कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अब अयोध्या के रामनवमी मेले मे भीड़ को आने से रोकने के लिए प्रयास शुरू हो गए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसकी अपील की है। उसके बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है और अयोध्या के संतों से ने भी श्रद्धालुओं से मेले में न आने की अपील की है। इसके लिए प्रयास तेज हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक इस बार रामनवमी मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा। योगी सरकार ने लोगों से अपील की है कि वो भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएँ, घर पर रहकर ही पूजा- अनुष्ठान करें। इसके साथ ही साधुओं ने भी लोगों से कहा है इस महामारी के भयंकर प्रकोप को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर घर में पूजा-अनुष्ठान करें।
गुरुवार (मार्च 19, 2020) को योगी आदित्यनाथ ने जारी एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा है, “चैत्र नवरात्रि आने वाला है और कई भक्त पहले, दूसरे, आठवें और नौवें दिन विशेष रूप से मंदिरों में जाते हैं। कई क्षेत्रों में मेलों का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें लोगों की व्यापक भागीदारी देखी जाती है। विशेष परिस्थितियों के मद्देनजर, मैं जनता से अपील करता हूँ कि वो किसी भी तरह के धार्मिक अनुष्ठान या पूजा का आयोजन अपने घरों में ही करें, ताकि संक्रामक वायरस के प्रसार को रोका जा सके।”
इस रिलीज के अनुसार सरकार ने सभी जिलों के जिला मजिस्ट्रेटों और पुलिस अधिकारियों को धार्मिक नेताओं के साथ बातचीत करने और 25 मार्च से 2 अप्रैल तक होने वाले चैत्र नवरात्रि के दौरान धार्मिक समारोहों से बचने के इस संदेश को प्रसारित करने में मदद करने का निर्देश दिया है।
अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट अनुज झा ने इकॉनॉमिक टाइम्स से कहा, “सरकार किसी भी मेले का आयोजन नहीं कर रही है और न ही लोगों को किसी ऐसे मेले में आमंत्रित करती है। हम जनता से अपील करने में धार्मिक नेताओं की मदद चाहते हैं कि वो जनता से कहें कि वो घर पर रहकर ही पूजा-अनुष्ठान करें।”
बता दें कि इससे पहले कई वामपंथी मीडिया गिरोह ने ये खबर चलाई कि कोरोनावायरस महामारी को लेकर एक ओर सभी राज्य सरकारें एहतियात बरत रहीं हैं। वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार रामनवमी के मौके पर अयोध्या में एक बड़ा आयोजन करने की तैयारी कर रही है। योगी सरकार ने राम नवमी के मौके पर अयोध्या में एक बड़े मेले का आयोजन कराने की मंजूरी दे दी है। आश्चर्य की बात यह है कि केंद्र सरकार की ओर से कोरोना वायरस पर एडवाइजरी जारी करने के बावजूद इस मेले का आयोजन कराने का फैसला किया है।
लिबरल वर्ग ने हाल ही में अयोध्या में रामनवमी को लेकर भी जमकर प्रोपेगंडा किया और कल (मार्च 19, 2020) राजदीप सरदेसाई भी उसी प्रोपेगंडा को दोहराते हुए देखे गए। कल रात राजदीप ने रामनवमी के आयोजन को लेकर बहस छेड़ी और इसे रामनवमी बनाम शाहीन बाग जैसे मुहावरों में ढालने की कोशिश भी की। बता दें कि राजदीप ने कल रात झूठ बोला जबकि दो दिन पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनसे कहा था कि मेले में अभी समय है, उससे पहले एक उच्चस्तरीय बैठक होगी और तब तय होगा कि मेला होगा या नहीं।
हालाँकि, रामनवमी मेले को लेकर तो स्पष्ट हो गया है कि इसका आयोजन नहीं होगा, लेकिन शुक्रवार की नमाज को लेकर अभी तक कोई सूचना नहीं है कि देश भर की तमाम मस्जिदों में लोग जुटेंगे या नहीं। कल जब भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने जुमे की नमाज को लेकर कल राजदीप सरदेसाई से सवाल किया तो राजदीप ने यह कहकर टाल दिया कि इसे शाहीन बाग बनाम रामनवमी मत बनाइए।