Tuesday, March 19, 2024
Homeदेश-समाजSC के जज रोहिंटन नरीमन ने वेदों पर की अपमानजनक टिप्पणी: वर्ल्ड हिंदू फाउंडेशन...

SC के जज रोहिंटन नरीमन ने वेदों पर की अपमानजनक टिप्पणी: वर्ल्ड हिंदू फाउंडेशन की माफी की माँग, दी बहस की चुनौती

“मैं आपसे इतना अनुरोध करना चाहता हूँ कि आपने अपने व्याख्यान में ऋग्वेद से संबंधित जो भी गलत व्याख्या की है, उसके लिए आप हिंदू समाज से क्षमा माँगे और अपने शब्द वापस लें। यदि आपको वेदों की व्याख्या से संबंधित मेरी किसी भी बात पर संशय है तो मैं किसी भी मंच पर आपके साथ चर्चा करने की खुली चुनौती देता हूँ।”

वर्ल्ड हिन्दू फाउंडेशन के संस्थापक स्वामी विज्ञानानंद ने उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश रोहिंटन नरीमन द्वारा ऋग्वेद को लेकर की गई टिप्पणियों को तथ्यात्मक रूप से गलत एवं अपमानजनक बताते हुए कहा है कि उनकी टिप्पणियों से विश्व के 1.2 अरब हिंदुओं की भावनाएँ आहत हुईं हैं। उन्हें अपने विवादास्पद बयान वापस लेने चाहिए।

बता दें कि न्यायमूर्ति नरीमन ने 16 अप्रैल को 26वें न्यायमूर्ति सुनंदा भंडारे स्मृति व्याख्यान के दौरान ऋग्वेद का उद्धरण देते हुए सनातन परंपरा में महिलाओं की प्रतिष्ठा के संबंध में विवादास्पद टिप्पणी की थी। न्यायमूर्ति नरीमन ने अपने व्याख्यान में विश्व भर की महिलाओं के इतिहास के बारे में बोलते हुए कहा था, “ऋग्वेद का कहना है कि महिलाओं के साथ स्थायी दोस्ती न करें क्योंकि वह हाइना की तरह रहेंगी।” 

स्वामी विज्ञानानंद ने कहा कि ऋग्वेद सहित वेदों को सही ढंग से समझने के लिए ऋषि पाणिनि के व्याकरण, निरुक्त और प्रतिष्ठा का ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वेद ऐसे ग्रंथ नहीं हैं जिनकी केवल शाब्दिक व्याख्या की जाए। वेदों को समझने के लिए वैदिक संस्कृत का ज्ञान अनिवार्य है और वैदिक संस्कृत आधुनिक संस्कृत से कई मायनों में भिन्न है। एक और बात समझनी बहुत आवश्यक है कि वेद तो केवल मंत्र संहिता हैं। वेदों के व्याख्या कम से कम 5 विषयों/ग्रंथों – पाणिनि व्याकरण, निघंटु, निर्कुट, प्रातिशाख्य एवं ब्राह्मण की पूर्ण जानकारी के बिना संभव नहीं है।

उन्होंने न्यायमूर्ति नरीमन को संबोधित करते हुए कहा, “मेरा यह मानना है कि वेदों और प्राचीन हिंदू ग्रंथों की व्याख्या करने की आप में अर्हता नहीं है। अतः आपको गौण स्रोतों से प्राप्त जानकारी के आधार पर प्राचीन हिंदू ग्रंथों पर कोई भी टिप्पणी करने से बचना चाहिए। आप देश की न्यायपालिका में जिम्मेदार पद पर आसीन हैं। आपको इस देश के महान धर्म और संस्कृति के विराट वैभव से संबंधित कोई भी बात जिम्मेदारी के साथ ही कहनी चाहिए। आपने अपनी ग़लत टिप्पणी के द्वारा विश्व के हिंदू धर्म के 1.2 अरब अनुयायियों की भावनाओं को गंभीर रूप से आहत किया है।”

स्वामी विज्ञानानंद ने न्यायमूर्ति नरीमन को इस विषय पर एक खुली सार्वजनिक बहस के लिए आमंत्रित करते हुए कहा, “मैं आपसे इतना अनुरोध करना चाहता हूँ कि आपने अपने व्याख्यान में ऋग्वेद से संबंधित जो भी गलत व्याख्या की है, उसके लिए आप हिंदू समाज से क्षमा माँगे और अपने शब्द वापस लें। यदि आपको वेदों की व्याख्या से संबंधित मेरी किसी भी बात पर संशय है तो मैं किसी भी मंच पर आपके साथ चर्चा करने की खुली चुनौती देता हूँ।”

उन्होंने कहा कि हमारे धर्म शास्त्रों और इतिहास के साथ औपनिवेशिक कुप्रथाओं के कारण भारत को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। भारत में ज्यादा बौद्धिक कहे जाने वाले लोगों ने वेदों के अंग्रेजी अनुवाद को ही पढ़ा है। लेकिन उस अनुवाद और असली ग्रंथ में बहुत अंतर है। इसी वजह से ज्यादातर लोगों को उथला ज्ञान हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि न्यायमूर्ति नरीमन इस मुद्दे की गंभीरता को समझते हुए जल्द से जल्द ऋग्वेद के बारे में अपने भ्रामक शब्दों को वापस लेंगे।

बता दें कि स्वामी विज्ञानानंद संन्यास आश्रम में प्रवेश करने से पहले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के प्रतिभाशाली छात्र रहे हैं। बाद में उन्होंने संस्कृत भाषा पर पीएचडी की तथा पाणिनि व्याकरण, वेदांग, पूर्वी दर्शन, ब्राह्मण ग्रन्थ और वैदिक संहिता पर अध्ययन, शोध और अध्यापन किया।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग़रीबी का सफाया, आतंक पर प्रहार, भ्रष्टाचार पर कार्रवाई, किसानों की समृद्धि, युवाओं को अवसर… कर्नाटक में PM मोदी ने बताया क्यों 400 पार,...

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश ने भाजपा का काम देखा है, पार्टी की सबसे बड़ी प्राथमिकताएँ हैं - विकास, ग़रीब कल्याण और सामर्थ्यवान भारत।

बिहार में NDA के सीट शेयरिंग फॉर्मूले की घोषणा, चाचा पर भारी पड़ा भतीजा: माँझी-कुशवाहा को एक-एक सीट, जानिए किस पार्टी के हिस्से में...

लोजपा (रामविलास) के हिस्से में जो सीटें गई हैं, वो हैं - हाजीपुर, वैशाली, समस्तीपुर, जमुई और खगड़िया। गया से HAM तो करकट से RLJP ताल ठोकेगी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe