राजधानी दिल्ली में आज दिनदहाड़े रोहिणी कोर्ट परिसर में फायरिंग से हड़कंप मच गया। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता कि हुआ क्या है। कोर्ट में दो बदमाशोें ने अंधाधुंध फायरिंग कर कुख्यात बदमाश जितेंद्र मान उर्फ गोगी की हत्या कर दी। वारदात के समय उसे कोर्ट रूम में पेशी के लिए लाया गया था। जबावी कार्रवाई में दिल्ली पुलिस ने भी गोली चलाई। जिसमें दोनों हमलावरों की भी मौके पर ही मौत हो गई। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने तीनों शवाें को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जाँच कर रही है।
#WATCH दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में हुई फायरिंग का वीडियो।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 24, 2021
दिल्ली पुलिस के मुताबिक हमलावरों ने गैंगस्टर जितेंद्र मान गोगी पर गोलियां चलाईं, जिसकी मौत हो गई है। पुलिस ने तीन हमलावरों को भी मार गिराया है। pic.twitter.com/oJ4omCZeKp
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रोहिणी कोर्ट रूम 207 में एनडीपीएस के एक मामले में जितेंद्र गोगी को पेशी के लिए लाया गया था। कोर्ट में मामले की सुनवाई चल ही रही थी कि वकील की पोशाक पहने दो हमलावरों ने गोगी पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि गोगी को तीन से चार गोलियाँ लगी और उसकी अस्पताल ले जाते हुए मौत हो गई। जबकि जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी दोनों हमलावरों पर ताबड़तोड़ गोली चलाई। जिसमें उन दोनों हमलावरों की भी गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई।
Shootout के बाद कोर्ट में अफ़रातफ़री का माहौल। मौक़े पर जुटे लोग और सुरक्षाबल के जवान। pic.twitter.com/Ps1yW6iLIY
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पुलिस के सूत्रों के हवाले से यह दावा किया जा रहा है कि गोगी गैंग के सरगना जितेंद्र गोगी पर यह हमला कभी उसका दोस्त रहा और अब उसका धुर विरोधी सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया गैंग के दो हमलावरों ने किया है। टिल्लू गैंग का गोगी के साथ दुश्मनी बहुत पुरानी बताई जाती है।
बता दें कि जितेंद्र गोगी की पेशी एएसजे गगन दीप सिंह के कोर्ट में हो रही थी तभी कोर्ट रूम में पेशी के दौरान गैंगस्टर पर हमला होने से हड़कंप मच गया। इस पर दिल्ली पुलिस के आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा कि यह गैंगवार नहीं है बल्कि हमला है। जबकि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दोनों हमलावरों को ढेर कर दिया है। हमलावरों को ढेर करने वाले प्रत्येक पुलिसकर्मियों को 50-50 हजार रुपए बतौर इनाम देने की घोषणा भी पुलिस आयुक्त के द्वारा की गई है।
जब गैंगस्टर गोगी को कोर्ट में सुनवाई के लिए ले जाया गया तो दो अपराधियों ने उस पर गोलियां चलाईं। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावरों को मार गिराया। उनमें से एक हमलावर पर 50,000 रुपये का इनाम था: ANI से दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना pic.twitter.com/8Vb2zNkBWy
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रोहिणी कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव सत्यनारायण शर्मा ने मीडिया को बताया कि वकील की पोशाक पहनकर आए बदमाशों ने कोर्ट रूम में जज के सामने गोली मारी। इतिहास में शायद पहली ऐसी घटना है। इस वारदात के बाद कोर्ट रूम में वकील की ड्रेस में बदमाशों के पहुँचने से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल भी उठ रहे हैं।
घटना गोगी की सुनवाई के दौरान हुई। जज, स्टॉफ और वकील भी मौजूद थे। सुनने में आया है कि हमारी एक इंटर्न के पैर में भी गोली लगी है। घटना आज लगभग 1-1.5 बजे की है। सुबह ठीक से चेकिंग नहीं हो पाती है। बहुत बड़ी लापरवाही है: दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में फायरिंग की घटना पर वकील ललित कुमार
