नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा के दौरान पुलिस को उन्मादी भीड़ द्वारा निशाना बनाने की कई घटनाएं सामने आई है। बावजूद इसके हालात पर काबू पाने के लिए जब पुलिस ने दंगाइयों से सख्ती की तो एक वर्ग इसके खिलाफ खड़ा हो गया। खासकर यूपी पुलिस को बदनाम करने की नीयत से बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया में कई तरह का प्रोपेगेंडा रचा रहा है। इसी बीच, रायबरेली से ऐसी तस्वीरें सामने आई है जब जो दंगाइयों से सख्ती से निपटने वाली यूपी पुलिस का एक अलग ही चेहरा पेश करती है।
पुलिस के इस चेहरे का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रामलीला मैदान की रैली में भी किया था। उन्होंने कहा था, “जब दिल्ली की मंडी में आग लगी थी, तब पुलिस वालों ने बिना महजब देखे ही लोगों को बचाया था। जिन पुलिसकर्मियों ने तुम्हें बचाया, उन्हीं पर पत्थर चला रहे हो?”
ताजा मामला रायबरेली के लालगंज के घोसियाना मोहल्ले का है। यहाँ चार मंजिला मकान के निचले हिस्से भीषण आग लग गई। आग तेजी से फैलने लगी। तीसरे माले पर पप्पू गुप्ता, वैभव, छवि और एक साल बच्चा फँसा हुआ था।
देखते ही देखते यहाँ आग ने विकराल रूप ले लिया और इन चारों लोगों के लिए बिल्डिंग से निकालना नामुमकिन हो गया। इसी बीच मौक़े पर पहुँचे दारोगा विनोद सिंह। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए पड़ोस के एक घर से उस मकान की ख़िड़की तोड़ अंदर घुस गए। फिर एक-एक कर वहाँ फँसे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
इस आगजनी में लाखों की संपत्ति खाक हो गई। लेकिन, खाकी की बहादुरी से किसी की जान नहीं गई। दारोगा विनोद सिंह के इस साहस की तारीफ हो रही है।
जनपद रायबरेली में आग लगने की सूचना पर पहुंचे @raebarelipolice के निरीक्षक विनोद कुमार सिंह द्वारा आग में फंसे परिवार को अपनी जान कि परवाह न करते हुए सुरक्षित निकाला।#UPPCares pic.twitter.com/byffZps8AY
— UP POLICE (@Uppolice) December 23, 2019
रायबरेली के लालगंज थानाक्षेत्र अन्तर्गत कपड़े की दुकान में आग लगने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक रायबरेली @swapnilmamgain के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक लालगंज श्री विनोद कुमार सिंह द्वारा तत्काल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचकर मकान में फंसे परिवार के 04 सदस्यों को सकुशल बचाया pic.twitter.com/Or3qYK8kTs
— Raebareli Police (@raebarelipolice) December 23, 2019
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिस घर में आग लगी वह निर्मल कुमार गुप्ता का है। वे कपड़े के व्यवसायी हैं। दुकान वे अपने 4 मंजिला घर के नीचे वाले माले पर चलाते थे, जिसका गोदाम भी उन्होंने घर की दूसरी मंजिल पर बनाया हुआ था। लेकिन रविवार की दुकान में आग लग गई जो फैलते-फैलते उनके गोदाम तक आ पहुँची। देखते ही देखते आग ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि ऊपर फँसे लोगों के पास बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा।
थोड़ी देर बाद आग की सूचना मिलने पर पुलिस वहाँ पहुँची और अग्निशमन के कमर्चारियों के साथ आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। घर में फँसे लोगों को निकालने का रास्ता नहीं मिल रहा था। इसी बीच पुलिस ने सीढ़ियों की व्यवस्था की और थानेदार विनोद सिंह ने सीढ़ियों की मदद से घर में प्रवेश किया और बिना किसी नुकसान के सबको सुरक्षित वापस निकाल लिया। आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं लग पाया है।