उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मैनपुरी (Mainpuri) जिले में धर्मांतरण (Conversion) की सूचना के बाद मौके पर पहुँचे हिंदूवादी संगठनों के साथ ग्रामीणों ने मारपीट की। हालात को देखते हुए कई थानों की पुलिस मौके पर पहुँचकर हालात को नियंत्रित करने का प्रयास किया। वहीं, हिंसा को लेकर हिंदू संगठन के लोगों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। हालाँकि, इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
मामला मैनपुरी जिले में किशनी थाना क्षेत्र के नगला बख्ती गाँव का है। आरोप है कि यहाँ धर्म परिवर्तन को लेकर एक सभा का आयोजन किया गया और साथ ही दावत का इंतजाम किया गया था। इस बात की सूचना जब हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों को पता चली तो वे मौके पर पहुँच गए। इसके साथ ही इन लोगों को पुलिस को इस बात की सूचना दी।
आरोप है कि गाँव के 71 साल के नेत्रहीन बुजुर्ग मेवालाल ने दावत का इंतजाम किया है। इस दावत में लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने का काम किया जा रहा है। सूचना पर पहुँची पुलिस ग्रामीणों से जानकारी जुटाने लगी। पुलिस ने मेवाराम का आधार कार्ड चेक किया गया तो बताया गया कि मेवाराम गाँव की पूर्व प्रधान प्रेमा देवी पत्नी राम प्रसाद जाटव का मामा है।
इसी दौरान ग्रामीणों ने जागरण मंच के लोगों और पुलिस से अभद्रता शुरू कर दी और गाली-गलौच करने लगे। बात आगे बढ़ गई और ग्रामीणों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी और जागरण मंच और पुलिसकर्मियों को दौड़ा लिया। लोग किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई। उधर, मेवाराम का कहना था कि धर्म परिवर्तन जैसी कोई बात नहीं है, बल्कि उसने अपने जन्मदिन पर दावत का इंतजाम कराया था.
ऑपइंडिया से बातचीत में किशनी थाना के अधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया, “नागला बख्ती गाँव में लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने की सूचना पुलिस को मिली तो हमलोग मौके पर पहुँचे। इस दौरान ग्रामीण भड़क गए और पत्थरबाजी करने लगे। अफतरा-तफरी में लोगों ने भागकर किसी तरह भागकर जान बचाई।”
हालाँकि, धर्मेंद्र कुमार ने पुलिस पर हमले की बात को नकार दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस पर हमला नहीं किया गया था। ग्रामीणों ने जागरण मंच के लोगों पर पत्थरबाजी की थी। धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि मंच के लोगों ने शिकायत दी है। इस मामले में किसी की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है और मामले की जाँच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।