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वहीं पुलिस ने भी बदमाशों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि गोगी को मारने आए राहुल फफूंदा और उसके साथी को सुरक्षा बल के जवानों ने मार गिराया। गोगी समेत कुल तीन बदमाश मरे हैं। कहा जा रहा है कि एक महिला वकील के पैर में गोली लगी है। घटना के बाद पुलिस ने रोहिणी कोर्ट में सुरक्षा बढ़ा दी है। फिलहाल, कोर्ट के अंदर किसी को नहीं जाने दिया जा रहा है।
#DelhiRohiniCourtShootout के बारे में जनकारी देते रोहिणी कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव सत्यनारायण शर्मा इस घटना के चश्मदीद गवाह हैं। उन्होंने बताया कि बदमाशों ने कैसे कोर्ट रूम में जज के सामने गोगी की हत्या की।@JagranNews @DelhiPolice #RohiniCourtFiring pic.twitter.com/eCKmGpwOqB
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इस वारदात के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में आज जो वारदात हुई है, वो दिल्ली की किसी भी निचली अदालत में हो सकती है। साकेत कोर्ट में भी सुरक्षा राम भरोसे होने का दावा किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट में एक वकील ने बताया कि साकेत में भी न तो मेटल डिटेक्टर ठीक से काम करता है और न ही प्रवेश के समय वकीलों या अन्य किसी की कोई जाँच की जाती है। जब सुप्रीम कोर्ट में वकीलों की जाँच होती है, हाई कोर्ट में बिना आइ कार्ड दिखाए वकील कोर्ट परिसर में नहीं जा सकते तो निचली अदालतों में भी सुरक्षा की ऐसी ही कड़ी व्यवस्था क्यों नहीं की जाती। पुलिस को वकीलों के साथ समन्वय के साथ कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।
मैं "बार काउंसिल ऑफ दिल्ली" के सदस्यों के साथ कल दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मिलूंगा। हम उनसे कहेंगे कि दिल्ली पुलिस कोई ठोस कदम उठाए, जिसके कारण ऐसी घटना भविष्य में फिर ना हो। जिन पुलिस अधिकारियों की लापरवाही देखने को मिली है उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएं: राकेश सहरावत https://t.co/d41RxA9eTW
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गौरतलब है कि गोगी रोहिणी जेल संख्या- 2 के हाई रिस्क वार्ड में बंद था। गोगी को स्पेशल सेल ने पिछले साल मार्च में बहुत मुश्किल से गुरुग्राम से पकड़ा था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, करीब 1 साल पहले दिल्ली पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कुख्यात गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की गिरफ्तारी के लिए गुरुग्राम के सेक्टर-83 में छापा मारा था। इस दौरान गोगी के साथ उसके गैंग के तीन साथी कुलदीप मान उर्फ फज्जा, रोहित उर्फ मोई और कपिल उर्फ गौरव भी फ्लैट में थे। पुलिस से घिरने के बाद जितेंद्र गोगी ने फोन पर वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था। उसका आरोप था कि पुलिस उसका एनकाउंटर कर देगी और वो सरेंडर करना चाहता है।
दिल्ली के अलीपुर के रहने वाले गैंगस्टर जितेंद्र गोगी पर गिरफ्तारी के समय लगभग 8 लाख रुपए का इनाम घोषित था। गोगी बेहद कुख्यात बदमाश था, जिस पर हत्या, जबरन उगाही और पुलिस पर हमला करने जैसे कई मामले दर्ज था। कुछ महीने पहले जितेंद्र गोगी के खास माने जाने वाले कुलदीप मान उर्फ फज्जा का दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था। यह एनकाउंटर भी रोहिणी के ही एक फ्लैट में हुआ था।
रिपोर्ट में पुलिस सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि टिल्लू ताजपुरिया और जितेंद्र गोगी दोनों ही दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रद्धानंद कॉलेज के स्टूडेंट थे। जबकि कॉलेज के समय से ही दोनों के बीच दुश्मनी शुरू हो गई। यही नहीं, गोगी गैंग और टिल्लू ताजपुरिया गैंग के बीच पिछले 3-4 वर्षों में 20 से ज्यादा गैंगवार हुई हैं, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। इससे पहले दिल्ली के बुराड़ी इलाके में भी इन दोनों गैंग के बीच फायरिंग हुई थी, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई थी।