कर्नाटक में 27 फरवरी 2024 में राज्यसभा चुनाव में जीत के बाद कॉन्ग्रेस प्रत्याशी नासिर हुसैन की रैली में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगने का वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में नारेबाजी करने वालों के समर्थन में मोहम्मद ज़ुबैर और प्रियांक खड़गे जैसे लोगों ने अपने-अपने कुतर्क गढ़े थे। बाद में कर्नाटक पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर के वीडियो को फॉरेंसिक जाँच के लिए भेजा। फॉरेंसिक जाँच में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों की पुष्टि होने के बाद अब बेंगलुरु पुलिस ने सोमवार (4 मार्च 2024) को कुल 3 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम इल्ताज, मुनव्वर और मोहम्मद नाशीपुडी हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने बताया है कि तीनों आरोपितों की गिरफ्तारी फॉरेंसिक जाँच की रिपोर्ट, मौके पर मौजूद साक्ष्यों और गवाहों के बयान के आधार पर की गई है। जाँच के दौरान पुलिस ने कुल 7 वॉयस सैम्पल जमा किए थे। कुल 7 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। इसमें मोहम्मद शफी भी शामिल है। कुछ लोगों से अभी भी पूछताछ जारी है। पुलिस पूरी जाँच रिपोर्ट गृहमंत्री को सौंपेगी। हालाँकि कर्नाटक के गृहमंत्री ने कहा है कि उनको अभी तक FSL रिपोर्ट नहीं मिल पाई है।
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— Anand B T… (I AM MODIJI PARIWAR) (@anandakennamet1) March 4, 2024
सामने आई रिपोर्ट FSL रिपोर्ट में कहा गया कि जिस वीडियो पर विवाद हुआ, वो एक सिंगल कैप्चर में बनाई गई थी (यानी उसमें कुछ और जोड़ा-घटाया नहीं गया)। उसमें कुछ भी छेड़छाड़ नहीं हुई है। वहाँ जिस शब्द ‘साब’ के लिए सवाल हो रहा था, वो ‘साब’ नहीं, ‘तान’ था। रिपोर्ट का एक पन्ना भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विष्णु वर्धन रेड्डी ने अपने एक्स अकॉउंट पर शेयर किया। उन्होंने इस रिपोर्ट के साथ सिद्धारमैया सरकार को घेरा।
बताते चलें कि कई मीडिया संस्थानों द्वारा वायरल वीडियो चलाए जाने के बाद खुद पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लिया था। तब FIR दर्ज कर के जाँच शुरू की गई थी। हालाँकि बीच में फैक्ट चेकिंग की आड़ में मजहबी एजेंडा चला रहे मोहम्मद जुबैर ने जाँच को भटकाने की बहुत कोशिश की थी। अपनी आदत के मुताबिक ज़ुबैर ने ट्वीट करके कथित पाकिस्तान समर्थकों का पक्ष लेते हुए यह साबित करने की भरसक कोशिश की थी कि नारे में ‘नासिर साहब जिंदाबाद’ बोला गया था। हालाँकि FSL रिपोर्ट आने के बावजूद जुबैर ने अब तक अपना ट्वीट डिलीट नहीं किया।
मोहम्मद जुबैर के अलावा कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने भी पाकिस्तान जिंदाबाद के आरोपितों को बचाने की अपनी तरफ से पूरी कोशिश की थी। वीडियो वायरल होते ही उन्होंने आनन-फानन में बयान जारी करते हुए इसे भारतीय जनता पार्टी की साजिश करार दे डाला था। खड़गे ने तो अपनी तरफ से ऑडियो की फोरेंसिक जाँच करवाने का दावा करते हुए यहाँ तक कह डाला था कि उसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला। मोहम्मद जुबैर के नक्शेकदम पर चलते हुए प्रियांक खड़गे ने दावा किया था कि आरोपित ‘नासिर और सैयद साहब जिंदाबाद’ का नारा लगा रहे थे।