उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में सभी 8 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। ये केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ का इलाका है। आपको याद होगा कि अक्टूबर 2021 में यहाँ किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को विपक्षी दलों और मीडिया के गिरोह विशेष ने जम कर मुद्दा बनाया था। इस हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई थी। केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा ‘मोनू’ इस मामले में जेल भी गए थे। वो फ़िलहाल जमानत पर बाहर हैं।
जिस निघासन विधानसभा क्षेत्र में ये घटना हुई थी, वहाँ से भी भाजपा के शशांक वर्मा ने जीत दर्ज की है। वहीं पलिया की बात करें तो वहाँ भाजपा प्रत्याशी रोमी साहनी ने सपा के प्रीतइंदर सिंह को हरा दिया। गोला सीट पर भाजपा के अरविंद गिरि ने सपा के विनय तिवारी को धूल चटाई। निघासन सीट पर भाजपा के शशांक वर्मा सपा के आरएस कुशवाहा को हरा कर विधायक बने। इस सीट से कभी आशीष मिश्रा ‘मोनू’ भी दावा ठोक रहे थे।
लखीमपुर खीरी में BJP का क्लीन स्वीप।
— Panchjanya (@epanchjanya) March 10, 2022
सभी 8 सीटों पर BJP जीती।
लखीमपुर खीरी की एक अन्य श्रीनगर सीट पर भाजपा की मंजू त्यागी ने सपा के रामसरन को हरा दिया। वहीं धौरहरा सीट की बात करें तो यहाँ से से भाजपा के विनोद अवस्थी सपा के वरुण चौधरी को मात दे दी। लखीमपुर सदर में भी भाजपा के योगेश वर्मा ही जीते। उन्होंने सपा के उत्कर्ष वर्मा को हराया। कस्ता सीट पर भाजपा के सौरभ सिंह सोनू ने सपा के सुनील लाला को हराकर जीत हासिल की है। मोहम्मदी सीट पर भाजपा के लोकेंद्र प्रताप सिंह की जीत हुई है।
यहाँ हुई घटा को लेकर लगातार विपक्ष अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ का इस्तीफा माँग रहा था। राकेश टिकैत जैसे ‘किसान नेता’ और मीडिया भी इसमें कॉन्ग्रेस के साथ था। अब सिर्फ यहाँ ही नहीं, बल्कि पूरे यूपी में भाजपा को जबरदस्त बहुमत प्राप्त हुआ है। सीएम योगी ने इस जीत पर कहा कि पीएम मोदी के विकास और सुशासन को एक बार फिर से जनता जनार्दन ने अपना आशीर्वाद दिया है। उन्होंने कहा कि मतगणना को लेकर कई दिनों से जो भ्रामक दुष्प्रचार चलाए जा रहे थे, उसे जनता ने दरकिनार करते हुए NDA पर भरोसा जताया।