कॉन्ग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने शुक्रवार (5 अगस्त 2022) को कहा कि वह ‘तुष्टिकरण की राजनीति’ कर राजनीति कर रही है। गृहमंत्री ने कहा कि कॉन्ग्रेस ने महंगाई के नाम पर प्रदर्शन के लिए उस दिन को चुना, जिस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने दो साल पहले राम मंदिर की नींव रखी थी।
अमित शाह ने कहा, “आज का दिन कॉन्ग्रेस ने इसलिए काले कपड़ों में विरोध के लिए चुना, क्योंकि वे इसके माध्यम से संदेश देना चाहते हैं कि हम राम जन्मभूमि के शिलान्यास का विरोध करते हैं और अपनी तुष्टिकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं।”
#WATCH | Congress chose this day for protest and wore black clothes because they want to give a subtle message to further promote their appeasement politics because on this day itself Prime Minister Modi laid the foundation of Ram Janambhoomi: Union Home minister Amit Shah pic.twitter.com/hopwRSPZht
— ANI (@ANI) August 5, 2022
उन्होंने कहा कि आज ही के दिन साल 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने राम जन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास किया था और ऐसा करके उन्होंने 550 साल पुरानी समस्या का शांतिपूर्ण समाधान निकाला था। शाह ने कहा कि कॉन्ग्रेस वास्तव में मंदिर निर्माण पर अपना विरोध जता रही है।
कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए गृहमंत्री ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई और महंगाई का मुद्दा बस बहाना है। वह तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉन्ग्रेस खुले तौर पर मंदिर का विरोध नहीं कर सकती थी, इसलिए महंगाई और ED के नाम पर गुप्त संदेश देने की कोशिश की है।
एक जिम्मेदार पार्टी होने के नाते कानून का सहयोग देना चाहिए। वो (कांग्रेस) रोज प्रदर्शन करते हैं। मेरा मानना है कि कांग्रेस ने आज के विरोध प्रदर्शन से तुष्टीकरण की राजनीति को बढ़ाया है। आज ED ने आज किसी को तलब नहीं किया लेकिन फिर भी उन्होंने प्रदर्शन किया: गृह मंत्री अमित शाह pic.twitter.com/uXEoPxlW99
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 5, 2022
गृहमंत्री शाह ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद से अधिकांश समय कॉन्ग्रेस सत्ता में रही है, लेकिन उसने इस पुराने विवाद को सुलझाने का कभी प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसका शांतिपूर्ण तरीके से समाधान निकाला।
बता दें कि कॉन्ग्रेस ने शुक्रवार को महंगाई, बेरोजगारी और GST के दायरे को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सारे नेता काले रंग के कपड़े पहन रखे थे। प्रदर्शन राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी वाड्रा समेत कई नेताओं और सांसदों शामिल थे।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी की अगुवाई में कॉन्ग्रेस के सांसदों ने संसद भवन से राष्ट्रपति भवन के लिए मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया और सबको हिरासत में ले लिया। बाद में पुलिस ने सबको रिहा कर दिया।
इसके अलावा, केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने दूरदर्शन पर प्रसारण के लिए मेगा हिंदी सीरियल ‘स्वराज: भारत के स्वतंत्रता संग्राम की समग्र गाथा’ का उद्घाटन किया। 75 एपिसोड वाले इस सीरियल में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी उन घटनाओं के बारे में बताया गया है, जिसके बारे में लोग कम जानते हैं।
इस अवसर पर शाह ने कहा कि भारत तब तक स्वराज हासिल नहीं कर सकता, जबकि तक कि वह पुरातन संस्कृति और भाषा का संरक्षण करने के साथ-साथ अपनी समृद्ध इतिहास से भावी पीढ़ियों को अवगत नहीं कराता।
"India can't achieve aim of Swaraj unless culture, languages are preserved": Amit Shah
— ANI Digital (@ani_digital) August 5, 2022
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उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति 12,000 साल पुरानी है और किसी NGO को संस्कृति के बारे में भारत को बताने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “जिन्होंने हम पर शासन किया और हमारे सिस्टम को नष्ट किया, वे हम पर तभी शासन कर पाए जब हमारे लोगों ने खुद को हीन समझा। हम उनसे हर क्षेत्र में आगे हैं। उन्होंने झूठ फैलाया कि हम निरक्षर हैं। एक निरक्षर देश विश्व को गीता और वेद जैसा ग्रंथ कैसे दे सकता है।”