहना है कि वह कई बार हनुमान के भेष में इधर-उधर चक्कर लगा चुका है। बजरंग दल के महानगर संयोजन वरुण ने बताया कि वो अपने मित्र अधिवक्ता आलोक प्रधान के साथ घर जा रहे थे, तभी उन्हें नसीम दिखा। वह हनुमान के भेष में भीख माँग रहा था। बकौल वरुण, ऐसा लग रहा था जैसे नसीम हिन्दू इलाक़े की रेकी करने आया है।

नसीम डेलापीड़ की झोपड़पट्टी में अपनी बीवी मुस्कान के साथ रहता है। पुलिस ने उसपर रूप बदल कर ठगी करने का मुक़दमा दर्ज किया है। पुलिस को मुक़दमे में धाराएँ लगाने के लिए काफ़ी माथापच्ची करनी पड़ी। आरोपित के पास से आधार कार्ड भी जब्त किया गया है। नसीम के एक और साथी के बारे में पता चला है, जो फरार बताया जा रहा है। नसीम ने बताया कि वो कुलदेवी को भेंड़ की बलि देता है और काली माता को मदिरा चढ़ाता है। उसने बताया कि जब उसके पिता नदीम जिन्दा थे, तभी से वह ऐसा करता आ रहा है। नदीम की 7 वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई थी।

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

1 दर्जन से अधिक कंपनियाँ-संस्थाएँ, कैंप करते PMO अधिकारी, विशेष उड़ानें, ऑक्सीजन प्लांट… यूँ ही नहीं हुआ सुरंग से 41 मजदूरों का रेस्क्यू, PM...

PMO, RVNL, ONGC, SJVNL, THDC, DRDO, DST, भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, BRO, NDRF, NDMA, उत्तरकाशी जिला प्रशासन और उत्तराखंड सरकार इसमें समन्वय बना कर काम करती रही।

सुरेंद्र राजपूत: 17 साल पहले जिन्होंने 5 साल के प्रिंस को निकाला था बोरवेल से, उनकी बनाई पुली ट्रॉली के कारण 41 मजदूरों के...

सुरेंद्र राजपूत ने सिलक्यारा सुरंग में रैट माइनर्स टीम के लिए पुली ट्रॉली बनाई। इस ट्रॉली से सुरंग से मलबा बाहर निकालने में मदद मिली।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
419,000SubscribersSubscribe