समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रामपुर का अपना दौरा टाल दिया है। मुकदमों में उलझे पार्टी के भू-माफिया सांसद आजम खान के समर्थन में अखिलेश ने नौ सितंबर को रामपुर पहुॅंचने का ऐलान किया था। जिला प्रशासन ने रामपुर में धारा 144 लागू कर रखी है। कॉन्ग्रेस भी अखिलेश के इस दौरे का विरोध कर रही थी।
अखिलेश ने कहा कि उन्होंने अपनी यात्रा 2 दिन के लिए स्थगित कर दी है। अब वे 13-14 को रामपुर जाएँगे।
Akhilesh Yadav, SP chief: Since there is Muharram and ‘Ganesh Visarjan’ I am delaying my program by 2 days. I will send my next program of Rampur on 13 and 14 September to the district administration and I will also give a detail of my movement. pic.twitter.com/wZie5JCJWf
— ANI UP (@ANINewsUP) September 9, 2019
प्रशासन ने मोहर्रम और गणेश चतुर्थी को देखते हुए रामपुर में धारा 144 को लागू किया है। डीएम ने अखिलेश यादव के दौरे के बारे में बात करते हुए कहा कि अखिलेश यादव की तरफ से धरने की अनुमति नहीं माँगी गई थी। फिलहाल यहाँ पर धारा 144 लागू है। 50 से अधिक लोग गाँधी समाधि के पास इकट्ठा नहीं हो सकते हैं। इसलिए काफी लोगों के परमिशन को रद्द कर दिए गए हैं। यह नियम सभी पर लागू होता है, अखिलेश यादव पर भी।
DM of Rampur on Akhilesh Yadav visit: No permission has been sought from his side. Not more than 50 people can gather around Gandhi Samadhi. It is not viable. Sec144 is enforced here due to which we have cancelled many permissions. Same will be applicable to him (Akhilesh Yadav) pic.twitter.com/9h7GunWo6m
— ANI UP (@ANINewsUP) September 9, 2019
दौरा रद्द होने के बाद अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। अखिलेश का कहना है कि उन्होंने प्रशासन को सारा कार्यक्रम दे दिया था। मगर डीएम ने मोहर्रम का हवाला दे हाथ खड़े कर दिए। उन्होंने जिलाधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा वह सरकार को खुश करने में जुटे हैं। डीएम एक्सटेंशन चाहते हैं। वह यूपी में ही पोस्टिंग चाहते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि रामपुर में भाजपा-कॉन्ग्रेस और प्रशासन एक हैं।
गौरतलब है कि, अखिलेश यादव की यात्रा को लेकर कॉन्ग्रेस ने भी विरोध जताया था। यूपी कॉन्ग्रेस अल्पसंख्यक सेल के उपाध्यक्ष फैसल खान लाला ने इस बाबत सूबे की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को एक पत्र लिखकर अखिलेश पर दंगा कराने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई की माँग की थी। उन्होंने आरोप लगया था कि अखिलेश यादव के इस दौरे से रामपुर सहित पूरे प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की साजिश है। बता दें कि, आजम खान के खिलाफ जमीन हड़पने, लूट, चोरी, डकैती, गैर इरादतन हत्या, भड़काऊ भाषण और हिंसा फैलाने जैसे तकरीबन 80 मुकदमे दर्ज हैं।