Saturday, November 16, 2024
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राकेश टिकैत से सवाल पूछने पर ‘किसानों’ ने युवती को धमकाया, किसी ने नाम पूछा तो किसी ने छीन ली माइक: देखें वीडियो

जैसे ही युवा लड़की ने गणतंत्र दिवस के दंगों के बारे में टिकैत से सवाल किया, मंच पर मौजूद किसान नेताओं ने माइक छीन लिया। गुस्साए ‘किसान नेताओं’ ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया।। एक किसान नेता को उसका नाम भी पूछते हुए देखा जा सकता है, जिस पर युवा लड़की ने बहादुरी से जवाब दिया।

नए कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार का विरोध करने के लिए धनसा राजमार्ग पर डेरा डाले तथाकथित किसानों ने एक युवा महिला के सवाल करने पर इस कदर तिलमिला गए कि कोई उसका नाम पूछने लगा तो किसी ने माइक ही छीन ली। इतना ही नहीं, गणतंत्र दिवस के दौरान दिल्ली में हुए दंगों में आरोपित राकेश टिकैत से सवाल करने पर उन्हें धमकाया भी।

शुक्रवार (मार्च 5, 2021) को राकेश टिकैत ने हरियाणा-दिल्ली सीमा के साथ धनसा विरोध स्थल का दौरा किया था, जहाँ केंद्र द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शनकारी पिछले तीन महीनों से डेरा डाले हुए हैं। टिकैत के विरोध स्थल पर दिखाई देते ही एक युवा महिला, जो कथित तौर पर एक छात्र कार्यकर्ता है, ने किसान नेता के विरोध प्रदर्शन, नाकाबंदी और गणतंत्र दिवस के दौरान हुए दंगों जैसे मुद्दों पर सवाल किया।

वायरल वीडियो में युवती को धनसा बॉर्डर पर किसान विरोध पर बोलते हुए देखा जा सकता है। युवती के बगल में तथाकथित किसान नेता खड़े हैं। इस दौरान युवती ने राकेश टिकैत से किसानों के विरोध प्रदर्शन के भविष्य के बारे में पूछा और कथित किसान विरोध प्रदर्शनों के समाधान के लिए किसान नेताओं से सवाल किया।

युवा लड़की ने राकेश टिकैत और मंच पर मौजूद अन्य ‘किसान नेताओं’ से सवाल किया, “मैं राकेश टिकैत से अपेक्षित समाधान चाहती हूँ जो विरोध प्रदर्शनों से निकलने वाला है। इन विरोधों का हल ढूँढा जाना चाहिए ताकि युवाओं और किसानों दोनों को नुकसान न हो। क्या आप मुझे बता सकते हैं कि इस समस्या का समाधान क्या है? आपने कहा है कि जब तक सरकार आपकी माँगों पर सहमत नहीं होती आंदोलन समाप्त नहीं होगा। मैं पूछना चाहती हूँ कि अगर सरकार और किसान दोनों इस पर चर्चा के लिए सहमत नहीं होते हैं तो क्या होगा? समाधान क्या होगा? सभी लोग इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं।”

गणतंत्र दिवस के दंगों में उनकी भूमिका के लिए राकेश टिकैत से सवाल करते हुए युवा लड़की ने उनसे पूछा कि 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी में हुई हिंसा की जिम्मेदारी कौन लेगा। मुझे नहीं पता कि हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार है, लेकिन इस तरह की हिंसा हमारे समाज को प्रभावित करेगी।

जैसे ही युवा लड़की ने गणतंत्र दिवस के दंगों के बारे में टिकैत से सवाल किया, मंच पर मौजूद किसान नेताओं ने माइक छीन लिया। गुस्साए ‘किसान नेताओं’ ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया।। एक किसान नेता को उसका नाम भी पूछते हुए देखा जा सकता है, जिस पर युवा लड़की ने बहादुरी से जवाब दिया। वीडियो में आप देख सकते हैं कि माइक छीन लिए जाने के बाद भी युवती अपना संबोधन जारी रखती है।

दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दौरान दंगे

इस साल गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। बड़े पैमाने पर किसानों ने दिल्ली में प्रवेश किया था और इस दौरान हिंसा भड़क गया था, जिसमें लगभग 400 पुलिसकर्मी घायल हुए। उन दंगाइयों में से कई, ट्रैक्टर चलाते हुए लाल किले पर पहुँचे और राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करते हुए लाल किले के गुंबद पर धार्मिक और कथित तौर पर खालिस्तानी झंडे फहराए

पुलिस ने गणतंत्र दिवस की हिंसा के संबंध में अब तक 38 FIR दर्ज की हैं और 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कथित ’किसान नेताओं’ सहित 44 लोगों के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया था, जिनके बारे में मानना था कि उन्होंने दंगाइयों को हिंसा में लिप्त होने के लिए उकसाया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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