Monday, July 14, 2025
Homeदेश-समाज'आजकल सबके पास मोबाइल पर कोई वीडियो नहीं मिला': बंगाल में महिला उम्मीदवार के...

‘आजकल सबके पास मोबाइल पर कोई वीडियो नहीं मिला’: बंगाल में महिला उम्मीदवार के ‘नग्न परेड’ को DGP ने किया खारिज, कहा- जाँच में प्रमाण नहीं मिले

"आजकल सबके पास कम से कम एक मोबाइल फोन होता है। लेकिन इस घटना का कोई वीडियो नहीं है। आसपास के सीसीटीवी की भी पुलिस ने जाँच की है, उनमें भी कुछ नहीं मिला है। जिस महिला ने आरोप लगाया है उन्होंने अब तक नहीं बताया है कि चोट का उपचार कहाँ कराया गया।"

पश्चिम बंगाल में एक महिला उम्मीदवार को नंगा कर गाँव में घुमाने के दावे को राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) मनोज मालवीय ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि अब तक की जाँच में ऐसा कोई तथ्य नहीं मिला है जो इन आरोपों को प्रमाणित करता हो। उनके अनुसार आरोप लगाने वाली महिला ने भी पुलिस के नोटिस का अब तक जवाब नहीं दिया है।

डीजीपी ने शुक्रवार (21 जुलाई 2023) को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 13 जुलाई को हावड़ा ग्रामीण जिले के एसपी को बीजेपी ने ईमेल के माध्यम से एक शिकायत की थी। इसमें कहा गया था कि आठ जुलाई को एक बूथ से एक महिला को जोर-जबर्दस्ती कर बाहर निकाल दिया गया। उनके साथ अश्लील हरकतें की गई। कपड़े फाड़ दिए गए। उनकी पिटाई की गई। डीजीपी ने बताया कि शुरुआती जाँच के बाद अगले ही दिन 14 जुलाई को उचित धाराओं में संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज की गई। केस की जाँच शुरू की गई। लेकिन जाँच में ऐसा कोई भी तथ्य निकलकर सामने नहीं आया है, जिससे कहा जा सके कि इस तरह की कोई घटना हुई थी।

उन्होंने कहा कि घटना आठ जुलाई को होने का दावा किया जा रहा है। सब जानते हैं कि उस दिन बंगाल में पंचायत चुनाव थे। सभी बूथों पर उस दिन अच्छी-खासी संख्या में केंद्रीय बल मौजूद थे। साथ ही बंगाल में मतदान का प्रतिशत काफी अधिक होता है। इसका मतलब है कि उस दिन लोग अपने घरों से बाहर होते हैं। सड़क पर होते हैं। बूथ के आसपास मौजूद रहते हैं। लेकिन न तो किसी व्यक्ति ने और न ही केंद्रीय बलों ने ऐसी कोई घटना होने की उस दिन रिपोर्ट की थी।

डीजीपी ने कहा कि आजकल सबके पास कम से कम एक मोबाइल फोन होता है। लेकिन इस घटना का कोई वीडियो नहीं है। आसपास के सीसीटीवी की भी पुलिस ने जाँच की है, उनमें भी कुछ नहीं मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोप लगाने वाली महिला को पुलिस ने नोटिस भेजा है। उनसे चोट का उपचार कहाँ कराया गया, इसके बारे में जानकारी माँगी गई है। इंज्यूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है। लेकिन उन्होंने अब तक इसका जवाब नहीं दिया। डीजीपी मालवीय के अनुसार महिला ने 164 के तहत मजिस्ट्रेट के पास बयान दर्ज कराने को लेकर भी कोई जवाब अब तक नहीं दिया है। उनका यह भी कहना है कि जिस थाना क्षेत्र की यह घटना बताई जा रही, उस थाने में राज्य के विपक्ष के नेता आठ जुलाई को मतदान के बाद गए थे। लेकिन उन्होंने ऐसी किसी घटना के बारे में नहीं बताया। बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम भी हावड़ा ग्रामीण जिले में गई थी, लेकिन उसने भी पुलिस को अब तक इस घटना के बारे में नहीं बताया है।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह घटना हावड़ा के पांचला इलाके की है। एफआईआर में महिला उम्मीदवार ने टीएमसी के गुंडों पर छेड़छाड़ और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। कहा है कि आठ जुलाई को उसे नंगा कर पूरे गाँव में घुमाया गया। टीएमसी के करीब 40 से 50 गुंडों ने उसके साथ मारपीट की। सीने और सिर पर डंडे से हमला किया। उसे नग्न होने के लिए मजबूर किया गया। गलत तरीके से छुआ और सरेआम छेड़छाड़ की। महिल के अनुसार जब टीएमसी के कुछ कार्यकर्ता उसके साथ मारपीट कर रहे थे तो उनके एक नेता ने उन्हें उनके कपड़े फाड़ने के लिए उकसाया था। एफआईआर में उसने कई टीएमसी नेताओं को नामजद भी कर रखा है।

बंगाल भाजपा के सह प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट कर बताया था कि इस मामले में एफआईआर भी पुलिस ने बीजेपी के दबाव के बााद दर्ज किया था। भाजपा की सांसद लॉकेट चटर्जी इस घटना के बारे में बात करते हुए पत्रकारों के सामने फूट-फूटकर रो पड़ीं थी। उन्होंने यह भी कहा था कि इस घटना का कोई वीडियो नहीं है, क्योंकि टीएमसी के गुंडों के हाथों में बंदूकें थीं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

भारत-नेपाल सीमा पर इस्लामी कट्टरपंथियों का डेरा, मस्जिद-मजार जिहाद के लिए दक्षिण भारत से आ रहा मोटा पैसा: डेमोग्राफी भी बदली, ₹150 करोड़ फंडिंग...

भारत-नेपाल सीमा पर डेमोग्राफी बदलने का बड़ा खेल उजागर हुआ है। यहाँ आयकर विभाग को 150 करोड़ की फंडिंग के सबूत मिले हैं।

दीवाल फाँद कर जिनकी कब्र पर फातिहा पढ़ने पहुँचे CM उमर अब्दुल्ला, वो शहीद नहीं ‘दंगाई’ थे: जानिए ’13 जुलाई’ का वह सच जिसे...

13 जुलाई के कथित शहीद इस्लामी दंगाई थे और महाराजा हरि सिंह का तख्तापलट करना चाहते थे। इनकी ही मजार पर उमर अब्दुल्ला ने फूल चढ़ाए हैं।
- विज्ञापन -