उत्तर प्रदेश के संभल में नवम्बर, 2024 में हुई हिंसा के बाद लगातार सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने का प्रयास चल रहा है। इसी कड़ी में पुलिस अब संभल में एक और नई चौकी बना रही है। यह चौकी मुस्लिम बहुल इलाके में बन रही है। विवादित शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान इसी इलाके में पुलिस पर पत्थरबाजी हुई थी और गोलियाँ चली थी।
संभल में यह नई चौकी दीपासराय मुहल्ले में बन रही है। इसके लिए जमीन की पहचान कर काम चालू कर दिया गया है। दीपासराय में यह चौकी बिजली चोरी के आरोपित सपा सांसद जियाउर्रहमान के घर के पास ही बन रही है। इसके लिए सोमवार (3 मार्च, 2025) को भूमिपूजन भी किया गया है।
संभल पुलिस के अधिकारियों ने यहाँ पर जगह पहचान कर खुदाई करवाना चालू कर दिया है। नींव डाले जाने से पहले पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को मिठाई भी बाँटी है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से इस चौकी के संबंध में राय ली है। अभी तक दीपासराय इलाके में पुलिस एक अस्थायी चौकी बना कर कानून व्यवस्था संभाल रही थी।
यह चौकी एक कंटेनर में बनाई गई थी, लेकिन अब यहाँ पक्की पुलिस चौकी बनने जा रही है। पुलिस ने यह कदम दीपासराय की संवेदनशीलता को देखते हुए उठाया है। विवादित जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान दीपासराय में पथराव और हिंसा हुई थी और इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
इस इलाके में कई अपराधियों के घर भी हैं। संभल हिंसा की साजिश रचने वाला शारिक साठा भी यहीं का रहने वाला है। शारिक साठा वर्तमान में दुबई में रहता है और उस पर भारत में कई मामले दर्ज हैं। वह उत्तर भारत का कुख्यात कार चोर था। कार चोरी के अलावा वह नकली नोट के धंधे में भी शामिल था।
शारिक साठा के ही गुर्गों ने संभल में गोलियाँ चलाई थीं, इसमें 4 लोगों की मौत हुई थी। पुलिस ने इन गुर्गों को गिरफ्तार किया था। इनके लिए शारिक साठा ने हथियार भी भिजवाए थे। साठा के अलावा अल कायदा के कई आतंकी तक इसी इलाके के रहने वाले थे। पुलिस ने इसी के चलते यहाँ चौकी बनाने का फैसला किया है।
इससे पहले पुलिस विवादित जामा मस्जिद के सामने भी एक चौकी का निर्माण कर चुकी है।