Friday, October 4, 2024
Homeराजनीतिनई पार्टी बनाऊँगा, अमित शाह से मिलूँगा, जहाँ से लड़ेंगे सिद्धू वहीं से चुनाव...

नई पार्टी बनाऊँगा, अमित शाह से मिलूँगा, जहाँ से लड़ेंगे सिद्धू वहीं से चुनाव लड़ूँगा: पंजाब में कैप्टन ने खोल दिए पत्ते

कैप्टन ने कहा कि सुरक्षा उपायों को लेकर उनका मजाक उड़ाया जाता है, लेकिन उनकी ट्रेनिंग के सैनिक के तौर पर हुई है और इससे जुड़ी बेसिक बातों को वे बहुत अच्छी तरह समझते हैं।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अब कॉन्ग्रेस छोड़ चुके कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है। हालाँकि, उन्होंने पार्टी का नाम नहीं बताया, लेकिन कहा कि कॉन्ग्रेस के कई नेता उनके संपर्क में हैं। कैप्टन ने कहा, ”हाँ, मैं एक नई पार्टी बनाऊँगा। चुनाव आयोग की मंजूरी के बाद चुनाव चिह्न के साथ नाम की घोषणा की जाएगी। मेरे वकील इस पर काम कर रहे हैं।” कैप्टन कल (28 अक्टूबर गुरुवार) को 20-25 नेताओं के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात करेंगे। इस दौरान वह केंद्र द्वारा पारित तीनों कृषि कानूनों के लेकर चर्चा भी करेंगे। 

कॉन्ग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर उन्होंने कहा, “उनके पास दिमाग नहीं है। वो कुछ नहीं जानते हैं, लेकिन बोलते बहुत हैं।” उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में वक्त कॉन्ग्रेस, अकाली दल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ मजबूती से लड़ेंगे। दरअसल, सिद्धू ने ट्वीट किया था कि कैप्टन भाजपा के सबसे वफादार मुख्यमंत्री रहे हैं। कैप्टन ने अपनी नई राजनीतिक पारी को लेकर भी स्थिति स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में वह राज्य के 117 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होेंने कहा कि जहाँ से सिद्धू चुनाव लड़ेंगे, वह वहीं से लड़ेंगे।

आज (बुधवार को) चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैप्टन ने बताया कि अभी पार्टी का नाम तय नहीं किया गया है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री रहते अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने क्या किया, इसके सारे पेपर यहाँ रखे हैं। उन्होंने कहा, “हमने मेनिफेस्टो में जो वादे किए थे और जो काम किए, उन्हें इस बुकलेट में रखा है। हमने मेनिफेस्टो के 92 फीसदी वादों को पूरा किया है। कुछ 10 चीजें थीं जो वैट से संबंधित थीं, उनको पूरा नहीं कर पाए।” उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री रहने के दौरान पंजाब में उन्होंने इंडस्ट्री के लिए भी पूरा काम किया और 96,000 करोड़ रुपये का निवेश आया।

कैप्टन ने कहा कि सुरक्षा उपायों को लेकर उनका मजाक उड़ाया जाता है, लेकिन उनकी ट्रेनिंग के सैनिक के तौर पर हुई है और इससे जुड़ी बेसिक बातों को वे बहुत अच्छी तरह समझते हैं। उन्होंने कहा, ”मैं मेरे प्रशिक्षण से लेकर सेना छोड़ने तक 10 वर्षों तक आर्मी में रहा। इसलिए मुझे मूल बातें पता हैं।” पंजाब के हालात को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ”9.5 साल तक मैं पंजाब का गृह मंत्री रहा। मैंने 1947 के बाद से पूरा पंजाब देखा है। 1984 हो या पठानकोट, सारे हमने देखे हैं।” उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से पंजाब बेहद संवेदनशील है और कोई भी परेशान पंजाब नहीं चाहता।

पंजाब की प्रमुख समस्याओं में से एक नशीले पदार्थों की तस्करी के बारे में भी कैप्टन ने खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि सीमा पर अंदर तक ड्रोन सिस्टम से ड्रग्स की डिलीवरी हो रही है, जो बेहद खतरनाक है। उन्होंने कहा कि ये चीन के ड्रोन हैं, जिनसे पेलोड ले जाने की क्षमता बढ़ रही है। उन्होंने आगाह किया कि आने वाले समय में ये चंडीगढ़ तक ड्रग्स की डिलीवरी कर सकते हैं।

राज्य में सीमा के 50 किलोमीटर अंदर तक बीएसएफ की कार्रवाई का बचाव करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि पंजाब पुलिस एक बेहतरीन पुलिस है, बेहतरीन ट्रेनिंग लिए हुए है, लेकिन कुछ चीजों के लिए इसकी ट्रेंनिग नहीं है और उसके लिए सुरक्षाबलों की मदद लेनी पड़ेगी। उन्होंने पाकिस्तान को दोषी ठहराते हुए कहा कि इन सारी हरकतों में आईएसआई और खालिस्तानी फोर्स इन्वॉल्व हैं। ये पाकिस्तान के स्लीपर सेल हैं। जरूरत हो तो बीएसएफ की मदद लेना चाहिए।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

पैगम्बर मोहम्मद के वंशज को भी मार गिराया इजरायल ने: हफ्ते भर पहले ही बना था हिजबुल्लाह का सरगना, इस्लामी बता रहे थे इसे...

इजरायल ने इस्लामी आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के नए सरगना हाशिम सैफिद्दीन को भी मार गिराया है। उसे लेबनान के भीतर एक हवाई हमले में मार दिया गया।

गिर सोमनाथ में बुलडोजर कार्रवाई रोकने से हाई कोर्ट का इनकार, प्रशासन ने अवैध मस्जिदों, दरगाह और कब्रों को कर दिया था समतल: औलिया-ए-दीन...

गुजरात हाई कोर्ट ने 3 अक्टूबर को मुस्लिमों की मस्जिद, दरगाह और कब्रों को तोड़ने पर यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश देने से इनकार कर दिया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -