कोलकाता में इस बार श्रीभूमि दुर्गा पूजा पंडाल ‘वेटिकन सिटी’ के थीम के मुताबिक आयोजित हो रहा है। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं। पूरे पंडाल को बिलकुल उसी ढंग में बनाया गया है। बाहर से ये किसी चर्च जैसा लग रहा है। अंदर जीसस की तस्वीरें, मदर मेरी की फोटो लगी हुई हैं। बीच में जाकर दुर्गा माँ की मूर्ति लगाई गई हैं।
West Bengal | Kolkata’s Sree Bhumi Puja Pandal, has this year been designed on the theme of ‘Vatican City’ ahead of Durga Pooja festival pic.twitter.com/4TWW2RtJla
— ANI (@ANI) September 22, 2022
ये तस्वीरें देखने के बाद लोगों में नाराजगी है। उनका पूछना है कि आखिर दुर्गा पंडाल को इस तरह सजाने का क्या अर्थ? क्या कभी वेटिकन में क्रिसमस का त्योहार दुर्गा पूजा थीम पर मनाया जाता है?
एक यूजर ने गुस्से में लिखा है, “ये कुछ भी नहीं है। इससे ज्यादा का इंतजार करो। शायद काबा के हिसाब से पूजा पंडाल लगे और चंडीपाठ की जगह आजान सुनाई दे। वोक बंगाल में हर चीज संभव हैं खासकर कोलकाता में। ये लोग अखंडता दिखाने के लिए माँ दुर्गा को हिजाब पहना सकते हैं। बात जब कोलकाता के बंगालियों की आती है तो कुछ भी हैरान नहीं करता।”
This is nothing. Wait for more, maybe a kaba type puja pandal with azan blaring instead of chandipath. Everything is possible in woke Bengal especially Kolkata. They mught even put Ma in a hizab to show solidarity. When it comes to kolkata bengalis nothing shocks anymore.
— Ishku62 (@ishku62) September 22, 2022
कीर्ति कुमार कासत लिखते हैं, “ये क्या है? अपने आपको सेकुलर दिखाने के लिए इतनी जद्दोजहद क्यों? वेटिकन का आर्किटेक्ट समझ लूँ एक बार पर फिर ये ईसाई धर्म की तस्वीरें क्यों? क्रिसमस पर चर्च चले जाओ। वहाँ भी तुम्हें हिंदू से ईसाई बना व्यक्ति बताने लगेगा कि जीसस ही असल रक्षक हैं।”
Ye kya hai bhai? Apne aap ko secular dikhane ki itni jaddojehad kyun? Vatican ka architecture samajh lu ek baar par phir ye Christian faith ki pictures kyu? Go to a church on Xmas and you will find a Hindu turned Christian guying telling how Jesus is the true saviour! https://t.co/kkK3onxj1g
— Kirti Kumar Kasat (@KasatKirti) September 23, 2022
बता दें कि इससे पहले साल 2021 में श्रीभूमि दुर्गा पूजा पंडाल बुर्ज खलीफा की थीम पर आयोजित हुआ था। बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसी ऊँची इमारत है। भारी तादाद में लोग उस पंडाल को देखने आए थे। इसमें इतनी लेजर लाइट थी कि इसके खिलाफ पॉयलटों ने शिकायत की थी कि उन्हें उड़ान भरने में समस्या हैं।
अब वाला पंडाल वैसा नहीं है लेकिन इस बार विवाद इसलिए हो रहा है क्योंकि पूजा स्थल के भीतर ईसाई धर्म से जुड़ी तस्वीरें हैं। टीवी 9 की खबर के मुताबिक श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब 50 साल से पूजा पंडाल लगा रहा है। इस बार स्वर्ण जयंती है इसलिए इसका थीम वेटिकन सिटी रखा गया है। इसके आयोजकों में राज्य के दमकल मंत्री और टीएमसी के विधायक सुजित बसु हैं। खुद ममता बनर्जी ने पंडाल का उद्घाटन किया है।