मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार (16 दिसंबर, 2020) को प्रयागराज में आयोजित अधिवक्ता समागम में हिस्सा लेने पहुँचे थे। इस दौरान उन्होंने अधिवक्ताओं की समस्याएँ दूर करने के अलावा, 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए विपक्षियों को भी घेरा। माफिया व अपराधियों पर की जा रही कार्रवाई को वाजिब बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि माफिया व अपराधियों की संपत्ति जब्त कर उसे गरीबों मेंं बाँटा जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश अधिवक्ता समागम-2020 के शुभारंभ कार्यक्रम में प्रतिभाग करते मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी… https://t.co/j9dFYorr8y
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) December 16, 2020
केपी कालेज ग्राउंड में हुए अधिवक्ता समागम में उन्होंने कहा, “यूपी में बड़े-बड़े लोग माफिया से घबराते थे। मैंने विकास प्राधिकरण से कहा है कि जिन सरकारी ज़मीनों पर माफिया ने कब्जा किया है उन्हें मुक्त करवा वहाँ गरीबों के लिए आवास योजना बनाई जाए। देश देखेगा, दुनिया देखेगी कि जहाँ पहले एक माफिया रहता था वहाँ एक गरीब रह रहा है।”
#WATCH | यूपी में बड़े-बड़े लोग माफिया से घबराते थे। मैंने विकास प्राधिकरण से कहा है कि जिन सरकारी ज़मीनों पर माफिया ने कब्जा किया है उन्हें मुक्त करवा वहां गरीबों के लिए आवास योजना बनाई जाए। देश देखेगा दुनिया देखेगी कि जहां पहले एक माफिया रहता था वहां एक गरीब रह रहा है: यूपी CM pic.twitter.com/Y2XNRn8cT4
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मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण माफिया से छुड़ाई गई जमीन पर आवासीय योजनाएँ बनाकर उसका आवंटन अधिवक्ताओं के साथ-साथ पत्रकारों और शिक्षकों में नो लास, नो प्राफिट के आधार पर करे। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने वकीलों के चेंबर के लिए काफी धनराशि अवमुक्त की है। कोविड के दौरान वकीलों की मदद के लिए कार्ययोजना माँगी है। साथ ही मदद का रास्ता निकालने का भरोसा भी दिया है।
आत्मनिर्भर भारत को प्रोत्साहन देते हुए सीएम ने कहा, “हमें मिट्टी के दीपक, गणपति और माँ लक्ष्मी जी की मूर्ति के लिए भी चीन पर निर्भर होना पड़ता था। कोरोना ने चीन को ऐसा घेरा कि वहाँ से सामान नहीं आ सकता था। आत्मनिर्भर भारत के तहत हर जगह मिट्टी के बर्तन बनने लगे। लोगों की आमदनी बढ़ी और आत्मनिर्भर भारत का आधार टेराकोटा बना।”
हमें मिट्टी के दीपक, गणपति और मां लक्ष्मी जी की मूर्ति के लिए भी चीन पर निर्भर होना पड़ता था। कोरोना ने चीन को ऐसा घेरा कि वहां से सामान नहीं आ सकता था। आत्मनिर्भर भारत के तहत हर जगह मिट्टी के बर्तन बनने लगे। लोगों की आमदनी बढ़ी और आत्मनिर्भर भारत का आधार टेराकोटा बना: यूपी CM pic.twitter.com/sQiEYFprMr
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इसके अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने संबोधन के दौरान दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को भी आड़े हाथों लिया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी की जनसंख्या 24 करोड़ है जबकि दिल्ली की पौने दो करोड़ है। फिर भी कोरोना का प्रबंधन यूपी में दिल्ली के मुकाबले काफी बेहतर रहा है।
If you compare this to Delhi – UP has a population of 24 crores and there have been 8,000 deaths. Delhi, with a population of 1.75 crores, recorded 10,000 deaths: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath https://t.co/csJDjVtBmg
— ANI UP (@ANINewsUP) December 16, 2020
उन्होंने कहा कि दो महीने पहले यूपी में 68000 सक्रिय मरीज थे पर आज संक्रमितों की संख्या 18 हजार से भी कम है। वहीं, प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण की दर व मृत्युदर भी काफी कम है। उन्होंने कहा कि यूपी में कोरोना के कारण अब तक 8000 मौतें हो चुकी हैं जबकि दिल्ली में 10 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
यूपी में पहले और अभी के सरकार की तुलना करते हुए सीएम ने प्रयागराज कुंभ का भी उल्लेख किया। उन्होंने कुंभ को दुनिया का भव्य आयोजन बताते हुए कहा कि पहले भगदड़, गंदगी कुम्भ का पर्याय था, लेकिन 2019 का कुंभ शहर के कायाकल्प वाला रहा। कई कुंभ बीते लेकिन भरद्वाज ऋषि को किसी ने याद नही किया था। हमने उनकी भव्य प्रतिमा लगाई। कई देशों के राजदूत और नागरिक आए। शासन की मंशा नेक थी, इसलिए लोगों ने घर टूटने के बाद भी कार्यों का विरोध नहीं किया।