दैनिक सस्ते इंटरनेट के माध्यम से ‘विचारक’ बनकर सनसनी बनने की कला यदि किसी से सीखी जा सकती है तो इसके लिए स्वरा भास्कर का नाम सबसे ऊपर आता है। कुणाल कामरा और ध्रुव राठी जैसे नाम इसके बाद आते हैं। हाल ही में एबीपी न्यूज़ चैनल की एंकर रुबिका लियाकत के शो में बुरी तरह से फजीहत करवाने के कारण चर्चा में आई स्वरा भास्कर ने फिर एक पैंतरा अपनाया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में वे दिल्ली पुलिस पर आरोप लगा रही हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने दंगों के दौरान हिन्दुओं को छोड़कर मुस्लिमों पर लाठियाँ बरसाई।
मध्य प्रदेश सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा शुक्रवार (मार्च 06, 2020) को आयोजित ‘बिटिया उत्सव’ सेमिनार में स्वरा भास्कर ने ये बात कही।
This is such a stupid statement to make. But such kings and queens of dumbness are the intellectuals LW boasts of. pic.twitter.com/uZupIgYwqZ
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) March 7, 2020
इस वीडियो में स्वरा भास्कर कह रही है, “अगर मैं दिल्ली दंगों में जाऊँगी तो मेरी पहचान हिन्दू बताई जाएगी… क्योंकि मैं हिन्दू हूँ, तो शायद दिल्ली पुलिस मेरे ऊपर शायद उस हक़ से लाठी नहीं मारेगी, जिस बर्बरता और हक़ से उसने एक मुस्लिम पर लाठी चलाई है। मैं माफ़ी चाहती हूँ कि मैं ऐसी कड़वी बात कर रही हूँ। लेकिन जो हुआ है वो हम सब के सामने है देखने के लिए।”
स्वरा भास्कर ने कहा कि जिस तरह की राजनीति हो रही है और मानसिकता आ गई है कि एक ही आइडेंटिटी होगी। ‘वन नेशन-वन लैंग्वेज और ‘वन नेशन-वन आइडेंटिटी होगी, क्यों? जहाँ पर इतनी विविधता होगी, वहाँ लड़ाइयॉं और विवाद होगी। किसी भी सभ्य समाज के लिए इतना होना चाहिए कि जो भी विवाद हों वे एक कानून की ढाँचे में डील किया जाए।
स्वरा भास्कर इस विडियो में किसी सांसद का भी जिक्र करते हुए देखी जा सकती हैं। स्वरा का कहना है, “हमने पिछले साल संसद में एक आतंक आरोपी को विजयी बनाकर भेजा है, हमें ये एंटी नेशनल नहीं लगता है।” स्वरा भास्कर ने कहा कि अब हम ऐसे वक्त में आ गए हैं जहाँ सवाल करने पर आप पर एंटीनेशनल होने के आरोप लगते हैं। उन्होंने कहा, “मेरे ऊपर भी एक केस कानपुर में दर्ज हो चुका है और हो सकता है कि यहाँ भी केस दर्ज हो जाए।”
हालाँकि, प्रतिदिन सोशल मीडिया पर अफवाह और उन्माद फैलाने वाली स्वरा भास्कर शायद तथ्यों के साथ भी दुश्मनी कर बैठी हैं और उन्हें अभी तक आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की निर्मम हत्या से लेकर मात्र 20 साल के दिलबर नेगी को जला देने जैसी घटनाओं का शायद ज्ञान नहीं।