OpIndia is hiring! click to know more
Saturday, April 12, 2025
HomeराजनीतिUP में योगी का जलवा, कुल 4 राज्यों में फिर से बन रही BJP...

UP में योगी का जलवा, कुल 4 राज्यों में फिर से बन रही BJP की सरकार: ABP-C वोटर का सर्वे, जानिए किसको कितनी सीटें

सी वोटर के सर्वे के मुताबिक, बीजेपी को 2022 के चुनाव में 259 और 267 के बीच सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। यानी, लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को पसंद किया है।

अगले साल 2022 में पाँच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर एबीपी-सीवोटर ने अपना ओपिनियन सर्वे जारी कर दिया है। सर्वे में जिन पाँच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं उनमें से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर समेत चार राज्यों में भाजपा के जीतने की संभावना है। उत्तर प्रदेश में जनता ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भरोसा जताया है। हालाँकि, पंजाब में त्रिशंकु की स्थित बनने का अनुमान है।

उत्तर प्रदेश

2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर हो रहे पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव न केवल बीजेपी, बल्कि सभी पार्टियों के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश में भाजपा की वापसी उसकी पकड़ को काफी मजबूत करती है।

सी वोटर के सर्वे के मुताबिक बीजेपी को 2022 के चुनाव में 259 और 267 के बीच सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। यानी, लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को पसंद किया है, जबकि बीजेपी के बाद सपा को लगभग 109-117 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है। इसके अलावा बसपा को करीब 12 से 16 सीटें और कॉन्ग्रेस के 3-7 सीटों पर सिमटने का आकलन है। वोट शेयर के लिहाज से भी बीजेपी को 0.4 फीसदी की बढ़त मिल रही है। हालाँकि, सपा पिछले चुनाव के मुकाबले लगभग 6.6 प्रतिशत अंक हासिल कर रही है।

उत्तर प्रदेश में सर्वे में शामिल किए गए 44 फीसदी लोगों ने स्पष्ट कहा है कि वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काम करने के तरीके से खुश हैं।

उत्तराखंड

इसके अलावा सर्वे के मुताबिक, उत्तराखंड में भी बीजेपी वापसी कर रही है। उत्तराखंड में भी भाजपा की वापसी की भविष्यवाणी तय मानी जा रही है। यहाँ बीजेपी अकेले ही 70 में से 44-48 सीटें जीत रही हैं। इसके बाद कॉन्ग्रेस 19-23 सीटों पर सिमटती दिख रही है। जबकि, AAP को भी लगभग 2 सीटें मिलने की उम्मीद है।

वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भी सर्वे में उत्तराखंड 46.5 प्रतिशत लोगों ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को ही वोट देंगे। वहीं केजरीवाल 14.6 फीसदी वोटों के साथ दूसरे स्थान पर हैं, उन्होंने राहुल गाँधी को 10.4 फीसदी से हराया है।

गोवा

सी वोटर के सर्वे के मुताबिक, दक्षिण भारतीय राज्य गोवा में बीजेपी फिर से वापसी करती दिखाई दे रही है। पार्टी यहाँ पर 40 विधानसभा सीटों में से 22-26 सीटों पर जीत हासिल करती दिखाई दे रही है। इसके बाद कॉन्ग्रेस को पछाड़ते हुए गोवा में आम आदमी पार्टी 4-8 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर दिख रही है। जबकि, कॉन्ग्रेस के 3-7 सीटों पर सिमटने की उम्मीद है।

मणिपुर

पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में एबीपी-सीवोटर सर्वे के मुताबिक, 32-36 सीटों पर जीत हासिल करके बीजेपी के एक बार फिर सत्ता में बने रहने का अनुमान है। वहीं कॉन्ग्रेस यहाँ 18-22 सीटें जीतती दिख रही है। इसके अलावा नागा पीपुल्स फ्रंट केवल 2-6 सीटों पर सिमट रही है।

वोट शेयर के हिसाब से भी सबसे अधिक 40.5 फीसदी वोट बीजेपी को और 34.5 फीसदी वोट कॉन्ग्रेस को मिल रहे हैं। जबकि 7 फीसदी एनपीएफ को मिलेगा। शेष 18 फीसदी निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में जाने की उम्मीद है।

पंजाब

कॉन्ग्रेस शासित पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार यहाँ पिछड़ती दिख रही है। राज्य में आम आदमी पार्टी बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है। यहाँ 2017 में 38.5 प्रतिशत वोट पाने वाली कॉन्ग्रेस घटकर 28.8 फीसदी पर आ सकती है। यानी कि 10 प्रतिशत अंक की गिरावट देखी जा सकती है। वहीं आप का वोट शेयर 23.7 फीसदी से बढ़कर 35.1 फीसदी हो सकता है।

राज्य में आम आदमी पार्टी को 51 से 57 के बीच सीटें मिल सकती हैं, तो वहीं कॉन्ग्रेस 38-46 सीटों पर सिमट सकती है। इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल जहाँ करीब 16-24 सीटों पर सिमट सकता है। यहाँ बीजेपी के लिए मुश्किल दिख रही है।

OpIndia is hiring! click to know more
Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जब औरंगज़ेब ने जारी किया सभी मंदिरों को ध्वस्त करने का फरमान… काशी-मथुरा ही नहीं, पुरी से लेकर सोमनाथ तक को भी नहीं छोड़ा:...

कई बड़े मंदिरों और तीर्थस्थलों से इन मुग़लों को पैसे मिलते थे। यहाँ तक कि कुंभ जैसे आयोजनों से भी इन आक्रांता शासकों की बड़ी कमाई होती थी।

राष्ट्रपति की शक्तियों पर ‘सुप्रीम’ कैंची, राज्यपाल के बाद अब प्रेसिडेंट के लिए भी तय की डेडलाइन: कहा – ‘जेबी वीटो’ संविधान में नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राष्ट्रपति को राज्यपाल द्वारा मंजूरी के लिए भेजे गए कानून पर 3 महीने के भीतर एक्शन लेना होगा।
- विज्ञापन -