Saturday, July 27, 2024
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‘प्लाज्मा के लिए नंबर डाला, बदले में भेजी गुप्तांग की तस्वीरें; हर मिनट 3-4 फोन कॉल्स’: मुंबई की महिला ने बयाँ किया दर्द

शास्वती सिवा के अनुसार, एक व्यक्ति ने फोन पर किस करते हुए आवाज़ें भी निकालीं। वो लिखती हैं कि जब पारिवारिक इमरजेंसी में वो फँसी थीं, तब इस तरह की प्रताड़ना तोड़ देने वाली थी।

जहाँ कोरोना की दूसरी लहर से लोगों की जान जा रही है, वहीं मदद के लिए गुहार लगाने वालों के साथ कुछ लोग संवेदनहीन व्यवहार भी कर रहे हैं। मुंबई की एक महिला ने ऐसी ही अपनी आपबीती सुनाई है। महिला ने एक परिजन को कोविड-19 होने का बाद अपना नंबर सार्वजनिक किया था, ताकि प्लाज्मा थेरेपी के लिए ब्लड मिल सके। लेकिन, बदले में उसके नंबर पर कई लोगों ने अश्लील फोटो भेजे।

महिला ने ‘VICE’ में एक लेख के जरिए अपना अनुभव साझा किया है। मुंबई की रहने वाली महिला ने बताया कि कोरोना वायरस से उपजे खतरे का उसे सही अंदाज़ा तब लगा, जब इसने उसके परिवार में दस्तक दी। उसने यह भी बताया है कि किस तरह तमाम सावधानियाँ बरतने के बावजूद उनके परिजन संक्रमित हुए और उनका सामना ध्वस्त हो चुके स्वास्थ्य सिस्टम से हुआ।

इस महिला का नाम शास्वती सिवा है। पिछले सप्ताह उनके परिवार का एक सदस्य कोरोना पॉजिटिव हो गया। इसके बाद वह वेंटिलेटर की खोज में थीं, जिसकी महाराष्ट्र में किल्लत है। फिर उन्होंने ट्विटर पर मदद की गुहार लगाई। उनका संपर्क कुछ अच्छे लोगों से हुआ और 6 घंटे के भीतर वेंटिलेटर उपलब्ध भी हो गया। इसके 2 दिन बाद A+ ब्लड ग्रुप प्लाज्मा की ज़रूरत पड़ी। इसके लिए कोरोना से ठीक हो चुके व्यक्ति की ज़रूरत थी।

रिपोर्ट नेगेटिव आने के 28 दिन बाद ही प्लाज्मा डोनेट किया जा सकता है। इसके बाद उनके एक ‘प्रभावशाली दोस्त’ ने सोशल मीडिया पर इसे डाल दिया और उनके फोन पर कई मैसेज आने लगे। कुछ अन्य लोकप्रिय हैंडल्स से भी ये शेयर किया गया। शास्वती लिखती हैं कि उन्हें अपना नंबर सार्वजनिक रूप से देख कर डर भी लगा, लेकिन फिर उन्हें दोस्तों ने बताया कि यही अंतिम विकल्प है और उन्होंने भी अपने परिजन का जीवन बचाने के लिए ये खतरा मोल लिया।

शास्वती ‘VICE’ में लिखती हैं कि जिस दिन उन्होंने इमरजेंसी रिक्वेस्ट डाला, उस दिन उनके पास हर मिनट 3-4 फोन कॉल्स आने लगे। वो ब्लड बैंक्स से बात कर रही थीं, डोनर्स का जुगाड़ कर रही थीं और दोस्तों से संपर्क बनाए हुए थीं। लेकिन, उस बीच एक व्यक्ति ने कॉल कर के पूछा कि वो SOS जारी करने वाले व्यक्ति को कैसे जानती हैं? फिर वो पूछने लगा कि क्या तुम सिंगल हो? इसके कुछ देर बाद एक और कॉल आया।

उधर से दो लोग धीरे-धीरे आपस में बात कर रहे थे, जिसके बाद एक ने फोन पर कहा कि तुम्हारी प्रोफ़ाइल पिक्चर बहुत अच्छी है। इसके बाद उनका पता, रिलेशनशिप और अन्य डिटेल्स पूछने के लिए कई फोन कॉल्स आए। शास्वती सिवा के अनुसार, एक व्यक्ति ने फोन पर किस करते हुए आवाज़ें भी निकालीं। वो लिखती हैं कि जब पारिवारिक इमरजेंसी में वो फँसी थीं, तब इस तरह की प्रताड़ना तोड़ देने वाली थी।

उन्होंने उन नंबरों को ब्लॉक किया। अगली सुबह सेकेंड्स के अंतराल में ही 7 लोगों के फोन कॉल आए। सबको ब्लॉक कर के शास्वती ने फोन साइलेंट कर के बगल में रख दिया। लेकिन, वो लिखती हैं कि जब उन्होंने व्हाट्सएप्प खोला तो वहाँ अश्लील तस्वीरें भरी पड़ी हुई थीं। कई अपरिचितों ने उन्हें अपने गुप्तांग (D#ck) की तस्वीरें भेज रखी थीं। तब तक उन्हें डोनर भी मिल चुका था। उन्होंने महिलाओं को सलाह दी है कि वो कभी अपना नंबर सार्वजनिक न करें।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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