Friday, June 20, 2025
Homeदेश-समाजपालघर साधु लिंचिंग के वकील दिग्विजय त्रिवेदी की एक्सिडेंट में मौत: लोग उठा रहे...

पालघर साधु लिंचिंग के वकील दिग्विजय त्रिवेदी की एक्सिडेंट में मौत: लोग उठा रहे सवाल, बता रहे साजिश

दिग्विजय त्रिवेदी राजनैतिक पार्टी बहुजन विकास अघाड़ी का लीगल सेल संभालते थे। इनकी मृत्यु के बाद ट्विटर पर पालघर मामले को लेकर सवाल उठाया जा रहा है और महाराष्ट्र सीएम, पालघर पुलिस, महाराष्ट्र डीजीपी को टैग करके पूछा जा रहा है कि बड़े पैमाने पर होने वाली लिंचिंग में किस-किस का हाथ है? क्या ये सब योजनाबद्ध है?

मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर सूरत जाते हुए मनोर के पास बुधवार (मई 13, 2020) को हुए सड़क हादसे में दिग्विजय त्रिवेदी नाम के वकील की दर्दनाक मौत हो गई। पालघर साधु लिंचिंग में यही साधुओं के वकील थे।

इस घटना में वकील के बगल में बैठी महिला के भी गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है। हालाँकि महिला कौन हैं, उनकी पहचान अभी नहीं हो पाई है। मगर, कासा के एक सरकारी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।

महाराष्ट्र टाइम्स के मुताबिक, ये हादसा मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर मनोर में मेंडवान ब्रिज के पास हुआ। जिस समय यह हादसा हुआ, उस समय त्रिवेदी ही गाड़ी चला रहे थे और इसी दौरान कार का नियंत्रण खोया और गाड़ी पलट गई, जिस कारण त्रिवेदी की मौके पर ही मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक, दिग्विजय त्रिवेदी राजनैतिक पार्टी बहुजन विकास अघाड़ी का लीगल सेल संभालते थे। इनकी मृत्यु के बाद ट्विटर पर पालघर मामले को लेकर सवाल उठाया जा रहा है और महाराष्ट्र सीएम, पालघर पुलिस, महाराष्ट्र डीजीपी को टैग करके पूछा जा रहा है कि बड़े पैमाने पर होने वाली लिंचिंग में किस-किस का हाथ है? क्या ये सब योजनाबद्ध है?

कुछ यूजर इस घटना को सोशल मीडिया पर सीधे तौर पर हत्या बता रहे हैं और कुछ लोग इस मामले को राष्ट्रीय जाँच एजेंसी या सीबीआई को सौंपने की बात कह रहे हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

धुबरी, लखीमपुर लखनऊ… हिन्दू मंदिरों के पास लगातार फेंका जा रहा गोमांस: क्या धार्मिक स्थलों को अपवित्र करने की कट्टरपंथी कर रहे साजिश

हाल के दिनों में मंदिर परिसर या उसके आसपास गोमांस या गाय के अवशेष फेंकने की घटनाओं की बाढ़ आ गई है। यह भावनाएँ आहत करने के लिए किया जा रहा है।

हवाई जहाज, मिर्च और तलवों पर मोमबत्तियाँ: जिन छात्रों के आज हितैषी बनते हैं राहुल गाँधी, उन्हीं को इमरजेंसी में बर्बरता से दबा रही...

आपातकाल के दौरान इंदिरा गाँधी ने हजारों छात्रों को जेल में डाला, प्रताड़ित किया और कई की मौत हुई, अब राहुल गाँधी छात्रहित की बात करते हैं।
- विज्ञापन -