उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में 21 सितंबर 2024 को पुलिस ने एक अज्ञात महिला का शव लावारिस हालत में बरामद किया था। पीड़िता की पहचान प्रियंका के तौर पर हुई थी। मृतका अपने घर से 31 मई 2024 से लापता हो गई थी। जाँच में पीड़िता की हत्या के आरोपितों के तौर पर सलमान, शहंशाह, जावेद और सरवर का नाम सामने आया। मंगलवार (1 अक्टूबर) को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद सलमान, सरवर और जावेद को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। शहंशाह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
यह मामला सुल्तानपुर जिले के कादीपुर थानाक्षेत्र का है। यहाँ 1 जून 2024 को पीड़िता के दादा ने पुलिस में तहरीर दी थी। शिकायत में उन्होंने बताया था कि 31 मई को रात लगभग 10 बजे उनकी नातिन शौच के लिए घर से निकली थी पर वापस लौट कर नहीं आई। परिजनों ने प्रियंका की काफी खोजबीन की पर कुछ भी पता नहीं चल पाया। उन्होंने आशंका जताई थी कि प्रियंका कोई बहला-फुसला कर अपने साथ ले गया होगा। ऑपइंडिया के पास शिकायत की कॉपी मौजूद है।
तब पुलिस ने इस शिकायत पर FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी थी। अभी पुलिस जाँच कर ही रही थी कि 21 सितंबर 2024 को सुल्तानपुर के ही थाना गोसाईगंज क्षेत्र में एक अज्ञात महिला की लाश मिली। पोस्टमार्टम से पता चला कि मृतका की हत्या गला दबा कर की गई थी। पीड़िता की पहचान प्रियंका के तौर पर हुई थी। तब पुलिस ने प्रियंका की गुमशुदगी में हत्या की धाराएँ बढ़ा कर पड़ताल शुरू की। इसी खोजबीन में पता चला कि लड़की की हत्या में सलमान, शहंशाह, सरवर और जावेद शामिल हैं।
पुलिस को जानकारी मिली कि पीड़िता और सलमान में पुराने समय से संबंध थे। एक बार सलमान प्रियंका को मुंबई भी ले जा चुका था। वापस लौटने के बाद वह फिर से सलमान के पास पहुँच गई। गोसाईंगंज में ही सलमान और प्रियंका के रुकने और खाने-पीने का इंतज़ाम सरवर, शहंशाह और जावेद ने किया। गोसाईंगंज में ही प्रियंका ने सलमान पर शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया। आनाकानी करने पर उसने सलमान सहित उसके तीनों साथियों को जेल भिजवाने की धमकी दी।
प्रियंका की धमकी के बाद सलमान और उसके तीनों साथियों ने उसकी हत्या की साजिश रच डाली। उन्होंने 20 सितंबर को प्रियंका की गला घोंट कर हत्या कर दी। हत्या के बाद उन्होंने लाश को गोसाईंगज थानाक्षेत्र में एक सुनसान जगह पर फेंक दिया। पुलिस आरोपितों की लताश में जुट गई। सबसे पहले शहंशाह को गिरफ्तार किया गया और बाकियों की तलाश जारी रही। 1 अक्टूबर (मंगलवार) को पुलिस को तीनों आरोपितों के अखंडनगर थानाक्षेत्र में होने की सूचना मिली।
सूचना पर पुलिस ने दबिश दी। तीनों आरोपितों ने पुलिस को देखते ही गोलियाँ बरसानी शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में सलमान, सरवर और जावेद घायल हो गए। इन सभी को गिरफ्तार कर के अस्पताल में इलाज करवाया गया। पकड़े गए आरोपितों के पास से अवैध हथियार और कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस इन सभी को जल्द ही अदालत में पेश करेगी। मामले में प्रशासन की जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई जारी है।