Friday, April 19, 2024
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भीम आर्मी के दफ्तर में रची गई महिला वकील को अगवा करने की साजिश, पार्टी से जुड़े हैं अपहरणकर्ता

वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित बार-बार अपनी पोजिशन चेंज कर रहे थे। साथ ही फिरौती माँगने के लिए पीड़िता के ही मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे।

हाई कोर्ट की वकील प्रीति शुक्ला के अपहरण में शामिल गिरोह के एक मेंबर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने खुलासा किया है कि वकील का अपहरण करने वाले सभी आरोपित भीम आर्मी के सदस्य हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए गैंग के सदस्य संतोष चौबे उर्फ सूर्या ने भीम आर्मी के साथ जुड़े होने की बात स्वीकारी है। उसने पुलिस को बताया है कि भीम आर्मी का एक्टिव मेंबर बबलू अंबेडकर वारदात का मुख्य साजिशकर्ता है। पुलिस और मामले की जाँच के लिए गठित एसटीएफ के सूत्रों ने खुलासा किया है कि महिला वकील के किडनैपिंग की साजिश भीम आर्मी के दफ्तर में ही रची गई थी।

बताया जाता है कि बीते 6 जून 2021 को प्रीति शुक्ला लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी स्थित अपने घर से ‘इवनिंग वॉक’ के लिए निकली थीं। इसी दौरान पहले से निर्धारित साजिश के तहत उनका अपहरण कर लिया गया।

एक करोड़ की फिरौती माँगी

महिला वकील के किडनैपिंग मामले की जाँच स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को दिया गया। जाँच दल ने मंगलवार (8 जून 2021) की रात 11 बजे पीजीआई इलाके के हरकांशी गढ़ी मोहल्ले से संतोष चौबे उर्फ सूर्या को गिरफ्तार किया। उससे मिली जानकारी के आधार पर एसटीएफ ने 52 घंटे कैद में रहने के बाद महिला वकील को भी मुक्त करा लिया।

एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) दीपक कुमार सिंह ने बताया कि अपहणकर्ताओं ने प्रीति शुक्ला के पति और उत्तर प्रदेश हाई कोर्ट के वकील अनुराग शुक्ला से एक करोड़ रुपए की फरौती माँगी थी। डीएसपी के मुताबिक, कई बार बातचीत के बाद अपहरणकर्ताओं के साथ 25 लाख रुपए में डील फिक्स हुई थी। अब तक की इन्वेस्टिगेशन में पता चला है कि इस किडनैपिंग में 10 लोग शामिल थे, जिसमें से 9 अभी भी फरार हैं।

क्या है पूरा मामला

घटना के बारे में जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हाल ही में प्रीति शुक्ला और उनके पति अनुराग शुक्ला ने लखनऊ के पॉश सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में दो फ्लैट खरीदे थे साथ ही हाई-एंड सेडान कारें भी खरीदी थीं। मामले में गिरफ्तार आरोपित संतोष चौबे ने बताया कि उसका गिरोह वकील की लग्जीरियस लाइफ से काफी प्रभावित थे। इसी कारण उसके गैंग ने महिला वकील का अपहरण कर उसके पति से फिरौती माँगने की साजिश रची।

रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रीति शुक्ला के पति अनुराग शुक्ला नामी वकील हैं। वह करोड़ों के खनन और कई करोड़ की रियल इस्टेट फर्म के मामले में जेल में बंद प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति से जुड़े दो हाई-प्रोफाइल मामलों के लिए जाने जाते हैं।

पुलिस अधिकारी के मुताबिक, वकील अनुराग शुक्ला ने अपहरणकर्ताओं द्वारा फिरौती की कॉल आने के बाद 6 जून 2021 को अपनी पत्नी के किडनैपिंग की जानकारी सुशांत गोल्फ सिटी थाने में दी। हालाँकि, मामले को सीक्रेट रखा गया ताकि अपराधियों को पुलिस की प्लानिंग की खबर न लगे। आरोपी ने पत्नी का अपहरण करने से पहले कुछ दिनों तक वकील की जासूसी भी की थी।

वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित बार-बार अपनी पोजिशन चेंज कर रहे थे। साथ ही फिरौती माँगने के लिए पीड़िता के ही मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। एसटीएफ ने बताया है कि पूछताछ के दौरान संतोष चौबे ने अपने साथियों जितेंद्र, कल्लू, रोहित, बबलू और अन्य के नामों का खुलासा किया है।

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Kuldeep Singh
Kuldeep Singh
हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में करीब आधे दशक से सक्रिय हूँ। नवभारत, लोकमत और ग्रामसभा मेल जैसे समाचार पत्रों में काम करने के अनुभव के साथ ही न्यूज मोबाइल ऐप वे2न्यूज व मोबाइल न्यूज 24 और अब ऑपइंडिया नया ठिकाना है।

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